संगीतकार हिमेश रेशमिया का जन्म .. जुलाई .973 में भावनगर, गुजरात में दोपहर 12 बजकर 3. मिनट पर हुआ था। गूगल पर उपलब्ध विवरण अनुसार उनका जन्म लग्न तुला एवम जन्म राशि मेष बनती हैं।वर्तमान में राहु की विंशोत्तरी महादशा में राहु की अंतर्दशा चल रही हैं।  हिमेश के पिता का नाम विपिन रेशमिया था, जोकि एक गुजराती म्यूजिक कंपोजर थे। उनकी मां का नाम मधु रेशमिया है। हिमेश की पढ़ाई मुंबई के हिल ग्रैंग स्‍कूल से हुई है। हिमेश ने अपने बड़े भाई को मात्र 11 साल की उम्र में खो दिया था। इस हादसे के बाद उन्‍होंने तय किया कि अपने पिता की इच्‍छा को पूरा करने के लिए वह म्‍यूजिक में करियर बनाएंगे। हिमेश की फिल्म ‘कजरारे’ जॉर्डन के ऐतिहासिक शहर पेट्रा में शूट होने वाली पहली भारतीय फिल्म है। वहीं, ये सिंगर-एक्टर लंदन के वेंबले स्टेडियम में परफॉर्म करने वाले पहले भारतीय है। हिमेश रेशमिया ने 1995 में कोमल से पहली शादी की थी। तब कोमल सिर्फ 21 साल की थीं। उनकी शादी 22 सालों तक चली और उसके बाद दोनों आपसी सहमति से अलग हो गए।
     हिमेश ने स्कूली पढ़ाई हिल ग्रंज स्कूल मुंबई से सम्पन्न की। हिमेश ने अपने करियर की शुरुआत महज 16 साल की उम्र में दूरदर्शन अहमदाबाद से कर दी थी।  हिमेश का एक बेटा भी है। स्वयं रेशमियां ।सोनिया कपूर हिमेश की पहली पत्नी कोमल की अच्छी दोस्त हैं। सोनिया का घर उसी बिल्डिंग में है जिसमें हिमेश रहते हैं। बता दें कि हिमेश रेशमिया और कोमल का एक बेटा है जिसका नाम स्वयम है। तलाक के बाद दोनों मिलकर उसका ख्याल रखते हैं। कोमल से तलाक लेने के बाद हिमेश ने 11 मई 2018 में एक्ट्रेस सोनिया कपूर से शादी कर ली। दोनों एक दूसरे के साथ 10 साल डेट करने के बाद शादी का फैसला लिया। सोनिया ‘किट्टी पार्टी’, ‘यस बॉस’ और ‘कैसा ये प्यार है’ जैसे सीरियल में नजर आ चुकी हैं। ऐसा कहा जाता है कि कोमल से हिमेश सोनिया की वजह से ही अलग हुए थे।

    हिमेश रेशमियां ने अपने करियर की शरूआत की शुरुआत सलमान खान की फिल्म प्यार किया तो डरना क्‍या से की थी। यह फिल्म काफी हिट साबित हुई थी। इस फिल्म के बाद रेशमियां ने सलमान की कई फिल्मों में अपना संगीत दिया जो हमेश सुपरहिट रहा। हिमेश को बतौर संगीत निर्देशक सफलता फिल्म तेरे नाम से वर्ष 2003 में मिली थी ।   सफल निर्देशन के बाद उन्होंने अपनी किस्मत गायकी में फिल्म आशिक बनाया आपने से आजमाई। इस फिल्म के गाने उस दौर में काफी हिट साबित हुए थे। साथ ही उन्हें इस फिल्म के बेहतरीन गानों के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ गायक के पुरुस्कार से भी नवाजा गया था। हिमेश हिंदी सिनेमा के पहले ऐसे गायक और संगीत निर्देशक हैं जिन्हें उनके पहले डेब्यू गाने के फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ नवोदित गायक के अवार्ड से नवाजा गया।  हिमेश रेशमिया हमेशा से ही अपनी सिंगिंग स्टाइल को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। उनके बारे में कहा जाता रहा है कि वे नाक से गाते हैं।
     हिमेश रेशमिया को अलग अंदाज में गाना गाने की वजह से पहचान मिली। बॉलीवुड में एक दौर ऐसा भी था जब वो अभिनेता इमरान हाशमी की आवाज के तौर पर जाने जाने लगे। हिमेश रेशमिया ने अभिनय में भी हाथ आजमाया लेकिन उनकी फिल्में कुछ खास कमाल नहीं कर सकीं। एक बात यह भी है कि जिस आवाज की वजह से उनकी अलग पहचान बनी उसी आवाज और गायन शैली की वजह से वो कई बार आलोचना भी झेल चुके हैं। सोशल मीडिया पर कई लोग हिमेश रेशमिया के आवाज का मजाक उड़ाते हैं। ऐसे में उन्होंने एक बार रिएक्शन देते हुए कहा था कि कोई आर डी बर्मन की सिंगिंग स्टाइल के बारे में तो कभी बातें नहीं करता। ऐसे में सिंगर आशा भोंसले गुस्सा गई थीं और उन्होंने कहा था कि उनका मन कर रहा है कि वो हिमेश को थप्पड़ मारे।

     हिमेश ने बतौर गायक और संगीत निर्देशक हिंदी सिनेमा में कई हिट गाने गाये और बेहतरीन संगीत निर्देशन किया। संगीत निर्देशक बनने से पहले हिमेश ने अपने करियर की शुरुआत बतौर तेलेविस्जं निर्माता की, जिसके तहत उन्होंने कई सारे शोज़ का निर्माण किया।  हालांकि जिस तरह हिमेश का संगीत निर्देशन और गायकी का करियर हिंदी सिनेमा में सुपरहिट रहा, उस तरह उनका अभिनय करियर नहीं रहा। उन्होंने बतौर अभिनेता कई फिल्मों में काम किया, लेकिन उनकी एक भी फिल्म सिनेमाघरों में दर्शकों की कोई खास भीड़ नहीं जुटा सकी ।
टीवी करियर 
     बड़े पर्दे के अलावा वह छोटे पर्दे पर भी सक्रिय हैं। वह टेलीविजन के कई सिंगिंग बेस्ड रियलिटी शोज़ में बतौर जज नजर आ चुके हैं। जिनमे सारेगामापा चेलेंज, म्यूजिक का महाक्षेत्र, सुर क्षेत्र आदि मुख्य है। हिमेश रेशमिया लंदन के वेंबले स्टेडियम में परफॉर्म करने वाले पहले भारतीय है। हिमेश रेशमिया जब जर्मनी में अपनी फिल्म ‘आपका सुरूर’ की शूटिंग कर रहे थे तो उन्होंने जर्मनी में 6 भारतीय ऑटो एक्सपोर्ट कराएं थे। साथ ही वो 6 ऑटो रिक्शा ड्राइवरों को भी जर्मनी ले कर गए थे। इसके लिए उन्हें करीब 75 लाख खर्च करने पड़े थे।
      हिमेश ने 2013 में फिल्म एक्सपोज के जरिए प्रोडक्शन फील्ड में कदम रखा था। खबरों की मानें, तो ये एक्टर जल्द ही इसका सीक्वल लेकर आने वाले हैं। इसके अलावा, ये इंडियन आर्मी के सिपाही बिष्णु श्रेष्ठा पर फिल्म भी बनाने की सोच रहे हैं।  वह एक गायक, संगीतकार, गीतकार, अभिनेता तथा फिल्म निर्माता हैं, जो हिन्दी फ़िल्मों में कार्यरत हैं। वर्ष 1998 में आयी प्यार किया तो डरना क्या से बॉलीवुड फिल्मों में एक संगीतकार के रूप में काम  करने वाले हिमेश ने अगले कुछ वर्षों में हेलो ब्रदर (1999), कुरुक्षेत्र (2000), जोड़ी नम्बर वन (2001) और हमराज़ (2002) जैसी फिल्मों में संगीत दिया; हमराज़ के लिए उन्हें उनका पहला फ़िल्मफेयर नॉमिनेशन  मिला था। इसके बाद 2003 में उन्होंने तेरे नाम फिल्म में संगीत दिया, जिसकी संगीत एल्बम उस वर्ष की सर्वाधिक बिकने वाली एल्बम थी, और इसके लिए उन्हें फ़िल्मफेयर, स्क्रीन तथा स्टार गिल्ड समेत कई पुरस्कारों के लिए नॉमिनेशन में आये  । तेरे नाम ने उन्हें बॉलीवुड में एक सफल संगीतकार के रूप में स्थापित किया।

 

 

 

तुला लग्न के जातक / तुला लग्न के जातको के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
     तुला लग्न के स्वामी शुक्र होते है । ये चर राशि है । तुला राशि में वायु तत्त्व की प्रधानता देखने को ,मिलती है । शूद्र वर्ण की ये राशि भचक्र की सातवें स्थान पर आने वाली राशि है । तुला राशि का विस्तार 180 अंश से 210 अंश तक फैला हुआ है । चित्रा के तृतीय, चतुर्थ चरण, स्वाति नक्षत्र के चारों चरण , तथा विशाखा नक्षत्र प्रथम, द्वितीय, तृतीय चरण के संयोग से तुला लग्न बनता है ।

तुला लग्न के जातक का व्यक्तित्व व् विशेषताएँ
     राशि स्वामी शुक्र होने से जातक / जातिका आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं । इन्हे विलासी जीवन शैली भाती है । कालपुरुष की कुंडली में ये दुसरे व् सातवें स्थान का मालिक बनता है । इससे अनुमान लगाया जा सकता है की ये कुशल वक्त व् साथ ही साथ बहुत अच्छे व्यापारी व् साझेदार होते हैं । तराजू चिन्ह दर्शाता है की इनका आचार व्यवहार संतुलित होता है । ऐसे जातक बहुत अच्छे मित्र देखे गए हैं । मित्रों के लिए कुछ भी करने को उत्सुक रहते हैं । इन्हें दान पुण्य करना भाता है और ये महंगे कपड़ों , परफ्यूम आदि के शौक़ीन होते हैं । महंगे होटलों में खाना व् बड़ी गाड़ियों में घूमना इन्हें बहुत रुचिकर लगता है। ऐसा माना जाता है की इन्हे छलना किसी के बस की बात नहीं होती । ये कुशाग्र बुद्धि के मालिक होते हैं । यदि लग्नकुंडली में शुक्र अच्छी जगह स्थित भी हो तो ये एक कुशल अभिनेता होते हैं ।
तुला लग्न के नक्षत्र 
     तुला राशि भचक्र की सातवें स्थान पर आने वाली राशि है । राशि का विस्तार 180 अंश से 210 अंश तक फैला हुआ है । चित्रा के तृतीय, चतुर्थ चरण, स्वाति नक्षत्र के चारों चरण , तथा विशाखा नक्षत्र प्रथम, द्वितीय, तृतीय चरण के संयोग से तुला लग्न बनता है ।
लग्न स्वामी : शुक्र
लग्न चिन्ह : तराजू
तत्व: वायु
जाति: शूद्र
स्वभाव : चर
लिंग : स्त्री संज्ञक
अराध्य/इष्ट : शक्ति या दुर्गा

तुला लग्न 
  • तुला लग्न के जातक जिसका स्वामी शुक्र है, जो संतुलन को दर्शाती है। यह एक द्रुतगामी, अस्थिर (चलायमान) तथा विषम राशि है। विशेषतया यह एक निष्पक्ष तथा दयालु राशि है। वायु तत्व से संबंधित होने के कारण यह ध्वनि की भी राशि है।
  • इस राशि में जन्म लेने के कारण आपका स्वभाव मिलनसार, दयालु, उत्तम मन: स्थिति वाला, सिद्धान्तवादी तथा अनुरागी होगा। आपका जन्म एक सम्मानित और कुलीन परिवार में हुआ होगा। आपकी छवि एक सत्यनिष्ठ और न्यायप्रिय व्यक्ति की होगी, जिससे आप अपने लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ने में सक्षम होंगे। आप महत्वाकांक्षी होंगे और अपने वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक व्यवस्थित और तर्कसंगत मार्ग का अवलम्बन करेंगे। आप परम्पराओं का निर्वाह करने वाले होंगे। आप सरल और सुशील होंगे। धर्म में आपकी आस्था होगी। ईश्वर और ब्राह्मणों के प्रति आप आभारी रहेंगे और उनका सम्मान करेंगे। आप दूसरों की मदद करेंगे।
  • आप हर स्थिति में लोगों से सामंजस्य बिठा सकते हैं। आपको लोगों के व्यवहार और उद्देश्यों को परखने का अन्र्तज्ञान प्राप्त होगा। आप एक कुशल अन्वेषक और दृढ़-संकल्पित व्यक्ति होंगे। आपको दिखावा करना पसन्द होगा। झगड़ों और कलह से आप दूर रहेंगे। आप पक्षपात रहित होंगे। यथार्थवादी होने के बजाय आप आदर्शवादी होंगे। विपरीत लिंग वाले लोग आपको आकर्षित कर सकते हैं और आपको उनका साथ भायेगा।
  • आप विलासी हो सकते हैं, परन्तु यह अस्थिर तथा परिवर्तनशील होगा। सभी सुन्दर वस्तुऐं आपको आकर्षित करेंगी। आप ऐश्वर्य प्रधान वस्तुओं, आधुनिक वस्त्रों, सौन्दर्य प्रसाधनों, इत्रों तथा आभूषणों के शैकीन होंगे। आप अन्तर्मुखी होंगे और शीघ्रता में किसी को अपना मित्र नहीं बनायेंगे। जिसको आप एक बार मित्र मान लेंगे, फिर उसकी हर मुश्किल में सहायता करने से पीछे नहीं हटेंगे। यदि आपकी कुण्डली में शुक्र ताकतवर है तो कला में आपका रूझान हो सकता है।
शारीरिक संरचना:
  • आप लम्बे कद के सुन्दर आकृति वाले होंगे। आपका शरीर गठा हुआ, रक्तवर्ण त्वचा, सुन्दर गोल चेहरा तथा हाथ-पैर लम्बे होंगे। आपकी आंखें सुन्दर होंगी। देखने में आप अपनी वास्तविक आयु से कम आयु के व्यक्ति लगेंगे। आपके बाल घंुघराले हो सकते हैं। शुरू के जीवन काल में आप मोटे हो सकते हैं, परन्तु जैसे-जैसे आपकी आयु बढ़ेगी, आपका वजन कम हो सकता है। रोगों के प्रति आपकी प्रतिरोधी क्षमता उत्तम होगी।
मानसिक स्थिति :
  • आपकी कुण्डली में चन्द्रमा वृष राशि में स्थित है । यह शुक्र द्वारा संचालित होता है। यह स्थिर, नकारात्मक और भौतिक राशि है। आप शान्त, दृढ़-निश्चयी तथा निरन्तर प्रयत्नशील होंगे। आप सचेत, धैर्यवान, आवेगमुक्त तथा गंभीर छवि वाले होंगे। आप रूढि़वादी होंगे । आप पुराने रीति-रिवाजों तथा परम्पराओं का पालन करने वाले होंगे। आप किसी तरह से परिवर्तन के विरोधी होंगे तथा आप बाहरी प्रभाव, जिसमें निरन्तर संशोधन की आवश्यकता है, का विरोध करेंगे। आप सावधानी से लाभ-हानि के बारे में सोचकर उचित निर्णय लेंगे तथा एक बार निर्णय लेने के बाद आप उसी पर अटल रहेंगे।
  • आप कोई ऐसा काम करेंगे, जो जिम्मेदारीपूर्ण होगा तथा जिसमें अधिक परिश्रम तथा सावधानी की आवश्यकता होगी। ऐसे व्यवसाय, जिनमें बाहर का काम, लोगों से मिलने के लिए यात्राऐं, सट्टे में निवेश, बड़ा जोखिम तथा मौके पर निर्णय करना शमिल है, उनको करना आपके लिए उचित नहीं होगा। परन्तु अपने कुछ गुणों जैसे धैर्य, अनर्थक प्रयत्न, ईमानदारी, विश्वसनीयता, वफादारी आदि के कारण आप अपने वरिष्ठ अधिकारियों या मालिकों से समर्थन तथा लाभ प्राप्त करेंगे। आपकी जल्दी पदोन्नति नहीं होगी, फिर भी आप ठीक स्थिति में होंगे तथा भविष्य में किसी ऊंचे तथा सम्मानीय पद पर पहुचेंगे।
  • आप धन सम्बन्धित मामलों में काफी सावधान रहेंगे तथा अपना खर्चा हमेशा अपने नियंत्रण में रखेंगे। आपके बहुत से मित्र तथा परिचित होंगे तथा आप उनका मनोरंजन करने के लिए व्यर्थ खर्च नहीं करेंगे। परन्तु आप अपने सम्बन्धियों के प्रति उदार होंगे। आप अपने परिवार के सदस्यों, जिनके आप बहुत करीब हैं, की भविष्य में आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अधिक से अधिक बचत करेंगे। आपकी पत्नी आपका ध्यान रखने वाली होंगी। आपके माता-पिता जिम्मेदार तथा अपने परिवार के सदस्य आपको प्यार करने वाले होंगे। परन्तु उनके विचार आपके विचारों से भिन्न होंगे। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ेगी, उनकी जीवन शैली तथा विचारों में ताल-मेल न होने के कारण उनके साथ समायोजन करना आपके लिए मुश्किल हो सकता है।
गुण:
  • आप मेधावी होंगे। आपको शान्ति और सौहार्द से प्रेम होगा। आप धर्मपरायण और सदाचारी होंगे। सत्य और समानता के आधार पर आप पक्षपात रहित निर्णय लेने में सक्षम होंगे। आप अपनी वाक्पटुता और सदगुणों तथा नम्र व्यवहार के कारण सहजता से दूसरों को प्रभावित करेंगे और उनके लिए प्रेरणा के स्रोत बनेंगे। आपको कला, संगीत और शिल्पकला में रूचि होगी। आप लोगों को उनके उद्देश्य प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेंगे।
  • अवगुण: आप आलसी हो सकते हैं और आपकी कार्यशैली बहुत सुस्त हो सकती है। आप संशयग्रस्त हो सकते हैं, जिससे आपको निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है। आपमें प्रतिशोध की भावना हो सकती है। आपका वास्तविकता से कोई नाता नहीं हो सकता है और आप सपनों के संसार में विचरण कर सकते हैं। आप बिना किसी तर्क के दूसरों पर अपने विचार थोप सकते हैं।
  • विशेष लक्षण: आप शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि वैचारिक और व्यवहारिक रूप से भी बहुत सुन्दर होंगे।आप में सहानुभूति, न्याय, समानता की उत्कृष्ट भावना विद्यमान होगी।
  • आप जन्मजात शान्तिप्रिय होंगे और सत्य तथा न्याय के आधार पर जटिल मुद्दों को भी हल करके शान्ति स्थापित करेंगे।
  • आप स्थायी मैत्री सम्बन्ध बनाने में विश्वास करेंगे।
रोजगार:
  • आपके लग्न का स्वामी शुक्र सौन्दर्य का ग्रह है, अत: आप ब्यूटीशियन, कलाकार, सौन्दर्य प्रसाधनों के व्यापारी, फैशन माडल, अभिनेता या सुनार के रूप में भारी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आप न्यायाधीश, वकील, कानूनी सलाहकार, अध्यापक या चिकित्सक बन कर भी आपना भविष्य संवार सकते हैं। परिवहन, वस्त्र उद्योग, रबर, प्लास्टिकया टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं जैसे इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं या वाहन व्यापार के क्षेत्र भी आपके लिए लाभदायक साबित होंगे।

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