धन किससे मिलेगा -सत्यज्ञ----
धन अर्जन के लाखों साधन हैं। कोई विद्या से धन अर्जित करता है, कोई परिश्रम से धन कमाता है, कोई जुआ, सट्टा या लाटरी से धन अर्जित करता है, कोई चोरी, डकैती, ठगी या राहजनी से धन कमाता है, धन कमाने का कोई न कोई साधन व्यक्ति अपनाता है। कलयुग में तो धन के बिना व्यक्ति...
वास्तु की नजर से पूजाघर-----
घर में पूजा के कमरे का स्थान सबसे अहम् होता है। यह वह जगह होती है, जहाँ से हम परमात्मा से सीधा संवाद कर सकते हैं। ऐसी जगह जहाँ मन को सर्वाधिक शांति और सुकून मिलता है। प्राचीन समय में अधिकांशतः पूजा का कमरा घर के अंदर नहीं बनाया जाता था।
घर के...
आप और आपका घर--
खुद बदलें अपनी रसोई---
पहले के समय में महिलाओं के गुणों को उसकी रसोई से आँका जाता था क्योंकि ज्यादातर महिलाएँ घर पर रहती थीं। भले ही आज महिलाएँ कामकाजी हैं फिर भी यह विचार आज भी मौजूद है। इसीलिए महिलाओं और रसोई के संबंध से मुँह नहीं मोड़ा जा सकता। हर महिला रसोई अपनी सुविधा अनुसार...
मांगलिक चिन्ह स्वास्तिक--- पं. दयानन्द शास्त्री
पुरातन वैदिक सनातन संस्कृति का परम मंगलकारी प्रतीक चिन्ह स्वास्तिक अपने आप में विलक्षण है। इसे हमारे सभी व्रत, पर्व, त्यौहार, पूजा एवं हर मांगलिक अवसर पर कुंकुम से अंकित किया जाता है। यह मांगलिक चिन्ह अनादि काल से सम्पूर्ण सृष्टि में व्याप्त रहा है। स्वस्तिक का अर्थ इसका सामान्य अर्थ शुभ, मंगल एवं...
आप और आपका घर--घर के लिए वास्तु टिप्स---
मकान बनाते समय उपरोक्त पंच तत्वों के लिए जो प्रकृति जन्य दिशाएँ निर्धारित हैं, उन्हीं के अनुरूप दिशाओं में कक्षों का निर्माण किया जाना चाहिए। नए भवन के निर्माण कराते समय आप अपने शहर के किसी अच्छे वास्तु के जानकार से सलाह अवश्य लें। वास्तु का प्रभाव भवन के रहने वाले व्यक्तियों...
फ्लैट सुविधा व सुरक्षा दोनों में उत्तम--छोटा सा घर है ये मगर---
महानगरों की तर्ज पर अब छोटे शहरों में भी फ्लैट संस्कृति का चलन है। आपको अगर अब कम जगह में सर्वसुविधायुक्त घर चाहिए तो आपके लिए फ्लैट एक बेहतर विकल्प है। आजकल फ्लैट में मिलने वाली बेहतर सुविधाएँ व सुरक्षा केवल मध्यमवर्गीय परिवारों को ही नहीं बल्कि पूँजीपतियों...
वास्तु भाग्य-वृद्धि कारक है! -पं.जटाशंकर चतुर्वेदी
वास्तु क्या भाग्य बदल सकता है, अक्सर लोग ये बात पूछते हैं। इसके उत्तर में यही कहेंगे कि वास्तु भाग्य नहीं बदल सकता है। किन्तु भाग्य वृद्धि कर सकता है। भाग्य वृद्धि कर सकता है तो कैसे? भाग्य वृद्धि करने में वास्तु की भूमिका मात्रा इतनी है कि सबकुछ वास्तु सम्मत ढंग से निर्माण...
क्या वास्तु सम्मत निमार्ण से भाग्य बदल जाता है? -डॉ.उमेश पुरी 'ज्ञानेश्वर'
क्या वास्तु सम्मत निमार्ण से भाग्य बदल जाता है? यह प्रश्न वास्तु के प्रचलन को देखकर सभी के मन में आता होगा। आजकल सभी यह सोचकर वास्तु सम्मत निर्माण करने लगे हैं कि शायद ऐसा करने से भाग्य बदल जाए। प्रत्येक व्यक्ति इस प्रश्न का उत्तर जानना...
कैसा हो आपका किचन-किचन संबंधित खास वास्तु टिप्स----
महिलाओं का अधिकतम समय किचन में ही बीतता है। वास्तुशास्त्रियों के मुताबिक यदि वास्तु सही न हो तो उसका विपरीत प्रभाव महिला पर, घर पर भी पड़ता है। किचन बनवाते समय इन बातों पर गौर करें।
किचन की ऊँचाई 10 से 11 फीट होनी चाहिए और गर्म हवा निकलने के लिए वेंटीलेटर...
शयन कक्ष का निर्माण वास्तु आधार पर करना चाहिए। शयन कक्ष का निर्माण एवं उसको व्यवस्थित करते समय वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना चाहिए, जिससे भवन स्वामी और उसका परिवार सुखी रहे और गहन नींद का आनन्द ले सके जिससे अच्छे स्वास्थ्य के रहने पर कर्मक्षेत्र में पूर्ण क्षमता को प्रयोग कर सके। किस दिशा में शयन...