सुखी दाम्पत्य जीवन के टोटके…………….


यहाँ कुछ ऐसे सरल टोटके बताये जा रहे हैं जिन्हें अपना कर अपने दांपत्यजीवन को सुखी बनाया जा सकता है—–

  • जिन महिलायों के पति अधिक शराब का सेवन करते हैं तथा अपनीआय का अधिक हिस्सा शराब पर लुटातें हैं,उनके लिए यह सब सेसरल उपाय है|जिस दिन आपके पति शराब पीकर घर आयें औरअपने जूते और उनका जूता अपने आप ही उल्टा हो जाये तो आपउस जूते के वजन के बराबर आटा लेकर उसकी बिना तवे तथाचकले की मदद से रोटी बनाकर कुत्ते को खिला दें|कुछ ही समय मेंवह शराब से घृणा करने लगेंगे|यदि ऐसा संजोग लगातार कम सेकम तीन दिन हो जाये तो वह तुरंत ही शराब छोड़ देंगे|
  • शराब छुड़ाने का एक उपाए यह भी है की आप किसी भी रविवार कोएक शराब की उस ब्रांड की बोतल लायें जो ब्रांड आपके पति सेवनकरते हैं|रविवार को उस बोतल को किसी भी भैरव मंदिर पर अर्पितकरें तथा पुनकुछ रूपए देकर मंदिर के पुजारी से वह बोतल वापिसघर ले आयें|जब आपके पति सो रहें हो अथवा शराब के नशे में चूरहोकर मदहोश हों तो आप उस पूरी बोतल को अपने पति के ऊपर सेउसारते हुए २१ बार “ नमः भैरवायका जाप करें|उसारे के बादउस बोतल को शाम को किसी भी पीपल के वृक्ष के नीचे छोड़आयें|कुछ ही दिनों में आप चमत्कार देखेंगी|
  • कुत्ते का नाख़ून अथवा बिच्छु का डंक आप किसी भी बी हने सेताबीज में पति को धारण करवा दें|इसके प्रभाव से वो अन्य महिलाका साथ छोड़ देंगे|
  • शराब छुडवाने का एक यह भी उपाय है की आप एक शराब कीबोतल किसी शनिवार को पति के सो जाने के बाद उन पर से २१ बारवार लें|उस बोतल के साथ किसी अन्य बोतल में आठ सो ग्रामसरसों का तेल लेकर आपस में मिला लें और किसी बहते हुए पानी केकिनारे में उल्टा गाढ़ दें जिससे बोतलों के ऊपर से जल बहता रहे|
  • आपको यदि शक हो की आपके पति के किसी अन्य महिला सेसम्बन्ध हैं तो आप इसके लिए रात में थोडा कपूर अवश्य जलायाकरें इससे यदि सम्बन्ध होंगे तो छूट जायेंगे|
  • रविवार की रात में सोते समय कुछ सिन्दूर बिस्तर पर पति के सोनेवाले हिस्से की और बिखरा दें तथा प्रातनहा कर माँ पार्वती का नामलेकर उससे अपनी मांग भर लें|
  • जिस महिला से आपके पति का संपर्क है उसके नाम के अक्षर केबराबर मखाने लेकर प्रत्येक मखाने पर उसके नाम का अक्षर लिखदें|उस औरत से पति का छुटकारा पाने की ईशवर से प्रार्थना करतेहुए उन सारे मखानो को जला दें तथा किसी भी प्रकार से उसकीकाली भभूत को पति के पैर के नीचे आने की व्यवस्था करें|
  • किसी के पति यदि अधिक क्लेश करते हैं तो वह स्त्री सोमवार से यहउपाय आरम्भ करे |प्रथम सोमवार को अशोक वृक्ष के पास जाकरधुपदीप से अर्चना कर अपनी समस्या का निवेदन कर जल अर्पितकरें|सात पत्ते तोड़कर अपने घर के पूजास्थल में रख कर उनकी पूजाकरें|अगले सोमवार को पुन:यह क्रिया दोहराएँ तथा सूखे पत्तों कोमंदिर तथा बहते जल में प्रवाहित कर दें|
  • यदि पति पत्नी का आपस में बिना बात के झगड़ा होता है और झगडेका कोई कारण भी नही होता तो अपने शयनकक्ष में पति अपनेतकिये के नीचे लाल सिन्दूर रखे  पत्नी अपने तकिये के नीचे कपूररखे|प्रातपति आधा सिन्दूर घर में ही कहीं गिरा दें और आधे सेपत्नी की मांग भर दें तथा पत्नी कपूर जला दे|
  • पतिपत्नी के क्लेश के लिए पत्नी बुधवार को तीन घंटे का मोंनरखें|शुक्रवार को अपने हाथ से साबूदाने की खीर में मिश्री दाल करखिलाएं तथा इतर दान करें  अपने कक्ष में भी रखें|इस प्रयोग सेप्रेम में वृद्धि होती है|
  • कनेर के पुष्प को पानी मैं घिसकर अथवा तथा पीसकर उस से पतिके माथे पर तिलक करें .यह भी अन्य महिला से सम्बन्ध समाप्तकरने का अच्छा उपाय है .
  • जब आपको लगे की आपके पति किसी महिला के पास से आरहें हैंतो आप किसी भी बहाने से अपने पति का आंतरिक वस्त्र लेकरउसमे आग लगा दें और राख को किसी चौराहे पर फैंक कर पैरों सेरगड़ कर वापिस आजाएं.
  • होली जलते समय तीन अभिमंत्रित गोमती चक्र लेकर उस महिलाका नाम लेकर थोडा सिन्दूर लगाकर होली की अग्नि में फैंक दें|पतिका उस महिला से पीछा छूट जायेगा|
  • किसी अन्य महिला के पीछे आपके पति यदि आपका अपमान करते हैं तो किसी भी गुरूवार को तीन सो ग्राम बेसन के लड्डू ,आटेके दो पेड़े,तीन केले व इतनी ही चने की गीली दाल लेकर किसी गाय को खिलाये जो अपने बछड़े को दूध पिला रही हो|उसे खिला कर यह निवेदन करें की हे माँ,मैंने आपके बच्चे को फल दिया आप मेरे बच्चे को फल देना|कुछ ही दिन में आपके पति रस्ते में आ जायेंगे|
  • गुरूवार को केले पर हल्दी लगाकर गुरु के १०८ नामों के उच्चारण से भी पति की मनोवृति बदलती है|
  • केले के वृक्ष के साथ यदि पीपल के वृक्ष की भी सेवा कर सकें तो फल और भी जल्दी प्राप्त होता है|
  • गृह क्लेश दूर करने के लिए तथा आर्थिक लाभ के लिए गेँहू शनिवारको पिसवाना चाहिए|उसमे प्रति दस किलो गेँहू पर सो ग्राम काले चने डालने चाहिए|
  • यदि किसी महिला अथवा किसी अन्य कारण से आपको लग रहा है की आपका परिवार टूट रहा है अथवा तलाक तक की हालत पैदा हो गयी हैं तो ऐसे परिस्थिति से बचाव के लिए किसी शिव मंदिर में श्रावण मास में आप किसी विद्वान ब्राह्मण से ग्यारह दिन तक लगातार ‘रुद्राष्टध्यायी‘ जिसे म्हारुदरी यग भी कहते हैं ,से अभिषेक करवाएं|
  • यदि स्त्री को श्वेत प्रदर ,मासिक धर्म में अनियमितता अथवा इसके होने पर कमर दर्द हो तो वह पीपल की जटाको गुरूवार की दोपहर में काट कर छाया में सुखा लें|जब जटा अच्छी तरह से सुख जाये तो उसे पीस कर २०० ग्राम दही में १० ग्राम जटा का चूर्ण का नियमित सात दिन तक सेवन करे तथा रात में सोते समय त्रिफला चूर्ण भी सादा जल से ले|सात दिन में इस समस्या से मुक्ति मिल जाएगी |
  • यदि किसी स्त्री का समय से पहले अर्थात ४२ वर्षायु से पहले ही मासिक रुक जाये तो उस स्त्री को पुन:मासिक धर्म आरम्भ करने के लिए इन्द्रायन की जड़ का योनी पर धुआं देने से लाभ प्राप्त होता है|
  • यदि किसी स्त्री अथवा कन्या को मासिक से पहले पेट में बहुत दर्द होता है,तो उसे रात में सोते समय मूंज की रस्सी से पेट बाँध लें,प्रात: उस रस्सी को किसी चौराहे पर फैंक देने से लाभ होता है.
  • यदि किसी स्त्री को मासिक धर्म के समय कमर में दर्द हो तो वह मासिक आरम्भ होने से तीन दिन पहले पीपल की जड़ वह पीपल की सुखी शाखा को काले कपडे में लपेट कर अपने तकिये के नीच रख लें.
  • यदि किसी महिला को पेट मैं किसी कारण से अधिक दर्द रहता है तो वह मंगलवार से अपने सिरहाने किसी ताम्बे के लोटे में जल रखे और प्रति उठाने खाली पेट उस जल का सेवन करें .इस प्रकार से हर प्रकार के पेट दर्द का निवारण हो जायेगा .
  • प्रसूता के पेट पर यदि केसर का लेप किया जाये तो भी प्रसव आसानी से हो जाता है .
  • प्रसव काल से कुछ ही समय पहले यदि प्रसूता को १०० ग्राम गोमूत्र पिलाया जाये तो प्रसव आसानी से हो जाता है .
  • विवाहित महिला को अपने परिवार की सलामती के लिए ही माँ दुर्गा चालीसा के साथ माँ के १०८ नाम अथवा ३२ नाम की माला का जाप करना चाहिए .
  • कभी किसी महिला को दान करने की इच्छा हो तो दान सामग्री में लाल सिन्दूर के साथ इतर की शीशी ,चने की दाल तथा केसर अवश्य रखें .इस से सुहाग की आयु में वृद्धि होती है.

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