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राहु कष्टदायक नहीं भाग्यदायक हैं…!!!!

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राहु कष्टदायक नहीं भाग्यदायक हैं...!!!! राहु के शुभ होने पर व्यक्ति को कीर्ति, सम्मान, राज वैभव व बौद्धिक उपलब्धता प्राप्त होती हैं परन्तु राहु के अशुभ होने पर जो राहु की महादशा,...

II Shanti Path II II शांति पाठ II

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  II  Shanti Path II II शांति पाठ II                                                         ...

मंत्र जप और हवन (यज्ञ)करते समय ध्यान रखें…(सावधानियां)

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मंत्र जप  और हवन (यज्ञ)करते समय ध्यान रखें...(सावधानियां) यदि जप के समय काम-क्रोधादि सताए तो काम सताएँ तो भगवान नृसिंह का चिन्तन करो। लोभ के समय दान-पुण्य करो। मोह के समय कौरवों...

भगवन शिव शंकर स्तुति / प्रार्थना—

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भगवन शिव शंकर स्तुति  / प्रार्थना--- जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणा-कर करतार हरे, जय कैलाशी, जय अविनाशी, सुखराशि, सुख-सार हरे जय शशि-शेखर, जय डमरू-धर जय-जय प्रेमागार हरे, जय त्रिपुरारी, जय मदहारी, अमित अनन्त अपार हरे, निर्गुण...

उच्च तथा नीच राशियों में स्थित ग्रहों के फल—–

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उच्च तथा नीच राशियों में स्थित ग्रहों  के  फल----- भारतवर्ष में अधिकतर ज्योतिषियों तथा ज्योतिष में रूचि रखने वाले लोगों के मन में उच्च तथा नीच राशियों में स्थित ग्रहों को लेकर...

श्रावण माह में किस राशि के व्यक्ति को किस पूजा सामग्री से शिव पूजा...

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श्रावण माह में किस राशि के व्यक्ति को किस पूजा सामग्री से शिव पूजा अधिक शुभ फल देती है।-प० राजेश कुमार   हिन्दू धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन महीने को देवों के...

सौभाग्याष्टोत्तरशतनामस्तोत्र—

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सौभाग्याष्टोत्तरशतनामस्तोत्र--- किसी भी श्रद्धा-विश्वास-युक्त स्त्री के द्वारा स्नानादि से शुद्ध होकर सूर्योदय से पहले नीचे लिखे मन्त्र की १० माला प्रतिदिन जप किये जाने से घर में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है...

Navgrah Shanti Durga Pooja – नवग्रह शांति दुर्गा पूजा

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अध्यात्मिक साधना के लिए जो लोग इच्छुक होते हैं वे लोग इन दिनों साधना रत रहते है.ग्रहों से पीड़ित व्यक्ति इन दस दिनों में ग्रह शांति भी कर सकते हैं यह...

भोले भंडारी का प्रिय श्रावण मास—

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भोले भंडारी का प्रिय श्रावण मास--- श्रावण मास 16 जुलाई से प्रारंभ हो गया है, जो 13 अगस्त तक रहेगा। भगवान शिव को यह मास अतिप्रिय है। श्रावण मास लगते ही जहां...

“माँ तारा”:-(ममतामयी माँ सबको तारने वाली)– राज शिवम

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"माँ तारा":-(ममतामयी माँ सबको तारने वाली)-- राज शिवम माँ तारा जब तुम्हें याद करता हूँ तो मन भर जाता है और शब्द निकल नहीं पाते क्या लिखूँ तारा माँ तुम्हारे बारे में।प्रेम...

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