वास्तु अपनाएँ धन बढ़ाएँ -----
प्रत्येक व्यक्ति अपनी मेहनत से कमाए धन को सुरक्षित रखना तो चाहता ही है, साथ ही यह भी चाहता है कि उसमें दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी होती रहे। सामान्यतः हर व्यक्ति पैसे, आभूषण, मूल्यवान वस्तुएँ, कागजात वगैरह को सुरक्षित रखने के लिए तिजोरी, अलमारी, कैशबॉक्स इत्यादि का उपयोग करता है। इनमें धन सुरक्षित भी रहे और...
विभिन्न लग्नों के लिए राजयोग ग्रह---लग्न कुंडली की स्थिति अनुसार शुभ योग---
कुछ ग्रह लग्न कुंडली में अपनी स्थिति के अनुसार शुभ योग बनाते हैं जो व्यक्ति को धन, यश, मान, प्रतिष्ठा सारे सुख देते हैं।
विभिन्न लग्नों के लिए राजयोगकारी ग्रह निम्न हैं।
1. मेष लग्न के लिए गुरु राजयोग कारक होता है।
2. वृषभ और तुला लग्न के...
भवन-निर्माण का सही समय----
अपना स्वयं का मकान हो, यह हर व्यक्ति की चाह होती है। वास्तु शास्त्र में भवन निर्माण के संबंध में अनेक बातें बताई गई हैं। कहा गया है कि जब शनिवार, स्वाति नक्षत्र, श्रावण मास, शुभ योग, सिंह लग्न, शुक्ल पक्ष एवं सप्तमी तिथि का योग एकसाथ हो तो उस मुहूर्त में कार्य...
रोकें बच्चे की दुष्ट प्रवृत्तियों को---
बच्चे बड़े होकर कुसंग में फँसें, अपराधी बनें उसके पहले ही इसकी रोकथाम जरूरी है। कुंडली के ग्रह स्पष्ट संकेत देते हैं बच्चे के स्वभाव व उसमें छिपी दुष्ट प्रवृत्तियों का। आइए पहचानें व समय पर उपाय करें।
मंगल : यदि मंगल नीच का है, पाप प्रभाव में है, बृहस्पति भी कमजोर है तो बच्चा...
क्यों होता है संतान प्राप्ति में विलंब-- -
संतति सुख के लिए पंचम स्थान, पंचमेश, पंचम स्थान पर शुभाशुभ प्रभाव व बृहस्पति का विचार मुख्यत: किया जाता है। ज्योतिष के अनुसार मेष, मिथुन, सिंह, कन्या ये राशियाँ अल्प प्रसव राशियाँ हैं। वृषभ, कर्क, वृश्चिक, धनु, मीन ये बहुप्रसव राशियाँ हैं।
* पंचम स्थान में पाप ग्रह हो तो संतति सुख...
घर सजाएँ राशि अनुसार...
मेष : राशि के लोगों के लिए लाल, गुलाबी और ऑरेंज रंग का प्रयोग अच्छा होता है। इसमें वे उसी रंग के बेड कवर, चादर, कपड़े, गहने, पर्दे आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं, परंतु अपने कमरे के दक्षिणी-पश्चिमी कोने का ध्यान अवश्य रखें।
वृषभ : राशि के व्यक्ति दीवारों के लिए चमकीले और भड़कीले...
वास्तु सम्मत अध्ययन कक्ष -----
* अध्ययन कक्ष भवन के पश्चिम-मध्य क्षेत्र में बनाना अतिलाभप्रद है। इस दिशा में बुध, गुरु, चंद्र एवं शुक्र चार ग्रहों से उत्तम प्रभाव प्राप्त होता है। इस दिशा के कक्ष में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को बुध ग्रह से बुद्धि वृद्धि, गुरु ग्रह में महत्वाकांक्षा एवं जिज्ञासु वृद्धि, चंद्र ग्रह से नवीन विचारों...
कुछ खास बातें वास्तु से जुड़ी---
'वास्तु' का सहज शाब्दिक अर्थ एक ऐसे आवास से है जहाँ के रहवासी सुखी, स्वस्थ एवं समृद्ध हों। इसीलिए वास्तु विज्ञान में हमारे पूर्वजों ने अपने दिव्य ज्ञान से ऐसे अनेक तथ्यों को शामिल किया है जो कि किसी भी भवन के रहवासियों को शांतिपूर्वक रहने में परम सहायक होते हैं।...
पूर्वमुखी मकान के परिणाम----
पूर्वमुखी मकान में अच्छे-बुरे फल भी मिलते हैं। किसी भी क्षेत्र में, किसी भी दिशा में बना मकान शुभ या अशुभ परिणाम देता है। मकान किस प्रकार बना है, इस बात पर अधिक निर्भर करता है। घर के सामने 'टी' नुमा रास्ता हो तो पूर्व मुखी मकान भी अशुभ परिणाम देगा, जबकि दक्षिण...
ग्रहों के अशुभ फल---
प्रत्येक जातक की कुंडली में अशुभ ग्रहों की स्थिति अलग-अलग रहती है, परंतु कुछ कर्मों के आधार पर भी ग्रह आपको अशुभ फल देते हैं। व्यक्ति के कर्म-कुकर्म के द्वारा किस प्रकार नवग्रह के अशुभ फल प्राप्त होते हैं, आइए जानते हैं :
चंद्र : सम्मानजनक स्त्रियों को कष्ट देने जैसे, माता, नानी,...