1. कन्या के विवाह में हो रहे विलम्ब को दूर करने के लिए पिता को चाहिए कि विवाह वार्ता के समय कन्या को कोई नया वस्त्र अवश्य पहनाना चाहिए।
2. यदि विवाह प्रस्ताव नहीं प्राप्त हो रहे तो पिता को चाहिए कि कन्या को गुरूवार को पीला वस्त्र एवं शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनावें। ये वस्त्र नये हो शीघ्र...
आर्थिक सम्पन्नता प्राप्ति हेतु की जाने वाली (फाल्गुन मास में की जाने वाली) गणेश उपासना/ साधना की जानकारी निशुल्क प्राप्त करने हेतु कृपया आप मुझे अपना पता लिखा लिफाफा( जवाबी ) मेरे पते पर भिजवाने का कष्ट करें. कृपया कोई इमेल या समस न करें.धन्यवाद/आभार ..
मेरा पता हे-
पंडित दयानंद शास्त्री,
पुराने पॉवर हाउस के पास,
कसेरा बाज़ार, झालरापाटन...
आज पूर्णिमा हे आज सत्य नारायण व्रत हे, आज वे सभी जातक जिनकी कुंडली में केमद्रुम योग/ दोष हे , जिनका चंद्रमा दूषित हे या किसी पापी गृह के साथ हे या किसी पापी गृह की द्रष्टि चन्द्रमा पर हे या चंद्रमा की महादशा / अन्तेर्दशा / प्रत्यंतर चल रहा हो --वे सभी जातक किसी योग्य देवज्ञ/ ज्योतिषी...
1-मेष: - पुलिस अथवा सेना की नौकरी, इंजीनियंिरंग, फौजदारी का वकील, सर्जन, ड्राइविंग, घड़ी का कार्य, रेडियो व टी.वी. का निर्माण या मरम्मत, विद्युत का सामान, कम्प्यूटर, जौहरी, अग्नि सम्बन्धी कार्य, मेकेनिक, ईंटों का भट्टा, किसी फैक्ट्री में कार्य, भवन निर्माण सामग्री, धातु व खनिज सम्बन्धी कार्य, नाई, दर्जी, बेकरी का कार्य, फायरमेन, कारपेन्टर।
2-वृषभ: - सौन्दर्य प्रसाधन, हीरा...
मंगल दोष के विभिन्न प्रकार--क्यों जरूरी है मंगली का मंगली से विवाह :-
जिस जातक की जन्म कुंडली, लग्न/चंद्र कुंडली आदि में मंगल ग्रह, लग्न से लग्न में (प्रथम), चतुर्थ, सप्तम, अष्टम तथा द्वादश भावों में से कहीं भी स्थित हो, तो उसे मांगलिक कहते हैं।
गोलिया मंगल 'पगड़ी मंगल' तथा चुनड़ी मंगल : जिस जातक की जन्म कुंडली में...
ज्योतिष शास्त्रों में मंगलग्रह को पराक्रम का कारक माना गया है। सौर परिवार में इसे सेनापति का पद प्राप्त है।
सामान्यतः लोग मंगल के नाम से भयभीत रहते हैं। विशेषकर जब कुण्डली को मंगली या मंगलीक कह दिया जाता है। जबकी
मेरे अनुभव में मंगल जैसा मंगलकारी ग्रह कोई नहीं हो सकता। तभी तो कहा गया है-
धरणी गर्भ संभूतं पिद्युत्कान्तिसमप्रभम्। कुमारं...
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श्री महाशिवरात्रि –2 मार्च 2011, फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को श्रवण नक्षत्र बुधवार के दिन है अद्ïभुत संयोग…
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श्री महाशिवरात्रि --2 मार्च 2011, फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को श्रवण नक्षत्र बुधवार के दिन है अद्ïभुत संयोग..........
.............क्या है शिव?
शेते तिष्ठïति सर्वं जगत्ï यस्मिन्ï स: शिव: शम्भु: विकाररहित: ...।
अर्थात ‘जिसमें सारा जगत्ï शयन करता है, जो विकार रहित हैं वह ‘शिव’ हैं, अथवा जो अमंगल का ह्रïास करते हैं, वे ही सुखमय, मंगलरूप भगवान्ï शिव हैं।...
भवन निर्माण एवं वास्तु विज्ञान दो अलग अलग विषय हैं। एक व्यक्ति अपने मनोनुकूल गृह का निमार्ण तो करवा सकता है अपने आर्किटेक्ट या डिज़ाइनर से कहकर उसे अच्छी प्रकार से सजा भी सकता है परन्तु वह उसमें रहने पर सुखी जीवन व्यतीत करेगा यह आवश्यक नहीं। एक आर्किटेक्ट भी जिसे केवल भवन निर्माण तकनीक का ज्ञान है उस...
वास्तु दोष कैसे पहचाने ?
भवन निर्माण एवं वास्तु विज्ञान दो अलग अलग विषय हैं। एक व्यक्ति अपने मनोनुकूल गृह का निमार्ण तो करवा सकता है अपने आर्किटेक्ट या डिज़ाइनर से कहकर उसे अच्छी प्रकार से सजा भी सकता है परन्तु वह उसमें रहने पर सुखी जीवन व्यतीत करेगा यह आवश्यक नहीं। एक आर्किटेक्ट भी जिसे केवल भवन निर्माण तकनीक...
बेडरूम में झगड़ा होने के कारणआज के भौतिकवादी एवं जागरूक समाज में पति-पत्नी दोनों पढ़े लिखे होते हैं और सभी अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति सजग होते हैं। परन्तु सामान्य सी समझ की कमी या वैचारिक मतभेद होने पर मनमुटाव होने लगता हैं। शिक्षित होने के कारण सार्वजनिक रूप से लड़ाई न होकर पति-पत्नी बेडरूम में ही झगड़ा...