Tag: Astro Vastu
रंगों से सँवारें जीवन— पं० शक्तिमोहन श्रीमाली
रंगों से सँवारें जीवन--- पं० शक्तिमोहन श्रीमाली
प्रकृति स्वयं को विभिन्न रंगों में अभिव्यक्त करती है और व्यक्ति प्रकृति के इन्हीं रंगों के माध्यम से अपनी संवेदनाओं, भावनाओं, एवं पसंद को अभिव्यक्त...
ज्योतिष और उससे जुड़े भ्रम—-मोनिका जैन
ज्योतिष और उससे जुड़े भ्रम----मोनिका जैन
ज्योतिष शास्त्र उस विद्या का नाम है जो ब्रह्मांड में विचरने वाले ग्रह - नक्षत्रों की गति, दूरी और स्थिति का गणितीय आधार पर गणना करता...
सुख और दुख—
--सुख और दुख----
हो सकता है कि मेरे इस लेख में आप को मेरी बातें किताबी बातों की तरह लगें, यह भी हो सकता है कि आप को ऐसा भी लगे कि...
ज्योतिष के द्वारा कैरियर का चुनाव सही है—-पं. कृष्ण गोपाल मिश्र
ज्योतिष के द्वारा कैरियर का चुनाव सही है----पं. कृष्ण गोपाल मिश्र
हमारे देश में किशोरावस्था के बाद बच्चों के कैरियर को लेकर आभिभावकों को बहुत सारी दुविधाएँ रहती हैं । एक तरफ...
चुनाव जीतने का फ़ार्मूला
चुनाव जीतने का फ़ार्मूला ---
चुनाव को जीतने का तंत्रचुनाव के अन्दर प्रत्याशी बनने और चुनाव को जीतने मे बहुत जद्दोजहद करनी पडती है,कोई धन का बल लेकर चुनाव जीतना चाहता है कोई...
My Blogs & Websites–
My Blogs & Websites-- 1.-http://www.vinayakvaastutimes.mywebdunia.com//;;;; 2.- https://www.vinayakvaastutimes.wordpress.com///;;; --- 3.- http://www.vinayakvaastutimes.apnimaati.com//;;;; ---4.- http://www.mediaclubofindia.com/profile/PtDAYANANDASHASTRI ;;;;;/// ---5.--http://www.vinayakvaastutimes.apnimaati.com/..;; ---6.--http://www.jyoteeshpragya.blogspot.com/...;;; ---7.---http://www.vinayak.merabhavishya.in/..;;; ---8.---http://www.vinayakvastutimes.webs.com/...;;;;
” श्री कृष्ण जन्माष्टमी “—
|| श्री कृष्ण शरणं मम ||
"जीवन सार्थक करने का पावन पर्व श्री कृष्ण जन्माष्टमी "
हरे कृष्ण ! हरे कृष्ण ! कृष्ण ! कृष्ण ! हरे हरे ! हरे राम ! हरे...
शाबर मन्त्रों के भावार्थ —-
शाबर मन्त्रों के भावार्थ ----
ओम वक्रतुण्डाय हूं---
जब स्थिति आपके नियंत्रण से बाहर हो या लोग आपके बारे में नकारात्मक विचार रखते हों या आप हताश और निराश हों तो इस मंत्र...
आइये जाने वर्तमान में शब्दों के अर्थों को—–
आइये जाने वर्तमान में शब्दों के अर्थों को-----1. वास्तविक आशावादी : ऐसा गंजा जो बाल उगाने वाला वो ही तेल खरीदता है जिसके साथ कंघी फ्री हो.
2.आदर्श शिक्षक :जो स्वंय ना...
आनंद क्या है?
आनंद क्या है?
सुख तो एक उत्तेजना है और दुख भी। प्रीतिकर उत्तेजना को सुख और अप्रीतिकर को हम दुख कहते हैं। आनंद दोनों से भिन्न है। वह उत्तेजना की नहीं, शांति...