Tag: सूचना/ जानकारी
श्रीललिता-महा-लक्ष्म्याः स्तोत्रम्—वैदिक जगत—
श्रीललिता-महा-लक्ष्म्याः स्तोत्रम्---वैदिक जगत---
वैष्णव-सम्प्रदाय के प्रसिद्ध ग्रन्थ “लक्ष्मी-नारायण-संहिता” से उद्धृत निम्न स्तोत्र शक्ति-साधना से सम्बन्धित है । वैष्णव ग्रन्थ होने के कारण इनकी साधना-प्रणाली ‘वैष्णवाचार’-परक है ।
।। श्री नारायणी श्रीरुवाच ।।
ललिताख्य-महा-लक्ष्म्या, नामान्यसंख्यानि...
सर्प-भय-नाशक मनसा-स्तोत्र—वैदिक जगत–
सर्प-भय-नाशक मनसा-स्तोत्र---वैदिक जगत--
ध्यानः-चारु-चम्पक-वर्णाभां, सर्वांग-सु-मनोहराम् ।नागेन्द्र-वाहिनीं देवीं, सर्व-विद्या-विशारदाम् ।।।। मूल-स्तोत्र ।।।। श्रीनारायण उवाच ।।नमः सिद्धि-स्वरुपायै, वरदायै नमो नमः । नमः कश्यप-कन्यायै, शंकरायै नमो नमः ।।बालानां रक्षण-कर्त्र्यै, नाग-देव्यै नमो नमः । नमः आस्तीक-मात्रे...
प्राचीन तंत्र साहित्य—खींवराज शर्मा
प्राचीन तंत्र साहित्य-----खींवराज शर्मा
आगम ग्रंथ में साधारणतया चार पाद होते है - ज्ञान, योग, चर्या और क्रिया। इन पादों में इस समय कोई-कोई पाद लुप्त हो गया है, ऐसा प्रतीत होता...
Astrologically-Right Time for intercourse—Nikhil Gupta
Astrologically-Right Time for intercourse---Nikhil Gupta
This being an extremely sensitive issue, is rarely discussed in astrological conferences and communities..therefore I want to take it up and discuss the concepts related to it...
आइये जाने नक्षत्रों को–आधानादि नक्षत्र
आइये जाने नक्षत्रों को--आधानादि नक्षत्र
वैदिक ज्योतिष में 28 नक्षत्रों का उल्लेख मिलता है. सभी नक्षत्रों का अपना विशिष्ट महत्व है. 28 नक्षत्रों में से कोई भी नक्षत्र व्यक्ति विशेष के लिए...
वास्तु–कुछ महत्वपूर्ण जानकारी और सुझाव—-
वास्तु--कुछ महत्वपूर्ण जानकारी और सुझाव----
बिना सोचे-विचारे मकान बनवाने पर उसमें कई वास्तु दोष आ जाते हैं। जिनका असर हमारे जीवन पर पड़ता है। वास्तु शास्त्रियों के अनुसार कुछ मामूली परिवर्तन कर...
नाथद्वारा खगोल सम्मलेन की यादें—
नाथद्वारा खगोल सम्मलेन की यादें--- नाथद्वारा खगोल सम्मलेन की यादें---
नाथद्वारा खगोल सम्मलेन की यादें—
नाथद्वारा खगोल सम्मलेन की यादें--- नाथद्वारा खगोल सम्मलेन की यादें---
कैसे फूल भगवान को कभी न चढ़ाए…?
कैसे फूल भगवान को कभी न चढ़ाए...?
भगवान को प्रसन्न करने के लिए उनका पूजन-आरती की जाती है। सभी पूजन कर्म में पुष्प का विशेष महत्व बताया गया है। फूलों के बिना...
!!श्री कृष्णानन्दस्तुतिः!!
!श्री कृष्णानन्दस्तुतिः!!
सर्वशास्त्रार्थनिष्णातं निगमागमबोधकम् ।श्री कृष्णाख्यं यतिश्रेष्ठं प्रणमामि पुनः पुनः ॥1कृष्णानन्दं जगद्वन्द्यं कारुण्यामृतसागरम् ।स्वात्मानन्दनिमग्नञ्च शिवसायुज्यसाधकम् ॥ 2जीवितं यस्य लोकायऽऽलोकायैव च जीवनम् ।महादेव समं मान्यममान्यानपि मानदम् ॥ 3हार्दं लोकहितार्थाय मनोहारि च यद्वचः ।राकेन्दुरिव दिव्याय भव्याय नमो नमः ॥ 4काषायवस्त्रभूषाय मालारुद्राक्षधारिणे ।श्री...