महाराष्ट्र में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाओ का ज्योतिषीय विश्लेषण—


===पंडित “विशाल” दयानंद शास्त्री..


मेने यहाँ विवेचना की गयी जन्म कुंडलियों का जन्म समय अनुमान से सुबह आठ बजे लिया हैं..

(जन्म तारीख का विवरण मेने इंटरनेट/गूगल से प्राप्त किया हैं,चूँकि जन्म समय किसी का भी सही सही नहीं मिल पाया इसलिए अनुमानित जन्म समय सुबह का आठ बजे लिए गया हैं)


मुम्बई, ठाणे, पूणे, कोंकण में प्रवासी के तौर के पर रह रहे उत्तरभारतीय समाज की सभी जातियों-ब्राह्मण, क्षत्रिय, कुर्मी, यादव, मौर्य, निषाद, कश्यप, बिन्द, स्वर्णकार, पाल, साहू, धोबी, पासी, चैहान, राजभर, खटिक, चैरसिया आदि जातियों के सामाजिक संगठन काम कर रहें हैं, ऐसे में राजनैतिक दलों के आका सामाजिक संगठनों के प्रमुखों को पटाने में लगे हैं। मुम्बई की .6, ठाणे की .4 व कोंकण की .5 विधान सभा सीटों में से लगभग 4 दर्जन सीटों को सीधे उत्तर भारतीय मतदाता प्रभावित करते हैं।उत्तर भारतीय मतदाताओं में देखा जाय तो सबसे अधिक निषाद, केवट, और इसके बाद मुसलमान, यादव हैं। परन्तु राजनीति में सक्रिय ब्राह्मण, राजपूत व मुसलमान ही हैं।
महाराष्ट्र के सामाजिक-जातिगत समीकरण में मराठा-13 प्रतिशत, ब्राह्मण-4 दलित-13 (चमार-6, महार-7 प्रतिशत) आदिवासी-9 प्रतिशत, मुसलमान-9, आगरी-4, कोली, मछीमार- 11.5, भोई-3.5, मांझी, केवट-2 प्रतिशत, बंजारा-5.5, अहिर/गवली/गडेरिया-1.1., पटेल/पाटी दार/कुणबी-8.5 और अन्य पिछड़े व सवर्ण-15.90 प्रतिशत है। महाराष्ट्र की राजनीति में कोली, आगरी, बंजारा व आदिवासी का चुनावी समीकरण बनाने बिगाड़ने में काफी भूमिका होती है।
यह तो तय है कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधान सभा में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा, चुनाव बाद फिर गठबंधन की रणनीति के लिए जोड़ तोड़ शुरू होगी। जिसमें फिर से कांग्रेस एन.सी.पी. साथ आ सकती है और भाजपा शिव सेना का भी साथ आना सम्भव है। ऐसी स्थिति में एन.सी.पी. नेता शरद पवार का काफी महत्व है और किसी भी दल के साथ जा सकते हैं। 
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(कुछ मुख्य राजनेताओं की जन्म कुंडलियों पर चर्चा/विश्लेषण)


अभी के चुनावों में भी श्री मोदी जी की सफलता का परचम लहराने को हे…


—— ज्योतिष किसी पार्टी विशेष का नही होता , यह ग्रहों से होता हे , उस अनुसार ही चलता हे , 
मेरे कहने और लिखने से कुछ नही होता हे , हम तो तटस्थ हे , और यह किसी को अछा लगता हे और किसी को लिखा बुरा , भी लगता हे , और यह भी सत्य हे की सभी को सभी बाटे पसंद नही आती हे और न ही आप सभी को एक साथ खुश रख सकते हो..


अनेको लोग यह भी कहते हे की मौका देखकर चोका लगाया हे,उनसे हमारा यही निवेदन हे की इस प्रकार की पोस्ट फरवरी माह से लगातार लिखी जाती रही हे पुरानी पोस्टो को पड़ने की कृपा करें , जो चुनाव पूर्व से हे और चुनाव मध्य और चुनावी भी हे सभी पार्टियों की और विजयी श्री की भी…
और यह पोस्ट अनेको बड़े नेतावों को भी पोस्ट की जाती रही हे…
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महारष्ट्र के वर्तमान मुख्यमंत्री श्री पृथ्वीराज जी चव्हाण—-


आपका  जन्‍म 17 मार्च 1946 को  इंदौर में धनु राशि-लग्न में हुआ। धनु राशि वालों का स्वामी गुरु है व यह राशि अग्नि तत्व प्रधान राशि होने से ऐसे जातक साहसी, कूटनीतिज्ञ और अपने कार्य के प्रति ईमानदार होते है। यही कारण है कि आपको सोनिया गाँधी ने महाराष्ट्र की कमान सोपी है।वे कांग्रेस पार्टी के प्रमुख राजनीतिज्ञों में से एक हैं। 




चव्‍हाण का जन्‍म भी एक राजनीतिज्ञ परिवार में हुआ। उनके पिता दाजी साहेब चव्‍हाण और प्रेमलाबाई चव्‍हाण कांग्रेस के दिग्‍गज नेता थे। महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री बनने से पूर्व वे राज्‍यसभा के सदस्‍य भी रह चुके हैं। चव्‍हाण अमेरिका की कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी से विज्ञान में स्‍नातकोत्‍तर हैं। चव्‍हाण कराड़ से 1991, 1996 और 1998 में तीन बार विजयी रहे, लेकिन 1999 में उन्‍हें पराजय का सामना करना पड़ा। 


आपके राशि लग्न का स्वामी गुरु द्वादश भाव में अपने मित्र मंगल की वृश्चिक राशि में उच्च के केतु के साथ है जो जन्मस्थान से दूर सफलता को देने वाला होता है। अतः आप महाराष्ट्र में जाकर पले-बढ़े और उसी स्थान को कर्मस्थली बनाकर राजनीति में आए। 


उच्च का केतु गुरु के साथ मिलकर उत्तम सफलता का कारक बना। इधर शनि द्वितीय व तृतीयस्थ शनि अष्टम भाव में होने से आयु में वृद्धि का कारण भी बनकर पराक्रमी भी बनाता है। पंचमेश व द्वादशेश मंगल दशमेश व सप्तमेश बुध के साथ पराक्रम भाव तृतीय में होने से पराक्रम द्वारा राजनीति के क्षेत्र में सफलता का कारक बनता है। 


अष्टम चंद्रमा राशि लग्न में धनु का है जिससे अष्टम दोष नहीं लगता। जो उत्तराषाढ़ा सूर्य के नक्षत्र में है, वही सूर्य भाग्य का स्वामी होकर चतुर्थ जनता भाव में अपने मित्र गुरु की राशि मीन में गुरु के नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद में है। इस प्रकार देखा जाए तो भाग्येश राशि लग्न से सुख भाव में होने से राजसुख का कारण बना। 


आदर्श सोसायटी घोटाले के पश्‍चात अशोक चव्‍हाण के पद से इस्‍तीफा देने के बाद पृथ्‍वीराज चव्‍हाण महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री बनें और उन्‍होंने अपनी साफ़ छवि को क़ायम रखा। राजनीति में आने से पूर्व पेशे से टेक्‍नोक्रेट रहे चव्‍हाण युद्ध सामग्री और तकनीकी विषयों पर अच्‍छी पकड़ रखते हैं।


आपके नेतृत्व को सराहा जायेगा नवम्बर 2014 के बाद .अभी पार्टी का वर्तमान चुनाव में पूरी तरह सफाया नही होगा, सर्वाधिक सीटों पर बदलाव महाराष्ट्र के दक्षिण भाग में होगा ,जिस दल को अपनी सरकार बनाना हो वह यहाँ पर ज्यादा ध्यान दे , उत्तर भाग में कांग्रेस एवं  राष्ट्रवादी को लाभ हे , सम्पूर्ण मध्य महारष्ट्र में शिवसेना को ज्यादा लाभ होगा , किन्तु सर्वत्र ही भारतीय जनता पार्टी को सीटों के मिलने के ज्यादा योग हे , पश्चिम में पिछड़ा उम्मीदवारों को ज्यादा लाभ होगा , पूर्व क्षेत्र में अनेको दिग्गज अपनी चमक खो देंगे ‘ यह चुनाव अनेको नव समीकरणों को जन्म देगा , अनेको धुरंधर राजनीतिज्ञों को राजनैतिक पटल से ओझल कर देगा
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श्री प्रकाश जावड़ेकर—-


भाजपा पार्टी के प्रवक्‍ता और संसद में राज्यसभा सदस्‍य प्रकाश जावड़ेकर का जन्‍म 30 जनवरी 1951 को महाराष्‍ट्र के पुणे शहर में एक शिक्षक के घर हुआ था। 


प्रारंभिक शिक्षा पुणे के स्‍कमल से ही प्राप्‍त कर उन्होंने पुणे विश्‍वविद्यालय में बीकॉम कोर्स में दाखिला ले लिया। इसी दौरान वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्‍य बन गए और कई आंदोलनों का नेतृत्‍व भी किया। 




जन्म-दिनांक:-30-01-1951 
जन्म समय–उपलब्ध नहीं..(अनुमान से सुबह आठ बजे लिया हैं)
मूलांक:-3 भाग्यांक:-2 आयु अंक:-9 (63 वाँ वर्ष) नामांक:-9
—-पार्टी में क़द बढेगा| दायित्व-वृद्धि संभव है|
—-महाराष्ट्र के  चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे..संभवतया मुख्यमंत्री भी बन सकते हैं (स्पष्ट) बहुमत मिलाने पर..


प्रकाश जावड़ेकर ने 1975 में आपातकाल के दौरान सत्‍याग्रह आंदोलन का नेतृत्‍व भी किया। 1971 में एबीवीपी के सदस्‍य रहते हुए वे महाराष्‍ट्र बैंक में ग्रामीण विकास विभाग, सिक यूनिट सेल तथा बैंक के रोजगार संवर्धन प्रोगाम विभाग में लगभग 10 वर्षों तक कार्य किया।


प्रकाश जावड़ेकर 1975 में पुणे विश्‍वविद्यालय के सीनेट सदस्‍य चुने गए। वे पहली बार राष्‍ट्रीय स्‍तर की राजनीति में 1984 में आए, जब 1981 में भारतीय जनता पार्टी के पूर्ण रूप से सदस्‍य बन गए। 1984 में वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्‍ट्रीय सचिव व जनरल सेक्रेटरी बने।


भाजपा में उनके महत्‍वपूर्ण योगदान को देखते हुए वे महाराष्‍ट्र में भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार समिति के प्रमुख और महाराष्‍ट्र राज्‍य के सचिव बन गए। 1995 में प्रकाश जावड़ेकर महाराष्‍ट्र राज्‍य प्‍लानिंग बोर्ड के कार्यकारी अध्‍यक्ष चुने गए।


वर्ष 2000 में वे महाराष्‍ट्र सरकार में आईटी विभाग के टॉस्‍क फोर्स के चेयरमैन बने। 1994 और 2002 में वे महाराष्‍ट्र भाजपा के प्रवक्‍ता बने और आज वे भाजपा सांसद बनकर केंद्र में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर एवं भाजपा के प्रवक्‍ता के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। 


श्री प्रकाश जावड़ेकर की जन्म कुंडली में मकर लग्न में सूर्य देव विराजमान हैं..दसवें स्थान/भाव में तुला का चन्द्रमा हैं..दूसरे भाव/स्थान में कुम्भ राशि में शुक्र,मंगल एवं वृहस्पति तथा राहु बैठे हैं..इनकी कुंडली  में कालसर्प योग/पितृदोष बन रहा हैं..



इनकी कुंडली  में वर्तमान में बुध की महादशा में शनि की अन्तर्दशा चल रही हैं..इनकी कुंडली  में बारवें भाव/स्थान में बुध बैठें हैं,धनु राशि में…..
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पंकजा मुण्डे  === जन्म –26-7-1979……


इनकी राशि सिंह बनती हैं..लग्न में शनि,राहु एवं चन्द्रमा बैठे हुए हैं..
कुंडली  में कालसर्प योग/पितृदोष बन रहा हैं..
इनकी कुंडली  में वर्तमान में चन्द्रमा की महादशा में राहु की अन्तर्दशा चल रही हैं..
इनकी कुंडली  में बारवें भाव/स्थान में वक्री बुध बैठें हैं,सूर्य -शुक्र और गुरु के साथ ….



== जन्म के बुध ओर शुक्र अस्त और वर्तमान में भी चुनावी समय में अस्त हैं.. 
— बहुत ज्यादा सफलता यह पार्टी को दिलवाने में असमर्थ हे, हाँ इनके राशि से अभी शनि का तृतीय  भर्मण इन्हे सफलता अवस्य ही प्रदान करेगा… यह राजनीती में ऊंचाई पर जाएंगी ही…
वर्तमान में जन्म का स्वस्थान में उच्च का सभी का सहयोग इन्हे मिलेगा


गोपी नाथ मुण्डे बंजारी/बंजारा समाज के बड़े नेता थे परन्तु उनकी मृत्यु के बाद मुण्डे की बेटी पंकजा भाजपा के साथ बंजारा समाज का कितना ध्रुवीकरण करा पाती हैं, भविष्य के गर्भ में हैं। दलितों में दर्जन भर से अधिक नेता है पर राम दास आठवले (महाल) प्रभावी माने जाते हैं। गोपी नाथ मुण्डे माधव (माली, धनगर, वंजारा) समीकरण से पिछड़ों को काफी मजबूत व प्रभाव शाली बना लिये थे।




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= श्री राज ठाकरें (मुख्यमंत्री पद के दावेदार)—- 


= बहुत ही प्रभावी जननेता ==== मजबूत स्थिति == 


राज श्रीकांत ठाकरे (जन्म 14 जून 1968) महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के स्थापक अध्यक्ष हैं, जो भारत के महाराष्ट्र राज्य की एक क्षेत्रीय पार्टी है। वे शिवसेना के पूर्व प्रमुख बाल ठाकरे के भतीजे और शिवसेना के वर्त्तमान कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई हैं।






वर्तमान में राशि से शनि का दशम भर्मण इन्हे साप्ता की और ले जाता हे , इसी समय में गुरु का द्वादश भर्मण इन्हे समर्थन की कमी करता हे , उच्चवर्ग का इन्हे समर्थन नही मिलने की दुविधा हे…


साथ ही आपके जन्म के समय तीन गृह का अस्त होना भी ठीक नही हे , इस समय भी व्ही ग्रह अस्त हे , जो की शुक्र , और बुध हे , चुनाव के समय राहु अस्त होने से = मुश्लिम ,क्रिश्चन मतदातावों का रुझान नही होने का लाभ इन्हे मिलेगा , आपको व्यपारिक =धनाढ्य वर्ग का सहयोग नही मिलने से दुविधा रहेगी…. इतना होने के बाद भी वर्तमान स्थिति में इन्हें लाभ होगा , कारण हे की साप्ता का द्व्न्द्व होना हे ,और यह ही लाभ दायक हे…जन्म का मंगल अस्त आपको लगातार प्रभावी बने नही देता हे , आपको सिद्धी प्राप्त विद्वान से सलाह करना चाहिए , समय की निश्चितता नही होने से दिनांक से निर्णय किया =और सटिकता हेतु सही जन्म समय की आवश्यकता हैं…


महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे का जिस दिन जन्म हुआ, उस दिन सूर्योदय के समय श्रवण नक्षत्र था। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक धनी, मानी और लोकविख्यात होता है। इस समय राज के पास तीनों चीजें हैं। आर्थिक संपन्नता है, लोक विख्यात हैं। राज के जन्मदिवस के दिन सूर्य जिस स्थान पर बैठा था, वह उन्हें क्रोधी, उग्र स्वभाव वाला बनाता है। इसी वजह से राज दीर्घ सूत्री हैं। चंद्र स्थिति की वजह से साहसी हैं। किसी के आगे झुकना पसंद नहीं होता।


युवावस्था से भाग्योदय, राज्य द्वारा सम्मान प्राप्त होता है। मंगल जिस स्थान पर बैठा है उससे पराक्रम में अद्वितीय होते हुए भी अपने पारिवारिक संबंधों व ऐश्वर्य का सुख भोग नहीं पाता है। इसी कारण स्वजन इससे प्रेम कम करते हैं अपितु भयभीत अधिक रहते हैं। बुध उच्च का होने की वजह से बुद्धिमान और पराक्रमी हैं। इसकी वजह से ही एक विशेष वर्ग या संस्था का अध्यक्ष होता है, जो राज ठाकरे हैं।


ऐसा जातक संपूर्ण विषयों को भोगने वाला होता है। गुरु की वजह से ही जन-धन और वाहन का सुख पूर्ण रूप से मिलता है। परंतु इसी गुरु की वजह से राज ठाकरे को संतोष नहीं होता है।
 महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे का जिस दिन जन्म हुआ, उस दिन सूर्योदय के समय श्रवण नक्षत्र था। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक धनी, मानी और लोकविख्यात होता है। इस समय राज के पास तीनों चीजें हैं।      




14 जून 1968 को राज ठाकरे का जन्म एक मराठी कायस्थ परिवार में[1] को पिता श्रीकांत केशव ठाकरे और माता कुंदा ठाकरे के यहां हुआ था और इनका नाम स्वराज ठाकरे रखा गया था। श्रीकांत ठाकरे शिवसेना प्रमुख बालासाहेब के छोटे भाई और राज की माता कुंदा ठाकरे बालासाहेब ठाकरे की पत्नी मीना ठाकरे की छोटी बहन हैं। राज ठाकरे के पिता श्रीकांत एक संगीतकार, कार्टूनिस्ट और उर्दू भाषा की शेरो शायरी में निपुण थे। ‘कथित तौर पर बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे द्वारा दरकिनार किये जाने पर 9 मार्च 2006 को राज ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एम एन एस) का गठन किया।[6] शिवसैनिकों (शिवसेना के सदस्य), जिन्होंने राज के चचेरे भाई उद्धव ठाकरे (बाल ठाकरे के बेटे) के खिलाफ उनके नेतृत्व का समर्थन किया था, एम एन एस में शामिल हो गए। 


राज ठाकरे की स्कूली शिक्षा बाल मोहन विद्या मंदिर स्कूल में हुई जो उनके घर शिवाजी पार्क के नजदीक मध्य मुंबई के उपनगर दादर में था और बाद में स्नातक एक प्रतिष्ठित कालेज सर जे जे कॉलेज ऑफ आर्ट से किया था।


वर्तमान में राज ठाकरे को गुरु की महादशा चल रही है। इसकी अ‍वधि 18 जनवरी 2001 से 18 जनवरी 2017 तक रहेगी। इसी अंतर्गत दशा- गुरु में गुरु की 6 मार्च 2008 तक, शनि की 18 सितंबर 2005 तक, बुध की 24 दिसंबर 2007 तक थी। इस समय 24 दिसंबर 2007 से 30 नवंबर तक केतु की अंतरदशा चल रही है। इसी कारण राज बिना विचार किए भावुकतावश कोई भी कार्य एवं वाणी का प्रयोग कर रहे हैं।


30 ‍नवंबर 2008 से 30 जुलाई 2011 तक शुक्र की अंतरदशा रहेगी फिर सूर्य की 18 मई 2012 तक, चंद्र की 18 सितंबर 2013 तक, मंगल की 24 अगस्त 2014 तक और राहु की 18 जनवरी 2017 तक अंतरदशा रहेगी। इसके बाद शनि की महादशा 19 वर्ष तक रहेगी। वर्तमान में आपका भाग्य हर कार्य में आपका साथ दे रहा है। कुंडली में शनि जिस स्थान पर विराजमान है उससे धन, सुख प्राप्ति वाला योग है। 


अक्टूबर अंत तक राज ठाकरे का जरूरी कार्य अपूर्ण रहेगा। मित्र वर्ग राज के सहयोग से लाभान्वित होंगे, परंतु विरोधी पक्ष नई समस्या खड़ी कर सकते हैं। अपने वालों से वाद-विवाद की स्थिति बन सकती है। अक्टूबर अंत से नवंबर अंत तक राज का भाग्य साथ देगा। अपने कार्यों की सफलता के कारण प्रसन्न रहेंगे।


दिसंबर के प्रथम सप्ताह में सोचे हुए कार्य होने से भी प्रसन्न होंगे। सुखद समाचार प्राप्त होंगे जिससे उत्साहित रहेंगे। परंतु दिसंबर प्रथम सप्ताह से जनवरी अंत तक राज ठाकरे को संयम रखना जरूरी है। अन्यथा कटु आलोचना होने की संभावना बनती है। 


फरवरी मध्य में अप्रिय समाचार की आशंका है, जिससे परेशानी आ सकती है। 


इनकी कुंडली  में वर्तमान में वृहस्पति की महादशा में शुक्र की अन्तर्दशा चल रही हैं..इनका लग्न मिथुन हैं और लग्न में वक्री बुध एवं  मंगल बैठे हुए हैं..
देव, गुरु, ब्राह्मणों के प्रति भावना जागृत होगी। खोया हुआ विश्वास पुन: प्राप्त होगा। राज ठाकरे ने नीलम, हीरा व पन्ना का संयुक्त लॉकेट पहनना चाहिए। गुरुवार ठीक है। गुलाबी, हरा, सफेद आपके लिए शुभ रंग हैं।श्री राज ठाकरे जी की कुंडली के बुध एवं शुक्र का प्रभावित रहना इस समय उन्हें कुछ अनुकूलता नही दे प् रहा हे ….आपको बहुत ही ज्यादा प्रयास की आवश्यकता हे…..
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= श्री देवेन्द्र फड़नवीस (महाराष्ट्र भाजपा प्रदेशाध्यक्ष )—


== जन्म-दिनांक:-22-07-1970 –नागपुर (महाराष्ट्र)–
—आपका मूलांक:-4 भाग्यांक:-1 आयु अंक:-9 (45 वाँ वर्ष) नामांक:-7
=आपके लिए यह समय उत्तम हे…आपके नेतृत्व को सराहना मिलेगी..
इनका लग्न सिंह हैं और लग्न में शुक्र एवं  केतु बैठे हुए हैं..
इनकी कुंडली  में वर्तमान में बुध  की महादशा में राहु  की अन्तर्दशा चल रही हैं..

इनकी कुंडली  में बारवें भाव/स्थान में कर्क का बुध बैठें हैं,सूर्य और मंगल के साथ …..




आत्मा के कारक शनि की स्थिति के कारण कुछ पुराने राजनैतिक लोगो से दुविधा हे..
आपके मुख्यमंत्री बनने में भी दिक्क़ते हे,अंतिम समय में कुछ फेरबदल से समझोते से आपको 2=4 होना होगा….वर्तमान में आपको इस युति के भंग होने का लाभ उठाना चाहिए , आप मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे  आगे हे अभी..आपकी योग्यता का परचम सराहा जायेगा…आशानुकूल परिणाम में संदेह हे…
प्रयास बहुत ही ज्यादा करने की आवश्यकता हे…
—विधानसभा चुनाव के बाद मंत्री बन सकते हैं|
—-मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में आ सकते हैं| मुख्यमंत्री बनने से वंचित रह सकते हैं|
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श्री नितिन गडकरी क्या मुख्यमंत्री पद को शुशोभित करेंगे??


श्री नितिन गडकरी का जन्म 27 मई 1957  हुआ था…





tएक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वो भाजपा सरकार में सोलहवीं लोक सभा में केंद्रीय परिवहन मंत्री हैं। इससे पहले दिसम्बर 2009 जनता पार्टी के नौंवें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। बावन वर्ष की आयु में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बनने वाले वे इस पार्टी के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष हैं। उनका जन्म महाराष्ट्र के नागपुर ज़िले में एक ब्रह्मण परिवार में हुआ। वे कामर्स में स्नातकोत्तर हैं…
श्री नितिन गडकरी का मूलांक:-9 भाग्यांक:-9 आयु अंक:-3 (57 वाँ वर्ष) नामांक:-3  हैं..


—वर्तमान चुनाव के नतीजों के समय श्री गडकरी जी की जन्मांक बहुत ही बलशाली हो रही हे , आपके जन्म समय का गुरु पुनः जन्म नक्षत्र में हे , 



—-जन्म का शनि इस समय आपने अतिमित्र में हे .और चुनाव नतीजों के समय का नक्षत्र भी उत्तम हे ….मंगल चुनाव नतीजों के समय अभिषेक नक्षत्र में होंगे , जो की साप्ता के शिखर पर आपको विराजित कर सकते हे….इस समय के सभी  विरोधी जो की इस दौड़ में हे सभी से आपका जन्मांक बहुत बलवान बन रहा हे … फिर भी 4-5 मुख्य राजनीतिज्ञों के अतिरिक्त जो , अभी दौड़ में जो हे के अतिरिक्त कोई आकस्मिक रूप से आगे आये वह अलग बात हे….


### महाराष्ट्र में बदलाव (सत्ता परिवर्तन) तो होगा..यह एकतरफा नही होने से दुविधा हे…महाराष्ट्र में होने जा रहे इन विधानसभा चुनाओं में मुझे नहीं लगता की किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत मिल  पायेगा..मेरे अनुमान से वहां पर खिचड़ी सरकार बनाने की अधिक संभावना हैं..

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