ज्योतिष

जानिए कोनसे ग्रह देते हैं जोड़ों का दर्द  एवम साथ ही जानिए दर्द को ठीक करने के ज्योतिषीय उपाय...   अक्सर हम देखते हैं की जोड़ों के दर्द से पीड़ित लोगों को दैनिक काम-काज करने में बहुत समस्या आती है। जिन रोगों में यह दर्द, लक्षण, रूप मिलता है इनमें से एक है संधिगत वात। जोड़ों के इस विकार में वायु...
जाने और समझे गोरी पुत्र गणेश जी की सर्वप्रथम पूजा होने के कारण को? ✍🏻✍🏻🏻🏻🏻✍🏻✍🏻✍🏻 हिन्दू धर्म में किसी भी सुबह कार्य को करने से पहले गणेश जी की पूजा करना आवश्यक मन गया है क्योंकि उन्हें विघ्नहर्ता व् ऋद्धि -सीधी का स्वामी कहा जाता है। इनके स्मरण, ध्यान, जप, आराधना से कामनाओ की पूर्ति होती है व् विघ्नों का विनाश...
जानिए काकण सूर्यग्रहण 21 जून 2020 का प्रभाव, सूतक, नियम, उपाय आदि को--   आगामी 21 जून 2020, (रविवार) आषाढ़ कृष्ण अमावस्या को होने जा रहा सूर्यग्रहण भारत में खंडग्रास के रूप में ही दृश्य होगा। ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी बताते हैं कि यह सूर्य  ग्रहण गंड योग और मृगशिरा नक्षत्र में होगा।    पंडित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया की यह...
जाने और समझें काली मिट्टी (काले गारे) के महत्व एवम उपयोग को--- ✍🏻✍🏻🏻🏻 सम्पूर्ण आर्यवर्त जी मिट्टी पूजनीय है औऱ हर राष्ट्र के नागरिक को अपनी मिट्टी से प्रेम, प्यार, आस्था, श्रद्धा होती है और होना भी चाहिए हम इसी पर जन्म लेते है खेलते है बड़े होते है और फिर जीवन के अंतिम चरण में इसी में विलीन हो जाते...
जाने और समझें नाड़ी दोष एवम भकूट दोष को---   भारतीय वैदिक ज्योतिष में कुंडली मिलान के लिए प्रयोग की जाने वाली गुण मिलान की विधि में मिलाए जाने वाले अष्टकूटों में नाड़ी और भकूट को सबसे अधिक गुण प्रदान किए जाते हैं। नाड़ी को 8 तथा भकूट को 7 गुण प्रदान किए जाते हैं। इस तरह अष्टकूटों के इस मिलान...
जानिए कैसे करें विवाह समय का निर्धारण -  ✍🏻✍🏻🏻🏻 विवाह समय निर्धारण के लिये सबसे पहले कुण्डली में विवाह के योग देखे जाते है. इसके लिये सप्तम भाव, सप्तमेश व शुक्र से संबन्ध बनाने वाले ग्रहों का विश्लेषण किया जाता है. जन्म कुण्डली में जो भी ग्रह अशुभ या पापी ग्रह होकर इन ग्रहों से दृ्ष्टि, युति या स्थिति के प्रभाव...
सप्तमांश से विवाह समय निर्घारण-   ज्योतिषशास्त्र में विवाह के लिए नवमांश को ही आधार माना गया है और इसी के आधार पर विवाह समय का निर्घारण किया जाता है. लेकिन नवमांश के साथ ही सप्तमांश का अध्ययन भी इस संदर्भ महत्वपूर्ण है.   सोलह संस्कारो में विवाह एक प्रमुख संस्कार है.  लड़का हो या लड़की जब वे युवावस्था में पहुंचते हैं तो...
विवाह के तीन सूत्र ग्रह : गुरु, शुक्र व मंगल-   जब किसी व्यक्ति की कुण्डली से दांपत्य का विचार किया जाता है, तो उसके लिये गुरु, शुक्र व मंगल का विश्लेषण किया जाता है. इन तीनों ग्रहों कि स्थिति को समझने के बाद ही व्यक्ति के दांपत्य जीवन के विषय में कुछ कहना सही रहता है. आईये यहां हम दाम्पत्य...
शुभ और अशुभ भकूट --   ज्योतिष के अनुसार वर और कन्या की कुण्डली मिलायी जाती है। कुण्डली मिलान से पता चलता है कि वर कन्या की कुण्डली मे कितने गुण मिलते हैं, कुल 36 गुणों में से 18 से अधिक गुण मिलने पर यह आशा की जाती है कि वर वधू का जीवन खुशहाल और प्रेमपूर्ण रहेगा.   भकूट का तात्पर्य वर एवं...
जानिए कैसे रोटी के सरल उपाय/टोटके बदल देंगे आपकी किस्मत--   वैदिक सनातन संस्कृति में गाय को पहली रोटी खिलाने की परंपरा है। ऐसा करना शुभ माना गया है और शुभ फल प्राप्ति के लिए यह विशेष उपाय भी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली से जुड़े तमाम ग्रहों के दोषों को दूर करने के लिए रोटी से जुड़े उपाय बताए...

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