ज्येष्ठ मास के पर्व:---
ज्येष्ठ संक्रान्ति 2011, 15 मई --
Festival in the Month of Jyeshtha : Jyeshtha Sankranti 2011, 15 May---
15 मई, 2011 रविवार, वैशाख शुक्ल त्रयोदशी तिथि को प्रात 09:50, चित्रा नक्षत्र काल, कर्क लग्न में प्रारम्भ होगी. इस संक्रात्नि का पुन्य कल प्रात; सूर्योदय से सायं 16:14 तक रहेगा. वार अनुसार इस संक्रान्ति का नाम घोरा है....
वैशाख मास के पर्व:----
वैशाख संक्रान्ति 2011, 14 अप्रैल ---
Festival in the Month of Vaishakh : Vaishakh Sankranti 2011, 14 April---
14 अप्रैल, 2011, गुरुवार, चैत्र शुक्ल पक्ष , एकादशी तिथि को दोपहर 03.00 बजे पर मघा नक्षत्र कालीन कर्क लग्न में प्रवेश करेगी. वैशाख संक्रान्ति का पुण्य़काल सूर्योदय से प्रारम्भ होगा. इस मास में प्रतिदिन श्री विष्णु सहस्त्रणाम एवं...
गजकेसरी योग में किस प्रकार के फल प्राप्त होते है? ??
(What are the results of the Gaja Kesari Yoga)
"गजकेसरी" योग (Gaja Kesari Yoga) के विषय में यह मान्यता है कि यह योग व्यक्ति को "गज के समान" स्वर्ण देने की संभावनाएं देता है. राजयोगों व धनयोगों के बाद इस योग के फलों का विचार किया जाता है. गजकेसरी योग...
गजकेसरी योग कैसे बनता है? ???
How is Gaja Kesari Yoga Formed...????
वैदिक ज्योतिष में शुभ योगों में गजकेसरी योग (Gaja Kesari Yoga) को विशेष रुप से शुभ माना जाता है. यह योग गुरु से केन्द्र अर्थात लग्न, चतुर्थ, सप्तम व दशम भाव में चन्द्र हो तो 'गजकेसरी योग' बनता है. गुरु जो धन, ज्ञान, संमृ्द्धि, सौभाग्य, संतान के कारक ग्रह...
नाग पंचमी ("कालसर्प योग शान्ति महोत्सव") ---
Nag Panchami( An Occasion to Pacify Kalsarp Yoga)---
नाग पंचमी श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है. यह श्रद्धा व विश्वास का पर्व है. इस दिन नागों को धारण करने वाले भगवान भोलेनाथ की पूजा आराधना करने का विशेष विधान है.
नाग पंचमी की विशेषता
Importance of Nag Panchami
शास्त्रों के अनुसार पंचमी...
नाग पंचमी पर्व महत्व --
Significance of Naag Panchmi Festival---
भारत की अधिकतर जनसंख्या आज भी अपनी आजीविका के लिये कृ्षि पर आश्रित है. हमारे यहां पर पेड- पौधों की पूजा करने का विधान भी प्राचीन समय से चला रहा है. यही कारण है कि आज भी हर घर में तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है. "वनोत्सव" जैसे पर्व...
गजकेसरी योग फलादेश को प्रभावित करने वाले तत्व (What are the combinations that affect Gaja Kesari Yoga)----
गुरु-चन्द्र का एक दुसरे से केन्द्र में होना गजकेसरी योग (Gaja Kesari Yoga) का निर्माण करता है. गजकेसरी योग व्यक्ति की वाकशक्ति में वृ्द्धि होती है. इसकी शुभता से धन, संमृ्द्धि व संतान की संभावनाओं को भी सहयोग प्राप्त होता है. गुरु सभी...
श्रीराम की गुरु भक्ति ---
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अपने शिक्षागुरु विश्वामित्र के पास बहुत संयम, विनय और विवेक से रहते थे। गुरु की सेवा में सदैव तत्पर रहते थे। उनकी सेवा के विषय में भक्त कवि तुलसीदास ने लिखा है-
मुनिवर सयन कीन्हीं तब जाई।
लागे चरन चापन दोऊ भाई॥
जिनके चरन सरोरुह लागी।
करत विविध जप जोग विरागी॥
बार बार मुनि आज्ञा दीन्हीं।
रघुवर जाय...
12 अप्रैल 2011: मंगलवार, 3:39 * तक Sukla नवमी,
* 03:41 Pushyami तक, जब तक 8:14 योग Sukarman, 5:51 * तक Dhriti योग,
जब तक 16:29 करण Balava, 3:39 * तक Kaulava करण,
RahuK: 13:33 GulikaK: YamaG, 12:03: 15:03-16:33 - 9:03-10:33,
18:41 पर सूर्योदय पर 6:02 सूर्यास्त, *,
12:32 पर Moonrise,) दिन Moonset पर 2:28 पूरे (*, चंद्रमा कर्क में )आज रामनवमी हे, साथ...
मंगल भवन अमंगल हारी,
दॄवहुसु दशरथ अजिर बिहारि ॥
अगस्त्यसंहिताके अनुसार चैत्र शुक्ल नवमीके दिन पुनर्वसु नक्षत्र, कर्कलग्नमें जब सूर्य अन्यान्य पाँच ग्रहोंकी शुभ दृष्टिके साथ मेषराशिपर विराजमान थे, तभी साक्षात् भगवान् श्रीरामका माता कौसल्याके गर्भसे जन्म हुआ।
चैत्र शुक्ल नवमी का धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। आज ही के दिन तेत्रा युग में रघुकुल शिरोमणि महाराज दशरथ एवं महारानी कौशल्या...