वास्तु दोष निवारण के कुछ सरल उपाय---
कभी-कभी दोषों का निवारण वास्तुशास्त्रीय ढंग से करना कठिन हो जाता है। ऐसे में दिनचर्या के कुछ सामान्य नियमों का पालन करते हुए निम्नोक्त सरल उपाय कर इनका निवारण किया जा सकता है।
* पूजा घर पूर्व-उत्तर (ईशान कोण) में होना चाहिए तथा पूजा यथासंभव प्रातः 06 से 08 बजे के बीच भूमि पर...
रुद्राक्ष
एक मुखी रुद्राक्ष----
स्वरुप-एक मुखी रुद्राक्ष शिव का स्वरुप हैलाभ-एक मुखी रुद्राक्ष ब्रहम हत्या आदि पापो को दूर करने वाला हैमंत्र -एक मुखी रुद्राक्ष को “ॐ ह्रीं नमः “मंत्र का जाप कर के धारण करे
दो मुखी रुद्राक्ष---
स्वरुप-दो मुखी रुद्राक्ष देवता स्वरुप है,पापो को दूर करने वाला और अर्धनारीइश्वर स्वरुप हैलाभ-दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से अर्धनारीइश्वर प्रस्सन होते हैमंत्र -दो...
गृह पीड़ा दूर करने का उपाय
सूर्य--
सूर्य को बली बनाने के लिए व्यक्ति को प्रात:काल सूर्योदय के समय उठकर लाल पूष्प वाले पौधों एवं वृक्षों को जल से सींचना चाहिए।
2? रात्रि में ताँबे के पात्र में जल भरकर सिरहाने रख दें तथा दूसरे दिन प्रात:काल उसे पीना चाहिए।
3? ताँबे का कड़ा दाहिने हाथ में धारण किया जा सकता है।
4? लाल...
किसको मिलता हैं माता का प्यार?
जन्म पत्रिका में माता एवं सुख का स्थान एक ही होता है। यह होता है चतुर्थ भाव। इसी स्थान से मातृ सुख एवं सांसारिक सुख के संबध में विचार होता है। अर्थात जिसको माता का सुख का मिलता है, वही संसार में अन्य सुखों को भोग पाता है। जिस लग्न कुंडली का चतुर्थ भाव...
ज्योतिषानुसार बारह भावों में शुक्र के द्वारा दिये जाने वाले फ़ल
ज्योतिषानुसार शुक्र के लिये ज्योतिष शास्त्रों में जो फ़ल कहे गये है वे इस प्रकार से है:-
प्रथम भाव में शुक्र---
जातक के जन्म के समय लगन में विराजमान शुक्र को पहले भाव में शुक्र की उपाधि दी गयी है। पहले भाव में शुक्र के होने से जातक सुन्दर होता...
शुक्र बनाता है कलाकार---
मजबूत करें सूर्य और शुक्र----
कला के क्षेत्र में प्रसिद्धि और लक्ष्मी दोनों ही भरपूर होती है। कोई व्यक्ति कलाकार (विशेषत: गायक, वादक, नर्तक) बनेगा या नहीं यह उसकी कुंडली में शुक्र की स्थिति पर निर्भर करता है।
वृष और तुला लग्न या राशि चूँकि स्वयं शुक्र के स्वामित्व होते हैं अत: इन व्यक्तियों का...
क्या आपका घर भी है राहु-शनि का घर? शनि-राहु की नकारात्मक तरंगों का प्रभाव
आप किसी के घर जाते हैं और चंद मिनट वहाँ बैठने पर आपको घबराहट-सी महसूस होने लगती है। ऐसे समय आपको लगता है कि आपकी तबीयत गड़बड़ा रही है मगर यह आपका नहीं उस घर की तरंगों का दोष होता है। हमारी कुंडली के ग्रहों...
राहु बनाता है चतुर राजनेता----
राजनीति एक ऐसा क्षेत्र बनता जा रहा है, जहाँ कम परिश्रम में भरपूर पैसा व प्रसिद्धि दोनों ही प्राप्त होते हैं। ढेरों सुख-सुविधाएँ अलग से मिलती ही है। और मजा ये कि इसमें प्रवेश के लिए किसी विशेष शैक्षणिक योग्यता की भी जरूरत नहीं होती।
राजनीति में जाने के लिए भी कुंडली...
कब होगा भाग्योदय???????
जन्मकुंडली अर्थात मनुष्य के जीवन का पूर्ण खाका होती है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति अच्छी होना तो आवश्यक है ही, भाग्य से संबंधित ग्रहों का शुभ होना तथा उनकी दशा-महादशा का सही समय पर व्यक्ति के जीवन में आना भी उतना ही आवश्यक होता है अन्यथा कुंडली अच्छी होने पर भी यदि कार्य...
सुखी जीवन के लिए वास्तु-अनमोल मंत्र ---
- उत्तर दिशा जल तत्व की प्रतीक है। इसके स्वामी कुबेर हैं। यह दिशा स्त्रियों के लिए अशुभ तथा अनिष्टकारी होती है। इस दिशा में घर की स्त्रियों के लिए रहने की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए।
- उत्तरी-पूर्वी क्षेत्र अर्थात् ईशान कोण जल का प्रतीक है। इसके अधिपति यम देवता हैं। भवन...