####बेटा-बेटी#####
बेटा वारिस हे….
बेटी परस हे…
बेटा वंश हे..
बेटी अंश हे….
बेटा आन हे..
बेटी शान हे….
बेटा तन हे……
बेटी मन हे…..
बेटा मान हे…..
बेटी गुमान हे…..
बेटा संस्कार हे…..
बेटी संस्कृति हे….
बेटा आग हे…
बेटी बाग़ हे….
बेटा दावा हे…
बेटी दुआ हे..
बेटा भाग्य हे….
बेटी विधाता हे…
बेटा शब्द हे…
बेटी अर्थ हे….
बेटा गीत हे…
बेटी संगीत हे….
बेटा प्रेम हे….
बेटी पूजा हे…….
#### दयानंद ” bandhu”###
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Zindagi ki taraf mera nazariya ye hai ki….
#####Zindagi#####
….Zindagi ek kitaab hai….
Isme khushiyan aur gumm behishab hai….
Zindagi me hamesh khush rehna…..
Ye har kisi ka khwab hai…..
Kya hansil hogi har khushi? Ye sirf ek raaz hai….
Hum hai raahi aur ye apna mukaam hai…..
Koi nahi jaanta yaha kya aagaaz kya anjaam hai….
Zindagi ek safar hai jo ghumti har dagar hai…..
Kisi ko nahi khabar ki kaun kiska humsafar hai…..
Koi kehta hai zindagi se naraaz hoke ke….
Ye zindagi bhi koi zundagi hai……
To zindagi kahe muskura ke….
Ha yehi to zindagi hai…..
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#### माँ #####
जिसे
कोई उपमा न दी जा सके उस का नाम है -माँ
जिस की कोई सीमा नही है उस का नाम है—- माँ
ऐसी तीन माँ है,परमात्मा;महात्मा,और——– माँ
हे प्राणी प्रभु को पाने की पहली सीढ़ी है——- माँ
पूरण शब्द है, ग्रन्थ है,महाविदाल्या है——— माँ
यह मंत्र बीज है हर सर्जनता का आधार है—– माँ
यन्त्र मंत्र व तंत्र की सफलता की नीव है——- माँ
माँ का आँचल प्रेम का पनघट है
माँ की आखें राहों की रौशनी है
माँ की बातो में जीवन की गीता है
माँ के चरणों में संसार का स्वर्ग है
माँ ,माँ ह
दो जिस्म,
मगर एक जाँ होती है,
माँ ,माँ होती है !
जहाँ सब कुछ देकर
भी हाँ होती है
माँ ,माँ होती है !
जी ..