>आज पूर्णिमा हे आज सत्य नारायण व्रत हे, आज वे सभी जातक जिनकी कुंडली में केमद्रुम योग/ दोष हे , जिनका चंद्रमा दूषित हे या किसी पापी गृह के साथ हे या किसी पापी गृह की द्रष्टि चन्द्रमा पर हे या चंद्रमा की महादशा / अन्तेर्दशा / प्रत्यंतर चल रहा हो --वे सभी जातक किसी योग्य देवज्ञ/ ज्योतिषी...
>मंगल दोष के विभिन्न प्रकार--क्यों जरूरी है मंगली का मंगली से ‍विवाह :-जिस जातक की जन्म कुंडली, लग्न/चंद्र कुंडली आदि में मंगल ग्रह, लग्न से लग्न में (प्रथम), चतुर्थ, सप्तम, अष्टम तथा द्वादश भावों में से कहीं भी स्थित हो, तो उसे मांगलिक कहते हैं। गोलिया मंगल 'पगड़ी मंगल' तथा चुनड़ी मंगल : जिस जातक की जन्म कुंडली में...
>भवन निर्माण एवं वास्तु विज्ञान दो अलग अलग विषय हैं। एक व्यक्ति अपने मनोनुकूल गृह का निमार्ण तो करवा सकता है अपने आर्किटेक्ट या डिज़ाइनर से कहकर उसे अच्छी प्रकार से सजा भी सकता है परन्तु वह उसमें रहने पर सुखी जीवन व्यतीत करेगा यह आवश्यक नहीं। एक आर्किटेक्ट भी जिसे केवल भवन निर्माण तकनीक का ज्ञान है उस...
कुंडली में छुपा है मृत्यु का रहस्य - पत्रिका से जानिए, क्या होगा रोग ::::---------- प्रत्येक कुंडली का विश्लेषण करके उसके रोग व उसकी मृत्यु को जान सकते हैं। रोग की परिभाषा के अनुसार तत्संबंधी भावों, उनके स्वामियों, लग्न व लग्नेश स्थिति और उस पर पापी ग्रहों की युति व उनकी दृष्टियों से उस रोग व उससे जातक की मृत्यु...
...जब आप बनाएँ नया मकान - नया मकान बनाने से पहले.. नए भवन के निर्माण कराते समय आप अपने शहर के किसी अच्छे वास्तु के जानकार से सलाह अवश्य लें। वास्तु का प्रभाव भवन के रहने वाले व्यक्तियों पर अवश्य पढ़ता है। परंतु इसके साथ-साथ व्यक्ति विशेष के ग्रह योग भी वास्तु के प्रभाव को घटाते-बढ़ाते हैं। हो सकता है...
लाल किताब के सिद्ध टोटके – मेरा पहला लेख लाल किताब के सिद्ध टोटके भागएक प्रकाशित हुआ था ! जिसमें बहुत से सदस्यों ने रूचि ली थी ! इसको हज़ारों सदस्यों ने देखा व पढा और उन उपायों को अपनाकर लाभ उठाया ! बहुत से लोगों ने अपनी समस्यायों के समाधान के लिए और उपायों की मांग की थी...
क्यों जरूरी है मंगली का मंगली से ‍विवाह :- जिस जातक की जन्म कुंडली, लग्न/चंद्र कुंडली आदि में मंगल ग्रह, लग्न से लग्न में (प्रथम), चतुर्थ, सप्तम, अष्टम तथा द्वादश भावों में से कहीं भी स्थित हो, तो उसे मांगलिक कहते हैं। गोलिया मंगल 'पगड़ी मंगल' तथा चुनड़ी मंगल : जिस जातक की जन्म कुंडली में 1, 4, 7, 8,...
सम्माननीय,आदरणीय,विद्वतजन,सुधीजन,ज्ञानी,बहुपठ,बहुश्रुत मेरे समस्त मित्रो एवं सखियो-आप सब से मेरा करबद्ध,विनम्र निवेदन है कि मेरे अनुरोध- आग्रह- विनती को गंभीरता से लेते हुए/ समझकर भविष्य में मुझे निशुल्क ज्योतिष/हस्तरेख/वास्तु-परामर्श/ मार्गदर्शन हेतु बाध्य नहीं करेंगे...आप सभी मेरे लिए बेश कीमती हे..हमारी दोस्ती/मित्रता हमेशा बनी रहे यही विनती हे कोई गेम,कोई गिफ्ट हेतु मुझे आमंत्रण न भेजे न ही कोई चित्र टेग...
आइये जाने नक्षत्रो का स्वभाव ,नक्षत्र भोजन ( क्या खाएं-क्या न खाएं ),क्या दान करें,नए वस्त्र धारण का प्रभाव ,क्या कार्य करें.... नक्षत्र संख्‍या में 27 हैं और एक राशि ढाई नक्षत्र से बनती है। नक्षत्र भी जातक का स्वभाव निर्धारित करते हैं----------- 1. अश्विनी : बौद्धिक प्रगल्भता, संचालन शक्ति, चंचलता व चपलता इस जातक की विशेषता होती है। इस...
कैसा होगा आपका जीवन साथी? घर कब तक बनेगा? नौकरी कब लगेगी? संतान प्राप्ति कब तक?, प्रेम विवाह होगा या नहीं?वास्तु परिक्षण , वास्तु एवं ज्योतिषीय सामग्री जैसे रत्न, यन्त्र के साथ साथ हस्तरेखा परामर्श सेवाएं भी उपलब्ध हें. ज्योतिष समबन्धी समस्या, वार्ता, समाधान या परामर्श के लिये मिले अथवा संपर्क करें :- प. दयानंद शास्त्री, मोब.-07838730179(DELHI), -09024390067(RAJ.), -09413103883(RAJ.),...