आगर मालवा—–


संकलन एवं लेखन—
पंडित “विशाल” दयानंद शास्त्री (मोब.–.9669.90067 )


आगर मालवा ( मध्यप्रदेश) का 5.  वां जिला हें जिसे 15  अगस्त,201.  के अवसर पर घोषणा कि गयी थी..
इससे  पूर्व यह शाजापुर जिले में शामिल था..


आगर उज्जैन से लगभग 70  किलोमीटर  उत्तर की ओर 50  हजार कि आबादी वाला नगर है।
किसी ज़माने में यहाँ पर अंग्रेजों कि छावनी हुआ कराती थी..


यहाँ पर पर्यटन कि दृष्टी से देखने लायक/घूमने लायक निम्न स्थान/जगहें हें—


हनुमान गड़ी ,केवड़ा स्वामी भैरव मंदिर,कमल कुण्डी में महादेव,गुफा बल्दा जहाँ पर माता दुर्गा “तुलजा भवानी” के स्वरुप में विराजित हें…इसके अलावा बड़ा तालाब के निकट चिंताहरण गणेश जी भव्य मंदिर हें..


—-यहाँ से लगभग दो किलोमीटर दूर बैजनाथ महादेव का ज्योतिर्लिंग विराजित हें..यह मंदिर आगर से ईशानकोण में बना हुआ हें है जिसे 1883 ई. में अंग्रेज़ सैनिक कर्नल मार्टिन ने बनवाया था।इस मंदिर की मूर्ति बहुत पुरानी है।कहा जाता है कि इस स्थान पर पहले एक अतिप्राचीन मंदिर स्थित था।


—यहाँ से लगभग 28 किलोमीटर दूर नलखेड़ा कसबे में माँ बगलामुखी(माँ पीताम्बरा ) का मंदिर /शक्तिपीठ स्थित हें…
—यहाँ से लगभग 25  किलोमीटर दूर पूर्व दिशा में पचेटी ग्राम में बाड़ी माता का विशाल मंदिर स्थित हें…
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आगर मालवा के खोखालिया भैरव (केवड़ा स्वामी)—-
—आगर मालवा (मध्यप्रदेश)  नगर के दक्षिण में स्थित बड़ा तालाब  कि बायीं तलहटी में खोखालिया भैरव (केवड़ा स्वामी) का प्राचीन और भव्य मंदिर स्थित हें..वर्त्तमान में इस विशाल सिंदूर वेष्ठित भैरव प्रतिमा वाले मंदिर का जन सहयोग से नवनिर्माण/जीर्णोद्धार कार्य प्रगति पर हें..
इस मंदिर के पुजारी श्री राजू पांडा (मोब.नंबर-09893888559 ) 
के अनुसार यह स्थान गुजरात के झाला राजपूत क्षत्रियों के इष्ट देव का हें..
राजू पांडा जी से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुजरात के झालावंशी राघोदेव जी संवत 1424  ईस्वी में मालवांचल से जा रहे थे..उनकी बैलगाड़ी(उस समय का वाहन) में वह अपने साथ अपने इष्टदेव भैरव कि मूर्ति/प्रतिमा भी साथ लेकर जा रहे थे…इस स्थान पर वह बैलगाड़ी टूट गयी थी..अनेक अथक प्रयासों के बाद भी जब वह प्रतिमा वहाँ से नहीं हिल सकी तब इसी स्थान पर राघोदेव जी द्वारा अपने इष्टदेव भैरव कि प्रतिमा को स्थापित कर दिया गया था..   
आज भी गुजरात एवं दूरदराज तथा आसपास के श्रृद्धालु भारी संख्या में यहाँ पर भैरव अष्टमी और भैरव पूर्णिमा पर मन्नत मांगने और उस मन्नत के पूरी होने पर यहाँ आते रहते हें..
संकलन एवं लेखन—पंडित “विशाल” दयानंद शास्त्री (मोब.–09669290067 )
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आगर मालवा—


संकलन एवं लेखन—
पंडित “विशाल” दयानंद शास्त्री (मोब.–09669290067 )


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शाजापुर जिले के आगर नगर में प्रदेश के 51वें जिले आगर मालवा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री द्वारा  जिले के नक्शे का अनावरण कर जिले का विधिवत शुभारंभ किया।


जिले में दो विधान सभा और चार तहसील——


कमिश्नर उज्जैन अरूण पाण्डेय ने बताया कि नवगठित जिले में दो विधानसभा क्षेत्र आगर एवं सुसनेर तथा चार तहसील आगर, सुसनेर, नलखेड़ा एवं बड़ौद हें.। 
इसमें दो अनुविभाग आगर एवं सुसनेर होंगे। जिले की जनसंख्या 2 लाख 79 हजार होगी तथा आगर नगर की जनसंख्या लगभग 50 हजार है। नवगठित जिले में 6 पुलिस थानेए 141 पटवारी हल्के तथा 503 गाँव हें । 
जिले की परिधि 60 से 70 किलोमीटर  तक होगी। उन्होंने बताया कि वर्ष 1867 से 1904 तक आगर जिला था। अब इसे पुनः जिला बना दिया गया है। 
जिले में प्रशासनिक संकुल बनाए जाने के लिए आगर.बड़ौद रोड पर 100 बीघा भूमि आरक्षित कर दी गई है।

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