Tag: पंडित दयानन्द शास्त्री
देवी मंत्रो का प्रयोग जनहितार्थ—पंडित दयानन्द शास्त्री
देवी मंत्रो का प्रयोग जनहितार्थ---पंडित दयानन्द शास्त्री
विपत्ति नाश हेतु:------
शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे। सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥
अर्थातः- शरण में आये हुए दीनों एवं पीडितों की रक्षा में संलग्न रहनेवाली तथा सबकी पीडा...
देवी उपासना–पंडित दयानन्द शास्त्री
देवी उपासना--पंडित दयानन्द शास्त्री
देवी भागवत के आठवें स्कंध में देवी उपासना का विस्तार से वर्णन है। देवी का पूजन-अर्चन-उपासना-साधना इत्यादि के पश्चयात दान देने पर लोक और परलोक दोनों...
क्या हे शिव के स्वरूप और प्रभाव—पंडित दयानन्द शास्त्री
क्या हे शिव के स्वरूप और प्रभाव---पंडित दयानन्द शास्त्री
सागर-मंथन की कथा से शिव (shiva) का रूप निखरता है। ऋग्वेद में जहॉ सूर्य, वरूण,वायु, अग्नि, इंद्र आदि प्राकृतिक शक्तियों की उपासना...
श्रीकृष्ण कृत देवी स्तुति–पंडित दयानन्द शास्त्री
श्रीकृष्ण कृत देवी स्तुति--पंडित दयानन्द शास्त्री
नवरात्र में श्रद्धा और प्रेमपूर्वक महाशक्ति भगवती देवी की पूजा-उपासना करने से यह निर्गुण स्वरूपा देवी पृथ्वी के समस्त जीवों पर दया करके स्वयं...
स्वास्थ्य के लिये टोटके—पंडित दयानन्द शास्त्री
स्वास्थ्य के लिये टोटके---पंडित दयानन्द शास्त्री
1॰ सदा स्वस्थ बने रहने के लिये रात्रि को पानी किसी लोटे या गिलास में सुबह उठ कर पीने के लिये रख दें। उसे पी...
श्री विष्णोरष्टाविंशतिनामस्तोत्रम—-पंडित दयानन्द शास्त्री
श्री विष्णोरष्टाविंशतिनामस्तोत्रम----पंडित दयानन्द शास्त्री
अर्जुन उचाव--
किं नु नाम सस्त्राणि जपते च पुन: पुन:!
यानि नामानि दिव्यानि चाचक्ष्व केशव!!१!!
अर्जुन ने पूछा-केशव!
मनुष्य बारंबार एक हजार नामों का जप क्यों करता है? आपके जो दिव्य नाम...