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वास्तु शास्त्र में ईशान कोण के शुभ -अशुभ लक्षण

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वास्तु शास्त्र में ईशान  कोण के शुभ -अशुभ लक्षणईशान दिशा के अनुरूप भवन वास्तु का अर्थ है वास करने का स्थान। महाराज भोज देव द्वारा ग्यारहवीं शताब्दी में ‘समरांगण सूत्रधार’ नामक...

वास्तु सम्मत पूर्व मुखी भवन./मकान—-

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वास्तु सम्मत पूर्व मुखी भवन./मकान---- पूर्वी दिशा में खाली स्थल वाला भवन स्वास्थ्य और आर्थिक दृश्टि से प्रगतिकारक होता है। पूर्वी दिशा में बने हुए मुख्य द्वार तथा अन्य द्वार भी सिर्फ...

इस माह(अगस्त,2011) के पर्व त्योहार—-

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इस माह(अगस्त,2011) के पर्व त्योहार----     कामदा एकादशी- 06 अगस्तभौमवती अमावस्या- 10 अगस्तहरियाली तीज- 12 अगस्तनाग पंचमी- 14 अगस्ततुलसी जयंती- 16 अगस्तपुत्रदा एकादशी- 20 अगस्तरक्षाबंधन- 24 अगस्तहलषष्ठी- 30 अगस्तश्री कृष्ण का साक्षात स्वरूप हैं गिरिराज गोव‌र्द्धनभगवान श्रीकृष्ण की...

शनि की साढ़े साती : लक्षण और निवारण

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शनि की साढ़े साती : लक्षण और निवारण--- ग्रहों में सबसे प्रभावशाली ग्रह दैत्यराज शनि महाराज जब चंद्रमा की राशि जल राशि कर्क में प्रवेश करते हैं, जो उनकी अपनी राशि मकर...

विपत्तिनाश, सम्पदा-प्राप्ति, साधन-सिद्धि के लिये हनुमान जी के चमत्कारिक मंत्र—

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विपत्तिनाश, सम्पदा-प्राप्ति, साधन-सिद्धि के लिये हनुमान जी के चमत्कारिक मंत्र--- ‍१- “ॐ नमो हनुमते पाहि पाहि एहि एहि सर्वभूतानां डाकिनी शाकिनीनां सर्वविषयान आकर्षय आकर्षय मर्दय मर्दय छेदय छेदय अपमृत्यु प्रभूतमृत्यु शोषय शोषय ज्वल प्रज्वल भूतमंडलपिशाचमंडल...

####****II Nag Panchmi : The Festival of Snakes II****####

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 II Nag Panchmi : The Festival of Snakes II On the fifth day of the bright half of Shravan people worship the snake, “nag”. The day is known as “Nag Panchami”. Naga Panchami is the...

######****** II 108 Names of Shani Dev II******######

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 II 108 Names of Shani Dev IIShani Ashtottara Shatanamavali

###### II ****108 Names of Lord Shiva **** II#####

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 II  108 Names of Lord Shiva  IIClick here for Shiva  Ashtottara Shatanamavalli in Hindi textClick here for Shiva  Ashtottara Shatanamavalli in English text S. No. NameMeaning  1AashutoshOne Who Fulfills Wishes Instantly 2AjaUnborn 3AkshayagunaGod With Limitless Attributes 4AnaghaWithout Any Fault 5AnantadrishtiOf...

आपके ग्रह निर्धारित करते हैं आजीविका—

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आपके ग्रह निर्धारित करते हैं आजीविका---- प्रत्‍येक मनुष्‍य की शिक्षा ही आजीविका संसाधन वृद्धि का कारण बनती है। आजीविका के बेहतर संसाधन तभी जुटाए जा सकते हैं, जब आपकी शिक्षा रोजगार परक...

उच्च तथा नीच राशियों में स्थित ग्रहों के फल—–

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उच्च तथा नीच राशियों में स्थित ग्रहों  के  फल----- भारतवर्ष में अधिकतर ज्योतिषियों तथा ज्योतिष में रूचि रखने वाले लोगों के मन में उच्च तथा नीच राशियों में स्थित ग्रहों को लेकर...

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