Tag: ज्योतिष
रूद्राक्ष चिकित्सा —-
रूद्राक्ष चिकित्सा ----
रूद्राक्ष ( रूद्र मतलब शिव, अक्ष मतलब आंसु इसलिए रूद्र अधिक अक्ष मतलब शिव के आंसु) विज्ञान में उसे Elaeocarpus Ganitras Roxb के नाम से जाना जाता हैं,...
मंगल हमेशा अमंगल नहीं करता….
मंगल हमेशा अमंगल नहीं करता....
मंगल एक पापी एंव क्रुर ग्रह हे इसे भुमि पुत्र कुज आदी नामों से भी पुकारा जाता हे। कुज का अर्थ होता हे कु अर्थात खराब या...
भगवन शिव शंकर की शाबर मंत्र द्वारा स्तुति / प्रार्थना—
भगवन शिव शंकर की शाबर मंत्र द्वारा स्तुति / प्रार्थना---
ॐ स्थिराय नमः॥ॐ स्थाणवे नमः॥ॐ प्रभवे नमः॥ॐ भीमाय नमः॥ॐ प्रवराय नमः॥ॐ वरदाय नमः॥ॐ वराय नमः॥ॐ सर्वात्मने नमः॥ॐ सर्वविख्याताय नमः॥ॐ सर्वस्मै नमः॥ ॐ सर्वकाराय...
भगवन शिव शंकर स्तुति / प्रार्थना—
भगवन शिव शंकर स्तुति / प्रार्थना---
जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणा-कर करतार हरे,
जय कैलाशी, जय अविनाशी, सुखराशि, सुख-सार हरे
जय शशि-शेखर, जय डमरू-धर जय-जय प्रेमागार हरे,
जय त्रिपुरारी, जय मदहारी, अमित अनन्त अपार हरे,
निर्गुण...
आपकी बिमारियों का कारण कहीं वास्तु दोष तो नहीं ???????
आपकी बिमारियों का कारण कहीं वास्तु दोष तो नहीं ???????
मानसिक हालत कमजोर होने की स्थिति में हम डिप्रेशन या अवसाद का शिकार हो जाते हैं। ऐसा होने पर व्यक्ति के विचारों,...
आज शनि अमावस्या एवं हरियाली अमावस्या हे .
मित्रों आज शनि अमावस्या एवं हरियाली अमावस्या हे ..आज के दिन का राजस्थान(हाडोती,शेखावटी,मारवाड़ अंचल में विशेष महत्त्व/प्रभाव होता हे) और मध्यप्रदेश (के मालवा अंचल) में काफी धूमधाम और विशेष हर्षोल्लास के...
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साढ़ेसाती और ढैया की विवेचना ----
सृश्टि के प्रारंम्भ मे शनि अत्यन्त दीन-हीन और संसार मे उपेक्षित थे। नवग्रह परिवार मे शनि को भृत्य (नौकर) का स्थान प्राप्त था। वैदिक काल...
टैरो कार्ड : भविष्य जानने की आकर्षक विधा—–
टैरो कार्ड : भविष्य जानने की आकर्षक विधा-----
क्या है टैरो कार्ड रीडिंग..?????टैरो वास्तव में चित्रों के माध्यम से भविष्य जानने की कला है। जिस तरह से हाथों की रेखाओं या कुंडली...
कहाँ हो गृहस्वामी का सोने का कमरा..???
कहाँ हो गृहस्वामी का सोने का कमरा..???
शयन मनुष्य की एक अतिआवश्यक क्रिया हैं । शयन मनुष्य को सुकुन एवं ताजगी प्रदान करता हैं यदि मनुष्य ठीक प्रकार से नहीं सो...
आपका शयन कक्ष कहां हो ..???
आपका शयन कक्ष कहां हो ..???
शयन कक्ष का सम्पूर्ण भवन में महत्वपूर्ण स्थान रहता हैं । गृह स्वामी जब भवन का निर्माण करवाता हैं तो दिशा का चुनाव वास्तु आधार...