जानिए मंगलदोष शांति के उपाय: ----
वैसे तो हमारे सभी वैदिक ग्रंथों और ज्योतिषीय ग्रंथों में मंगलदोष निवारण के अनेकानेक उपाय बताये गए हैं जैसे---
1 लाल पुष्पों को जल में प्रवाहीत करें।
2 मंगलवार को गुड़ व मसूर की दाल जरूर खायें।
3 मंगलवार को रेवडि़या पानी में विसर्जित करें।
4 आटे के पेड़े में गुड व चीनी मिलाकर गाय को खिलायें।
5 मीठी...
मंगल दोष परिहार के कुछ प्रभावी एवं लाभकारी उपाय---
मंगल दोष की वजह से विवाह में देरी हो तो ये उपाय जरूर करने चाहिए। माना जाता है कि इन उपायों को करने से विवाह में आ रही बाधाएं जल्द दूर होती हैं और मनचाही कन्या से विवाह होता है।
जिन जातकों की जन्म कुंडली के 1,4,7 और 12 वें भाव में...
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आइये जाने श्री अंगारेश्वर महादेव(मंगलदोष दूर करने वाले) की उत्पत्ति की प्रचलित विभिन्न कथाएं-
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आइये जाने श्री अंगारेश्वर महादेव(मंगलदोष दूर करने वाले) की उत्पत्ति की प्रचलित विभिन्न कथाएं---
श्री अंगारेश्वर महादेव की कथा---
देवाधिदेव भगवान शंकर ने पार्वती जी से कहा की हे पर्वत की कन्या उज्जैन में तिरालीसवाँ ज्योतिर्लिंग अंगारेश्वर का हैं जिनके दर्शन मात्र से सर्व सम्पदा प्राप्त होती हैं...
पूर्व कल में लाल शरीर की शोभवाला और टेड़े शरीर वाला क्रोध से युक्त...
जानिए की कैसे करें असली रुद्राक्ष की पहचान और रुद्धाक्ष प्रयोग
आमतौर पर आपने देखा होगा की आजकल किसी भी शहर के बाजार में रुद्राक्ष हर दुकान ,चौराहे पर बक रहा हैं और कई नामी कम्पनिया भी इसे बेच रही है, परन्तु इसकी पहचान करना बहुत ही कठिन है। एक मुखी व एकाधिक मुखी रुद्राक्ष महंगे होने के कारण नकली...
जानिए होलाष्टक का महत्व ( गुरुवार,26 -02 -2015 से आरम्भ)-
सनातन संस्कृति मे शास्त्रो के अनुसार फाल्गुन मास मे वसंत ऋतु के आगमन के पश्चात मनाया जाने वाला होलि का त्यौहार जीवन मे खुशियो के रंग बिखेर देता है,पौराणिक मान्यता के अनुसार होलिका पर्व से कई कथाऐ जुडी है,जिनमे सबसे प्रमुख हिरण्यकश्यपु की बहन होलिका और भगवान विष्णु के परम...
जानिए स्वाइन फ्लू के लक्षण एवं बचाव की जानकारी -----
स्वाइन फ्लू के शुरूआती लक्षण सामन्य लू जैसे ही होते हैं, जिसमें गले में खराश, नाक बहना, बुखार जोडो में दर्द, आंखो में लाली छाना, गले में दर्द आदि इसके प्रारम्भिक लक्षण है। यह आवश्यक नही है कि प्रत्येक खांसी जुखाम से ग्रसित व्यक्ति स्वाइन से ग्रसित हो जांच पूर्ण...
जानिए अनायास धन प्राप्ति के विभिन्न योग (पैसा/धन मिलने के योग)----
कुंडली में दूसरे भाव को ही धन भाव कहा गया है। इसके अधिपति की स्थिति संग्रह किए जाने वाले धन के बारे में संकेत देती है। कुंडली का चौथा भाव हमारे सुखमय जीवन जीने का संकेत देता है। पांचवां भाव हमारी उत्पादकता बताता है, छठे भाव से ऋणों और...
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क्या है गुड़ी पड़वा या हिन्दू नववर्ष या चैत्र शुक्ल प्रतिपदा (21 मार्च 2015 को) ?
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क्या है गुड़ी पड़वा या हिन्दू नववर्ष या चैत्र शुक्ल प्रतिपदा (21 मार्च 2015 को) ?
चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को गुड़ी पड़वा या नववर्ष का आरम्भ माना गया है। ‘गुड़ी’ का अर्थ होता है विजय पताका । ऐसा माना गया है कि शालिवाहन नामक कुम्हार के पुत्र ने मिट्टी के सैनिकों का निर्माण किया और उनकी एक सेना...
जानिए की क्या होगा इस महाशिवरात्रि 17 फरवरी 2015 (मंगलवार) को विशेष----
देवाधिदेव भगवन शिव की उपासना मनुष्य के लिए कल्पवृक्ष की प्राप्ति के समान है। भगवान शिव से जिसने जो चाहा उसे प्राप्त हुआ। महामृत्युंजय शिव की कृपा से मार्कण्डेय ऋषि ने अमरत्व प्राप्त किया और महाप्रलय को देखने का अवसर प्राप्त किया।शास्त्रों में निहित पौराणिक कथाओं के अनुसार...
जानिए की क्या हैं मंगल दोष और कैसे करें मंगल दोष शांति ....
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में कई प्रकार के दोष बताए गए हैं जैसे कालसर्प योग, पितृदोष, नाड़ीदोष, गणदोष, चाण्डालदोष, ग्रहणयोग, मंगलदोष या मांगलिक दोष आदि। इनमें मंगल दोष एक ऐसा दोष है जिसकी वजह से व्यक्ति को विवाह संबंधी परेशानियों, रक्त संबंधी बीमारियों और भूमि-भवन के सुख...