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समृद्धि में अवरोध – कारण पूजा कक्ष तो नहीं…!!!!!
समृद्धि में अवरोध - कारण पूजा कक्ष तो नहीं...!!!!! पूजाघर भौतिक सुखों की प्राप्ति के साथ-साथ पारलौकिक सुखों एवं आध्यात्मिक शांति की प्राप्ति का साधन हैं। यह वह कक्ष हैं,...
वास्तु और प्रसिद्धि–
वास्तु और प्रसिद्धि--
जन्मकुंडली के ग्रहों की प्रकृति व स्वभाव अनुसार सृजन प्रक्रिया बिना लाग लपेट के प्रभावी होती हैं और ऐसे में अगर कोई जातक जागरूकता को अपनाकर किसी विद्वान जातक...
वास्तु सम्मत आफिस( OFFICE AS PAR VASTU RULES)—–
वास्तु सम्मत आफिस( OFFICE AS PAR VASTU RULES)-----
वास्तु के दृष्टिकोण से एक अच्छे आफिस में बैठते हुए यह ध्यान रखना जरूरी हैं कि स्वामी की कुर्सी आफिस के दरवाजे के...
वास्तु सम्मत – रसोईघर (KITCHAN AS PAR VASTU)—-
वास्तु सम्मत - रसोईघर (KITCHAN AS PAR VASTU)----
दीर्घायु के लिये व्यक्ति का स्वस्थ होना आवश्यक है। स्वस्थ व्यक्ति जीवन पर्यन्त समस्त प्रकार के उत्तर दायित्वो का ठीक से निर्वाह कर सकता...
उपाय वास्तु (पञ्च तत्वों का संतुलन)—
उपाय वास्तु (पञ्च तत्वों का संतुलन)---
हमारे शरीर मे पंचतत्त्व अपनी विशेष भूमिका निभाते हैं। पूरे का पूरा आयुर्वेद पंचतत्त्वों पर आधारित है। ये पंचमूल तत्त्व एक दूसरे तत्त्व की सहायता से...
वास्तु दोष कैसे पहचाने ?
वास्तु दोष कैसे पहचाने ?
भवन निर्माण एवं वास्तु विज्ञान दो अलग अलगविषय हैं। एक व्यक्ति अपने मनोनुकूल गृह का निमार्ण तोकरवा सकता है अपने आर्किटेक्ट या डिज़ाइनर से कहकरउसे अच्छी प्रकार...
चीनी वास्तु कला और भारतीय वास्तु शास्त्र
चाईनीज क्योर क्यों ? भारतीय क्यों नहीं ?चीनी वास्तु कला और भारतीय वास्तु शास्त्र
वास्तु शास्त्र आज बहुत ही प्रचलित है।भारतीय वास्तु शास्त्र को हम वास्तु शास्त्र के नामसे जानते हैं। इसके...
भवन हेतु प्लाट/ भूखण्ड (का आकार– वास्तु सम्मत) लेते / खरीदते समय सावधानियां —-
भवन हेतु प्लाट/ भूखण्ड (का आकार-- वास्तु सम्मत) लेते / खरीदते समय सावधानियां ------
अनेकों व्यक्ति भूखण्ड के शुभ-एव अशुभ तथ्वों केध्यान में रखे विना ही भवन निर्माण प्रारम्भ करवादेते है, जिसके...
भवन निर्माण/रखरखाव में (वास्तु सम्मत)सावधानियां—-
भवन निर्माण/रखरखाव में (वास्तु सम्मत)सावधानियां----
वास्तु शास्त्र के अनुसार भवन निर्माण के लिए चुना गया भूखण्ड आयताकार या वर्गाकार होना चाहिए। जिसकी सभी चारों दीवारें 90 अंश का कोण बनाती हों। ऐसा...
कालसर्प योग एवं भ्रान्तियां —–
कालसर्प योग एवं भ्रान्तियां -----
कालसर्प योग जातक में जीवटता, संघर्षशीलता एवं अन्याय के प्रति लड़ने के लिए अदम्य साहस का सृजन करता हैं । ऐसे जातक अपने ध्येय की सिद्धी...