निर्मला सीतारामन् (तमिल : निर्मला चीतारामऩ् का जन्म बुधवार, .9 अगस्त, 1959 को सुबह 7 बजे तमिलनाडु राज्य की चेन्नई के निकट मदुरई के निकट हुआ था। वे वर्तमान में भारत की वित्तमन्त्री हैं। सितम्बर ..17 से मई 2019 तक वे रक्षामन्त्री थीं और उससे पहले वे भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री रह चुकी हैं। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संबद्ध हैं तथा पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुकी हैं। निर्मला सीतारामन् ने 1980 में सीतालक्ष्मी रामास्वामि कॉलेज, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु से स्नातक(अर्थशास्त्र) की शिक्षा पूर्ण की। निर्मला सीतारमन ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जनेवि) से अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विषय में एम॰फ़िल॰ की। निर्मला सीतारमन का जन्म मंदिरों के शहर तमिलनाडु के मदुरई में हुआ था और अपनी हाल ही की सफलता के साथ, अब वह विश्व की तीसरी सबसे बड़ी रक्षा बल का नेतृत्व करेंगी। भारतीय सशस्त्र बलों के विभिन्न पदों पर लगभग 1.4 मिलियन सैनिक काम कर रहे हैं। सीतारमन ने त्रिची के सीतालक्ष्मी रामास्वामी महाविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक किया। स्नातकोत्तर के बाद उन्होंने अर्थशास्त्र से एम. फिल की पढ़ाई पूरी की और सीतारमन का एम. फिल में पसंदीदा विषय इंडो-यूरोपीयन व्यापार था।
दक्षिण भारत से होने के कारण उनकी हिंदी कमजोर थी, इस बात का उन्हें अहसास था. राजनीति में लगातार मेहनत के साथ ही उन्होंने अपनी हिंदी पर भी काम किया और भाषा पर पकड़ बना ली. निर्मला सीतारमन के बारे में कहा जाता है कि वे अपनी प्रेस रिलीज खुद लिखती हैं. मीडिया में कुछ भी जाने से पहले उसे एक बार एडिट जरूर करती हैं. राजनीतिक जीवन के इतर वे संगीत की बेहद शौकीन हैं. वे कृष्ण के भजन सुनना पसंद करती हैं. राजनीतिक जीवन और पारिवारिक जीवन में बैलेंस बनाना भी उन्हें बखूबी आता है।
निर्मला का जन्म तमिल नाडु के एक साधारण से परिवार में 19 अगस्त 1959 को हुआ था। उनके पिता रेलवे में काम करते थे और मां घर संभालती थीं। पिता की नौकरी में बार-बार ट्रांसफर होता रहता था, जिसकी वजह से वह तमिलनाडु के कई हिस्सों में रहीं।पढ़ाई के दौरान और बाद भी सीतारमण ने कई जगहों पर काम किया। पति संग लंदन में रहने के दौरान निर्मला ने वहां एक घर का सजावटी सामान बेचनेवाली दुकान में सेल्स गर्ल के रूप में भी काम किया था। बाद में वह लंदन में कृषि इंजिनियर्स असोसिएशन से जुड़ीं। उनके पिता का नाम नारायणन सीतारमण है तथा माता का नाम श्रीमती सावित्री हैं। निर्मला जी एक सुपुत्री की माँ हैं।
निर्मला सीतारामन की कुंडली
निर्मला सीतारमण का जन्म 19 अगस्त 1959 सुबह 7 बजे सिंह लग्न ओर कुम्भ राशि में चेन्नई के मदुराई (तमिलनाडु) में हुआ था। हालांकि उनकी परवरिश तमिलनाडू में हुई है। उनकी कुंडली के पंचम भाव मे शनि, की युति हैं। इनका जन्म शतभिषा नक्षत्र के प्रथम चरण में हुआ था। इनका जन्म 19 अगस्त 1959 को कुम्भ राशि में हुआ है सिंह राशि का सूर्य, मंगल ने इन्हे उच्च रक्षामंत्रालय पद दिया। चंद्र तथा सूर्य से केन्द्र में वृश्चिक राशि का गुरु मान सम्मान तथा राज्यपद दे रहा है। धनु राशि का शनि पंचम भाव में बैठा है वही धनु राशि का शनि इस समय गोचर में भ्रमण कर रहा है इसी शनि ने निर्मला सीतारमन को उच्च पद दिया।
- निर्मला सीतारमण की जन्म कुंडली के लग्न में ही सूर्य,शुक्र और मंगल, सिंह राशिस्थ हैं।
- दूसरे भाव मे कन्या का राहु, चौथे भाव मे वृश्चिक का गुरु , विशाखा नक्षत्र में स्थित हैं।
- केतु, अष्टम भावस्थ होकर मीन राशि मे हैं।
- 12 वें भाव मे कर्क का बुध, पुष्य नक्षत्र में स्थित हैं।
- उन्हें वर्तमान में बुध की महादशा(.0 नवम्बर 2009 से 30 नवम्बर 2026 तक) चल रही हैं।
- अंतर्दशा राहु की (29 मई 2019 से 15 दिसम्बर 2021 तक) चलेगी।
- प्रत्यन्तर दशा बुध की 17 जुलाई 2020 से 22 नवम्बर 2020 तक रहेगी।
जन्म के ग्रहों का गोचर से भ्रमण
यह ज्योतिष का ऐसा सिद्धांत है कि इसे कोई भी सामान्य व्यक्ति समझ सकता है। जब किसी जीव का इस धरती में जन्म होता है उस समय आकाशमंडल में जो ग्रहयोग बन रहे हैं वही ग्रहयोग जब वापस बनते हैं तब उस योग से जुड़ी घटना इस संसार में जन्म लेती है। मान लो किसी की पत्रिका में शनि शश योग का निर्माण कर रहा है। समयांतर में फ़िर जब शनि महाराज उसी राशि में आयेंगे तो *शनि महाराज शष योग से जुड़े परिणाम सामाजिक ख्याति और राज्यसम्मान दिलाते है। यही परिणाम शनि महाराज ने निर्मला सीतारामन को देश के रक्षामंत्री का पड़ देकर किया है।
स्वास्थ्य संबंधी अनेक परेशानियाॅं निर्मला सीतारमण को तनावग्रस्त करेंगी। कुछ निकट रिश्तेदार गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं। विरोधियों से खतरा है। संभव है कि चोरी की वजह से निर्मला सीतारमण को नुकसान हो। शत्रु की किसी गतिविधी की वजह से चोट लगने का भी डर है। निर्मला सीतारमण के कार्यस्थल पर निर्मला सीतारमण के विरोधियों को प्रशासनिक सहयोग मिलने की वजह से निर्मला सीतारमण मानसिक यंत्रणा के शिकार हो सकते हैं।कोई महत्वपूर्ण चीज खोने का खतरा बना रहेगा। वरिष्ठ जनों या सत्ताधारी अफसरों से निर्मला सीतारमण के संबंध बिगड़ सकते हैं। लेन देन के व्यापार में हानि होने की भी संभावना है। निर्मला सीतारमण के मित्र या सहयोगी अपना वचन नहीं निभाएंगें। परिवारजनों के व्यवहार में भी फर्क आ जाएगा। मानसिक वेदना की स्थिति निर्मला सीतारमण के व्यवहार से परिलक्षित होती रहेगी। वैसे इस अवधि में गूढ मान या परामनोविाान आदि क्षेत्रों से कुछ मदद मिल सकती है। अच्छा यही होगा कि अपनी योग्यता और प्रतिभा पर ही निर्भर करें। अगर वसीयत प्राप्ति के इच्छुक है तो वह अचानक प्राप्त होकर निर्मला सीतारमण को चमत्कृत कर देगी। किसी की मौत की बुरी खबर मिल सकती है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
जुलाई 13, 2020 – से 22 नवम्बर 2020 तक
घरेलु जीवन में निर्मला सीतारमण जी सुखी रहेंगी और बहु प्रतीक्षित इच्छाओं की संपूर्ति होगी। इस अवधि में निर्मला सीतारमण बहुत भ्रमण करेंगे। छोटी यात्राएं भाग्यशाली सिद्ध होंगी और सुखद रहेंगी। धन लाभ के समाचार प्राप्त करेंगे। पारिवारिक मित्रों और रिश्तेदारों से सामाजिक संबंध और अच्छे होंगे। इस काल में स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।
22 नवम्बर 2020 – से 16 जनवरी 2021 तक
निर्मला सीतारमण बेहद प्रसन्न रहेंगी। इस अवधि में आर्थिक लाभ प्राप्त होंगे। परिवार में मेल-जोल रहेगा और परिजनों के साथ अच्छा व्यवहार रहेगा। मित्र और सहयोगी काफी सहायक सिद्ध होंगे। यात्राएं शुभ सिद्ध होंगी। इस समय का जितना सदुपयोग करेंगे उतना ही अच्छा रहेगा।
16 जनवरी 2021 से – 20 जून 2021 तक
- मित्रों और सहयोगियों से निर्मला सीतारमण को लाभ मिलेगा। बहु प्रतीक्षित इच्छाओं और आंकाक्षाओं की पूर्ति होगी और लम्बी यात्राएं सफलदायक रहेंगी। आमदनी में काफी बढोत्तरी होना सुनिश्चित है। विलास सामग्री एवम् अन्य चीजों पर निर्मला सीतारमण व्यय करेंगे। पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा।
- निर्मला सीतारामन् का विवाह डॉ॰ परकल प्रभाकर से हुआ जो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के पूर्व छात्र हैं। वो एक राजनीतिज्ञ, राजनीतिक टीकाकार, लोकप्रिय टीवी एंकर और एक बुद्धिजीवी हैं। वर्तमान में डॉ॰ परकला प्रभाकर राईटफोलियो में एमडी हैं
- निर्मला सीतारमन भारत की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री हैं; हालांकि इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए अतिरिक्त कार्यभार के रूप में यह मंत्रालय संभाला था।निर्मला सीतारामन् 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या रह चुकी हैं। वे 03 सितंबर 2017 तक भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता के साथ-साथ भारत की भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री रहीं हैं और 03 सितंबर 2017 को श्री नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया।
- निर्मला सीतारामन् प्राइस वॉटर हाउस कूपर्स के साथ वरिष्ठ प्रबंधक (शोध एवं विश्लेषण) के तौर पर भी कार्य कर चुकी हैं। उन्होंने कुछ समय के लिए बीबीसी विश्व सेवा के लिए भी कार्य किया। निर्मला सीतारामन् हैदराबाद में स्थित प्रणव स्कूल के संस्थापकों में से एक हैं।
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लालकृष्ण नारायण, 911, 21 वां मेन, 38 वां क्रॉस, चौथा टी.ब्लॉक, जयनगरए बेंगलुरु, कर्नाटक 560041
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15, सफदरजंग रोड, नई दिल्ली।