शास्त्रों के अनुसार कई ऐसे योग बताए गए हैं जब किसी भी शुभ कार्य को करने से अक्षय पुण्य और सफलता की प्राप्ति होती है। ऐसे योग हर माह बनते हैं। इन खास योगों में सभी मांगलिक कार्य शुभ फल प्रदान करते हैं। जानिए इस माह कौन-कौन से अद्भुत योग बन रहे हैं-
सर्वार्थ सिद्धि योग- इस योग में पूजन...
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प्यार और हस्तरेखा का संबंध —-प्रेमी-प्रेमिका के बारे में बताती है हस्तरेखा–पंडित दयानन्द शास्त्री
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प्यार और हस्तरेखा का संबंध--प्रेमी-प्रेमिका के बारे में बताती है हस्तरेखा--
अधिकतर लोगों के मुँह से यह सुनने में आता है कि हमारे तो गुण मिल गए थे परन्तु हमारे (पति-पत्नि) विचार नहीं मिल रहे हैं या हम लोगों ने एक-दूसरे को देखकर समझ-बूझकर शादी की थी। परन्तु बाद में दोनों में झगड़े बहुत होने लगे हैं। आप हस्तरेखा के...
आज के मुहूर्त और राशिफल- 06 अप्रेल,2011 (बुधवार)-----
शुभ विक्रम संवत- 2068, शालिवाहन शक संवत- 1933,
संवत्सर का नाम- क्रोधी, अयन- उत्तरायन, ऋतु- वसंत,
मास- चैत्र, पक्ष- शुक्ल, तिथि- तृतीया मंगलरात्रि 2.31 पश्चात चतुर्थी,
हिजरी सन्- 1432, मु. मास- जमादिउलअव्वल, तारीख- 1,
नक्षत्र- भरणी रात्रि 10.30 पश्चात कृतिका, योग- विष्कुंभ प्रात: 11.45 पश्चात प्रीति,
सूर्योदयकालीन करण- तैतिल,
चन्द्रमा- मेष राशि से वृषभ राशि में मंगलरात्रि...
वास्तु और ज्योतिष का अटूट सम्बन्ध-------------
भवन निर्माण का कार्य भी एक धार्मिक कार्य के रूप में माना जाता है. भूमि पूजन से लेकर गृहे प्रवेश तक के हर कार्य को धार्मिक भावनाओं से जोड़ा गया है. महर्षि नारद जी ने स्वयं कहा है कि जो वास्तु का पूजन करता है, वह नितोग, पुत्र, धन-धान्य आदि...
दिशाशूल का महत्व.. यात्रा में----
यात्रा एक ऐसा शब्द है जो कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में प्रयोग होता है. यात्रा कभी सुखदायी होती है तो कभी इतनी यातनाएं यात्रा में मिलती है कि व्यक्ति सोचता है कि यह यह यात्रा, यात्रा नहीं यातना थी. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि हम कभी भी यात्रा में...
गृह निर्माण में वास्तु की महत्वपूर्ण भूमिका... ( वास्तुसम्मत गृह निर्माण )-----
जीवन में सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि है अपना मकान/कोठी/बंगला बनाना, क्योंकि इसमें हमारी सम्पूर्ण कमाई व्यय होती है. किसी महापुरुष ने ठीक ही कहा है कि घर और वर के बारें में जीवन में बहुत सोच समझ कर ही निर्णय करना चाहिए. घर का तात्पर्य अपने आशियाने से है...
दूकान/ऑफिस में वास्तु से अधिक लाभ कमायें..
हम वास्तु के द्वारा अपनी दूकान या ऑफिस का लाभ कई प्रतिशत तक बढ़ा सकने में सक्षम है जरूरत है सिर्फ वहां वास्तु के नियम अपनाने की, व्यावसायिक प्रतिष्ठान दूकान और ऑफिस का वास्तु अनुसार यदि उपचार करें तो बंद व्यापार भी खुल जाता है. कोई भी दूकान अपना व अपने परिवार का...
वास्तु द्वारा धन संपदा को आमंत्रित करें..
कर्ज और गरीबी से तुरंत छुटकारा पाना चाहते है तो, उत्तर-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व की दीवार का फर्श की तरफ झुकावदार होना बहुत जरूरी है. इससे व्यापार बढ़ता है. धन दौलत की घर में वर्षा होने लगती है.अधिकांश लोग अपने घर के उत्तर-पूर्व के कोने में आग,चूल्हा,कुकिंग गैस, ज्योत, हवन आदि की व्यवस्था...
Why vastu is important...????---JYOTI PANCHOLI---
Vastu Shastra is based on various natural energies which are available free of cost in the atmosphere like:
Solar energy from Sun
Lunar energy from Moon
Earth energy
Sky energy
Electric energy
Magnetic energy
Thermal energy
Wind energy
Light energy
Cosmic energy
Utilization of such energies gives us pleasure,peace & prosperity..
There 3 forces in action to create harmony-Wind,Water & Fire.If these forces are kept in appropriate...
KITCHEN AS PAR VASTU-----
Kitchen is an extremely important part of the house where healthy food is prepared for the family.
When we talk of 'kitchen' in terms of Vastu Shastra, we talk of the South-East angle of our house which is called 'Agney'. 'Agni' is the God of this direction and is ruled by planet Venus. Therefore kitchen is best...