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पंचांगों की मानें तो इस वर्ष 2020 के नवम्बर महीने में मात्र दो शुभ मुहूर्त 25 व 30 नवम्बर के है। वहीं वर्ष के अंतिम माह दिसम्बर में तीन, सात दिसंबर, 9 और 11 दिसम्बर के शुभ मुहूर्त हैं। इस प्रकार वर्ष 2020 के शेष 85 दिनों में मात्र पांच ही दिन शहनाइयां बज सकेगी। विवाह योग्य युवक-युवतियों को...
प्रिय मित्रों/पाठकों, इस बार शरद पूर्णिमा रविवार ( 30 अक्तूबर, 2020) को मनाई जाएगी। ऐसा कई वर्षों में पहली बार हो रहा है जब शरद पूर्णिमा और शनिवार का संयोग बना है। इस दिन पूरा चंद्रमा दिखाई देने के कारण इसे महापूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन चन्द्रमा 16 कलाओं से युक्त होता है, इसलिए इस दिन का विशेष...
अगले महीने 30 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। इसका सीधा असर व्यक्ति के मन पर पड़ेगा, क्योंकि चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। इस साल 2020 के नवंबर महीने में आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। जो एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। इस वर्ष का यह आखिरी चंद्र ग्रहण वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र...
प्रिय पाठकों /मित्रों , ज्योतिष की मान्यता एवं प्राचीन धर्म ग्रंथो के अनुसार तथा हिन्दू-पंचांगों के अनुसार आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा, कोजागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा कहते हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की वैदिक ज्योतिषीय ग्रंथों के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन औषधियों की स्पंदन क्षमता अधिक होती है, पूरे साल...
परफ्यूम/खुशबू/सुगंध के प्रयोग से भाग्य को बदला जा सकता है। खुशबू का प्रयोग करके आप अपने चाहने वालों को अपने करीब ला सकते हैं। लव पार्टनर को सदैव के लिए अपना बना सकते हैं। जब आप अपने लव पार्टनर के साथ होते हैं तो आपकी खुशबू आपके पार्टनर की सासों में होती है और जब आप अपने लव पार्टनर...
पूर्णिमा और अमावस्या--- हिन्दू धर्म के अंतर्गत पूर्णिमा और अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है... इसका संबंध चंद्र देव के साथ है इसलिए धार्मिक दृष्टि के साथ-साथ ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी यह समय काफी महत्वपूर्ण करार दिया गया है। जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा से संबंधित परेशानियां या समस्याएं हैं उन्हें अमावस्या और पूर्णिमा के दिन पूजा-अर्चना करने की...
चन्द्रमा मन का अधिष्ठाता है। मन की कल्पनाशीलता चन्द्रमा की स्थिति से प्रभावित होती है। ब्रह्मांड में जितने भी ग्रह हैं, उन सभी का व्यक्ति के ‍जीवन पर विशेष और अत्यंत महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। मानव ने जब से काल के चिंतन का आरंभ किया, उसी समय से चन्द्रमा उसके लिए अपने घटने-बढ़ने की प्रक्रिया के कारण प्रकृति का...
वर्तमान समय में अभिनय की दुनिया में भी बहुत से युवक-युवतियाँ अपना भाग्य आजमाने के लिए प्रयास रहते हैं। बहुतों को सफलता मिलती है और बहुत से असफल भी रहते हैं। ऎसे कौन से योग होते हैं जिनके आधार पर व्यक्ति सफल रहता है। आइए जानने का प्रयास करें। फिल्म अभिनेता हो या फिर टेलिविजन के पर्दे पर काम करने...
भारतीय वैदिक ज्योतिष में जब से 12 राशियों और 27 नक्षत्रों की पहचान की गई, तब से आज तक मनुष्य ने बेशक भविष्य जानने की अनेक पद्धतियों को विकसित कर लिया हो, परंतु फिर भी नक्षत्र से भविष्य जानने की पद्धति का अपना अलग ही महत्व बना हुआ है। राशि एवं नक्षत्र के आधार पर रोगों का वर्णन भी...
जीवन और मृत्यु का शाश्वत चक्र अनादि काल से अस्तित्व में है। जीवन के बाद मृत्यु और मृत्यु के बाद जीवन की इस सतत् प्रक्रिया के मध्य कुछ अवकाश रह जाता है और इसी रिक्त स्थान में अशरीरी आत्माओं अर्थात् भूत-प्रेत, पिशाचादि के रूप में भी जीवात्मा कुछ काल व्यतीत करता है। इस काल का निर्धारण मृत्यु के प्रकार...

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