शिव शंकर भोलेनाथ भगवान के पुत्र और विघ्नहर्ता गणेशजी की पूजा का विधान है। कोई भी धार्मिक कार्य, पूजा पाठ में यह सबसे पहले जो पूजे जाते हैं। बुद्धि के देवता श्री गणेश की जिस पर कृपा हो जाती है वो सभी सुखों का स्वामी हो जाता है।
     ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार भगवान गणेश को रिद्धि-सिद्धि का ज्ञाता और देवता माना जाता है। इनकी पूजा अर्चना करने से मनुष्य को बुद्धि, ज्ञान और धन की प्राप्ति होती है। इसके अलावा विघ्नहर्ता की पूजा करने से घर परिवार में आ रही किसी भी तरह की समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। कहते हैं कि बप्पा से आप धन-धान्य की मांग करते हैं, तो वह आपको धन के साथ जीवन में बरकत का आशीर्वाद भी देते हैं। आज हम आपको ऐसे ही धन प्राप्ति मंत्र के बारे में बताएँगे जो आपकी सभी समस्याओं का संधान करेंगे।
     यदि आपके जीवन में धन संबंधी कोई समस्या है या आपको व्यवसाय में रात चौगुनी और दिन दुगनी तरक्की करनी हो, तो आप गणेश जी के चमत्कारी धन प्राप्ति मंत्र का जाप कर सकते हैं। इन चमत्कारी मंत्रों का जाप करने से आपके जीवन में कभी भी धन का अभाव नहीं होगा। गणेश जी सभी कष्टों का नाश करने वाले हैं। उनकी महिमा अपरंपार है। विघ्नहर्ता सुखकर्ता देवा श्री गणेश की महिमा सबसे बड़ी मानी गयी है। कोई भी धार्मिक कार्य, पूजा पाठ में यह सबसे पहले जो पूजे जाते हैं।  पंडित दयानन्द शास्त्री जी बताते हैं कि श्री गणेश कीे पूजा बुधवार के दिन करने से सारी मनोामनायें पूरी हो जाती है। आइयें ऐसे कुछ सरल उपाय जानते है जिससे आप भगवान भी गणेश को कर सकते हैं प्रसन्न।

सुख-समृद्धि एवं सफलता के लिए गणेश महामंत्र का उपयोग करें 

     चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करते समय आप नीचे दिए गए गणेश महामंत्र का जाप करें, इससे आपके जीवन में सुख-समृद्धि आएगी। साथ ही आपको जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। जो लोग निर्धन हैं, वे लोग अपने जीवन से दरिद्रता को दूर करने के लिए इस गणेश महामंत्र का जाप करें।
प्रातर्नमामि चतुराननवन्द्यमानमिच्छानुकूलमखिलं च वरं ददानम्।
तं तुन्दिलं द्विरसनाधिपयज्ञसूत्रं पुत्रं विलासचतुरं शिवयो: शिवाय।।
प्रातर्भजाम्यभयदं खलु भक्तशोकदावानलं गणविभुं वरकुञ्जरास्यम्।
अज्ञानकाननविनाशनहव्यवाहमुत्साहवर्धनमहं सुतमीश्वरस्य।।
     इस गणेश महामंत्र का जाप करने से पूर्व अपने मन को शांतिपूर्वक एकाग्र कर लेना चाहिए और गणपति का ध्यान करते हुए जाप करना चाहिए। इस मंत्र का एक माला जाप करें।

अवश्य होगा बुधवार के दिन इन उपाय को करने से लाभ 

  • इन पांच चीजें विघ्नहर्ता श्री गणेश जी को जरूर अर्पित करें। विघ्नहर्ता गणेश जी आपके जीवन की सभी बाधाओं का शमन कर देंगे, आप के कष्टों को हर लेंगे।
  • माना जाता है कि बुधवार को गणेशजी की उपासना से व्यक्ति का सुख-सौभाग्य बढ़ता है और उसके जीवन की सभी तरह की रुकावटें दूर होती हैं।

धन प्राप्ति मंत्र

     किसी भी चतुर्थी के दिन गणेश जी की हरे रंग की पूर्ति मूर्ति को घर में स्थापित करें। ध्यान रहे मूर्ति का मुंह उत्तर दिशा की ओर हो। रोज इस मूर्ति की पूजा अर्चना करें। फिर .1 हरी पत्ती दूब की गणेश जी को अर्पित करें। इसके बाद “ओम नमो भगवते गजाननाय” मंत्र का 1.8 बार जाप करें। यह जाप आप लाल रंग के आसन पर बैठकर ही करें। ऐसा लगातार 11 दिनों तक करने पर आपकी धन प्राप्ति की इच्छा गणपति जी अवश्य पूर्ण करेंगे।

मांगलिक कार्यों में आ रही अड़चनों से बचने का मंत्र

     बुधवार के दिन गणेश जी की प्रतिमा या फोटो पर .1 हरि दूर्वा चढ़ाएं। गणेश जी की पूजा अर्चना करें और “ॐ विघ्ननाशनाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। आपको प्रत्येक बुधवार गणेश जी की यह विशेष पूजा करनी है। ऐसा करने से आपके किसी भी मांगलिक कार्य पर कभी भी कोई बाधा नहीं आएगी।

व्यवसाय में धन की हानि से बचने का उपाय

     ऑफिस या अपने व्यवसाय के स्थान पर शुक्रवार के दिन गणेश जी के साथ माता लक्ष्मी की मूर्ति या फोटो स्थापित करें। इसके बाद उस पर गंगाजल का छिड़काव करें और फिर गुलाब का इत्र गणेश जी और माता लक्ष्मी को अर्पित करें। उसके बाद “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें ध्यान रहे। हर शुक्रवार आपको यह उपाय करना है। ऐसा करने से आपके व्यापार या व्यवसाय में हो रही हानि से आपको तुरंत ही छुटकारा मिल जाएगा।
  • जो काई भी भगवान गणेश के समक्ष घी के दिये जलाता है उसपर भगवान की हमेशा कृपा होती है।
  • श्री गणेश को मोदक बेहद पसंद है और मोदक को भोग लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इसलिए पूजा समाप्त हो जाने के बाद श्री गणेश को मोदक का भोग लगायें इससे भगवान बहुत खुश होते हैं।
  • भगवान श्री गणेश का पूजा दूर्वा से करें ऐसा करने से गणेश भगवान अपने भक्तो के भंडार के कुबेर से भर देते हैं।
  • भगवान शनि देव और गणेश दोनों देवताओ को शमी का वृक्ष अति प्रिय है। यदि आप शमी की पूजा करेंगे तो गणेश जी भी जल्दी खुश होंगे।

रोग से बचने का मंत्र

     चतुर्थी के दिन घर में लाल रंग के बप्पा की मूर्ति की स्थापना करें। रोज उस पर 11 लाल पुष्प अर्पित करें। उसके बाद “वक्रतुण्डाय हुँ” मंत्र का रुद्राक्ष की माला के साथ 108 बार जाप करें। इस मंत्र का जाप आपको रोजाना करना है। जिससे बप्पा आपके या आपके परिवार में किसी भी तरह के रोग को घर ना करने दें और आप सदैव निरोगी बनी रहें।
  • आपने कई गणेश मंदिरों में देखा होगा कि गणपति की प्रतिमा को लाल रंग के सिंदूर से चोला चढ़ाया जाता है। भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए सिंदूर का चोला चढ़ाएं। इस सिंदूर में गौ माता का शुद्ध घी काम में लें।
  • मक्के के दाने गणेश जी पर चढ़ाकर रसोई घर में छिपा कर रख दे इससे आपके घर में अन्न,धन की कभी कमी नहीं होगी।

बेफिजूलखर्ची से बचने का मंत्र

     बुधवार के दिन गणेश जी की पीले रंग की मूर्ति को पूर्व दिशा की ओर घर में स्थापित करें। फिर रोली-मौली, चावल गणेश जी को अर्पित करें। उसके साथ ही धूप और दीप चलाकर गणेश जी की आरती उतारें। इसके बाद “ॐ हेरम्बाय नम:” मंत्र का जाप 108 बार करें। ध्यान रहे यह जाप आपको लाल चंदन की माला के साथ ही करना है। ऐसा लगातार 27 दिनों तक करने पर आपके खर्चों में कमी आने लगी।
     पान के पते पर स्वास्तिक बनाकर गणेश जी पर अर्पित करें। ऐसा करने से आपके शत्रुओं का नाश होगा।
यदि आप चाहें तो अपने जन्म लग्न के अनुसार पूजन कर अनेक गुना लाभ प्राप्त कर सकते हैं।। आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी साथ ही आपकी कुंडली दोष भी दूर होंगे। लेकिन लग्न अनुसार पूजा करने के लिए आपको अपनी कुंडली से लग्न जानना होगा। 

कैसे जानें अपना लग्न???

     लग्न जानने के लिए सबसे पहले आप अपनी कुंडली में प्रथम स्थान देखें और उसमें लिखा अंक देखें। जो अंक लिखा होगा वही आपका लग्न होगा। जैसे 1 लिखा है तो मेष, 2 लिखा है तो वृषभ, . लिखा है तो मिथुन,4 लिखा है तो कर्क लग्न होगा इसी प्रकार सभी राशियों का कर्मअनुसार अाप अपना लग्न जान लें उसके बाद आप इसके अऩुसार पूजन शुरु करें और मंत्रोच्चारण करें।
  1. मेष लग्न : यदि आपका लग्न मेष है तो आप गणेश जी की मूर्ति के सामने इस मत्र का जप करें आपकी मनोकामना पूरी होगी ‘ॐ धूम्रवर्णाय नम:’
  2. वृषभ लग्न : इस लग्न वाले जातक गणेश जी की आराधना करते समय इस मंत्र का जप करें शुभता प्राप्त होगी ‘ॐ गजकर्णाय नम:’
  3. मिथुन लग्न : इस लग्न के जातक इस मंत्र का जाप करें लाभदायक रहेगा व इच्छित फल की प्राप्ति होगी ‘ॐ गणाधिपाय नमः’
  4. कर्क लग्न : इस लग्न के जातक ‘ॐ विश्वमुखाय नम:’ मंत्र का जाप करें , इससे आपको मनोवांछित फल प्राप्त होगा
  5. सिंह लग्न : इस लग्न वाले जातकों के लिए इस मंत्र का जप सर्वश्रेष्ठ है ‘ॐ गजाननाय नम:’गणपति आपके सभी कष्टों को करेंगे दूर
  6. कन्या लग्न : इस लग्न के जातक लंबोदर की आराधना कर इस मंत्र का जप करें शुभदाई रहेगा’ॐ ज्येष्ठराजाय नमः’
  7. तुला लग्न : इस लग्न के जातक इस गणेशोत्सव उक्त मंत्र का जप करें ‘ॐ कुमारगुरवे नमः’ सफलता प्राप्त होगी।
  8. वृश्चिक लग्न : इस मंत्र ‘ॐ ईशानपुत्राय नमः’ के जप से इस लग्न वाले जातकों को इच्छित फल की प्राप्ति होती है व कष्टों का नाश होता है
  9. धनु लग्न : इस लग्न के जातक गणपति जी की पूजा के साथ-साथ इस मंत्र का जप करें ‘ॐ गणाधिराजाय नमः’
  10. मकर लग्न : इस लग्न के व्यक्तियों को इस मंत्र का जप करना चाहिए अच्छा फल मिलेगा ‘ॐ गजकर्णकाय नमः’
  11. कुंभ लग्न : इस लग्न वाले जातक गणेश जी की आराधना करते समय इस मंत्र का जप करें ‘ॐ निधिपतये नमः’
  12. मीन लग्न : इस लग्न के जातक लंबोदर की आराधना कर इस मंत्र का जप करें ‘ॐ शुभाननाय नमः’

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