ज्योतिष

विवाह के संस्कार और हमारा ईश्वर----अंशुमाली रस्तोगी बचपन का दौर था। तब ईश्वर में हमारी प्रबल आस्था थी। उसे आस्था न कहकर आप 'डर' कहें तो ज्यादा ठीक रहेगा। यह डर परीक्षाओं के दौरान और रिजल्ट आने के वक्त ज्यादा हावी हो जाया करता था। हम ईश्वर से प्रार्थना किया करते थे कि वह हमें अच्छे नंबरों से पास करा...
सुख और दुख मन की कल्पना है---मुनि राकेशकुमार सुख और दुख का संबंध मन में उठने वाले भावों और कल्पना से अधिक होता है। उसमें किसी पदार्थ और परिस्थिति की उतनी भूमिका नहीं होती। अगर सुख-दुख का पदार्थों से कोई लेना-देना होता तो एक ही पदार्थ से कभी सुख और कभी दुख का अनुभव नहीं होता। परिस्थितियों के संबंध में...
पति-पत्नी में प्रेम बढ़ाता है यह मंत्र----- पति-पत्नी में अनबन होना आम बात है क्योंकि जहां प्रेम होता है वहीं तकरार भी होती है। लेकिन कभी-कभी यह छोटी सी तकरार बढ़ा रूप ले लेती है। ऐसे में पति-पत्नी के बीच मनमुटाव अधिक हो जाता है और कई बार इसका परिणाम पति-पत्नी के रिश्ते को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इस...
सफलता के लिए संकल्प की आंच चाहिए----साध्वी प्रमुख कनकप्रभा एक विद्यार्थी ने विद्वान बनने का सपना देखा , वह मनोयोग से पढ़ने लगा। वह सफलता की पहली सीढ़ी तक पहुंचा। उसकी उसी समय मुलाकात किसी संगीतज्ञ से हो गई। वह संगीत की साधना करने लगा। कुछ समय बीता और उसके मन में धनवान बनने की भावना जागी। उसने व्यापार शुरू...
नव निर्माण के लिए आती हैं विषम परिस्थितियां----सीताराम गुप्ता बालस्वरूप 'राही' की एक कविता है : अंधेरा रात-भर जग कर गढ़ा करता नया दिनकर, सदा ही नाश के हाथों नया निर्माण होता है। जीवन की हर समस्या किसी बड़े लाभ के लिए अवसर का आधार बनती है। यह केवल व्यक्ति के संदर्भ में ही नहीं, बल्कि समाज, राष्ट्र तथा विश्व के संदर्भ में...
ईशावास्योनिषद---शाबर मंत्र---अनन्तबोध चैतन्य ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात् पूर्णमुदच्यते। पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते॥ ॐ शांतिः शांतिः शांतिः॥ Om! That (Karana Brahma) is a complete whole. This (Karya Brahma) too is a complete whole. From the complete whole only, the (other) complete whole rose. Even after removing the complete whole from the (other) complete whole, still the complete whole remains unaltered...
इस यंत्र व उपाय से मिलेगा प्रमोशन---- जब भी आप किसी संस्था में काम करते हैं तो आपकी यही इच्छा रहती है कि जल्दी से जल्दी आपका प्रमोशन हो जाए। इसके लिए आप मेहनत भी करते हैं लेकिन कई बार अथक प्रयास करने से बाद भी प्रमोशन नहीं हो पाता। या फिर आपकी मेहनत का फल किसी दूसरे को मिल...
डायबिटिज से छुटकारा चाहते हैं तो यह भी करके देंखे----- वर्तमान समय में डायबिटीज सबसे अधिक होने वाला रोग है। एक अनुमान से मुताबिक दुनिया का हर पांचवा इंसान डायबिटीज से पीडि़त है। भारत में भी डायबिटीज के रोगियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। हालांकि मेडिकल साइंस में इस रोग का सटीक उपचार संभव है लेकिन यदि साथ-साथ नीचे...
**कलियुग को शूद्र और स्त्रियों को साधु-साधु क्यों कहा है?*****पवन तलहन---** ******************************************** ******कलियुग को शूद्र और स्त्रियों को साधु-साधु क्यों कहा है?******* गंगा में डुबकी लगाकर ऊपर उठे और शूद्र: साधु: , कलि: साधु:' पढ़ कर उनहोंने पुन: डुबकी लगायी! जल से ऊपर उठकर 'योषित: साधु धन्यास्तास्ताभ्यो धन्यतरोsस्ति क:' पढ़ कर दुबकी लगायी! अर्थ --- कलियुग प्रशंसनीय है, शूद्र साधु हैं, स्त्रियाँ श्रेष्ठ...
ताश के पत्तों से भविष्यफल.......पवन तलहन---........... ताश के पत्तों से भविष्यफल------१-हूकुम, २-पान,३-ईंट, ४- चिड़िया! ताश के पत्तों से भविष्य जानने की विधि--- ताश के पत्तों से भविष्य जानने के लिए ३२ पत्तों की आवश्यकता होती है! ताश के ५२ पत्तों में से २० पत्ते निकाल दें! २,३,४,५,६ हूकुम के, इसी प्रकार ५ ईंट के, ५ पान के और ५ चिड़िया...

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