Home JYOTISH Page 227

JYOTISH

भू () प्रतिदिन) की स्थिति पर ग्रहों दिल्ली 5:30 पर 28-36N 77 13E (नई )--- AYANAMSA उपयोग लाहिड़ी ---- गणना पश्चिमी चार्ट: ग्रहों यहाँ दी पदों विधि) नाक्षत्र हैं अनुसार वैदिक (करने के लिए. इन डिग्री) कर सकते हैं प्रणाली पश्चिमी (आसानी से परिवर्तित करने के लिए उष्णकटिबंधीय किया जाना है. बस ग्रह डिग्री से प्रत्येक (पुरस्सरण) विषुव के लिए ayanamsa...
विक्रम संवत 2068 आप सभी के लिए शुभ और मंगलकारी हो--- इस बार नव वर्ष (विक्रम संवत-2068)सोमवार, 04 अप्रेल 2011 से आरंभ हो रहा हे..चेत्र शुक्ल प्रतिप्रदा सोमवार को हे / गुडी पडवा ...इस वर्ष का राजा चन्द्र बनेगा और मंत्री गुरु रहेगा... मेष संक्रांति गुरुवार - 14 को हे, क्रोधी नाम का यह संवत राजनेतिक टकराव, प्राकृतिक...
नमस्कार प्रिय मित्रो, आज की बात...कल के वर्ड कप मेच के बारे में--- कप्तान हे ---महेंद्र सिंह धोनी , स्थान- वानखेड़े स्टेडियम, मुम्बई.... विपक्षी देश की क्रिकेट टीम हे- श्रीलंका, मेरे विचार / अनुमान से यदि भारत / धोनी टॉस जीतते हे तो भारत को पहले बल्लेबाजी/ बेटिंग करनी चाहिए और कम से कम 310 रन जरुर बनाने चाहिए...कल के मेच में कड़ा...
वर्ल्ड कप २०११ फ़ाइनल मैच का परिणाम :- विजेता भारत...== भारत :-भारत की कुंडली वृषभ लग्न की है कल यानी २ अप्रैल को ग्रह गोचर के अनुसार, दुसरे भाव में केतु, पंचम भाव में शनि, अष्टम भाव में राहू, दशम भाव में शुक्र , लाभ भाव में सूर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, व गुरु विराजमान रहेंगे | लग्न का स्वामी शुक्र...
विराट ज्योतिष एवं वास्तु संगोष्ठी-2011 , दिनांक - 02 -04 -2011 से 03 -04 -2011 तक Tomorrow at 9:00am - Sunday at 6:00pm कार्यक्रम स्थल------श्री जी मेरिज हल, जवाहर नगर, कोटा (RAJASTHAN) विषय---- (A)-SHIKSHA एवं रोजगार, (B)- विवाहिक समस्याएं, (C)- KUNDALI OR वास्तु, (D)- संतान प्रकरण,... (E)--वास्तु और SVASTHYA ... (F)--मंगल दोष / योग और परिहार/ उपाय (G)-- हस्तरेखा द्वारा उक्त VISHAYON पर लेख;; आयोजक / संयोजक--- आचार्य धीरेन्द्र , वेदांग ज्योतिष...
आज के मुहूर्त और राशिफल--01अप्रेल 2011--- आज के मुहूर्त --शुक्रवार, 1 अप्रैल 2011---- शुभ विक्रम संवत- 2067, शालिवाहन शक संवत- 1932, संवत्सर का नाम- शोभन, अयन- उत्तरायन, ऋतु- वसंत, मास- चैत्र, पक्ष- कृष्ण, तिथि- त्रयोदशी दिन 03.06 पश्चात चतुर्दशी, हिजरी सन्- 1432, मु. मास- रबिलाखर, तारीख- 26, नक्षत्र- शततारा प्रात: 8.25 पश्चात पूर्वाभाद्रपद, योग- शुभ प्रात: 7.45 पश्चात शुक्ल, सूर्योदयकालीन करण- विष्टि, चन्द्रमा- कुंभ राशि से...
क्या वास्तु निर्माण के जरिए भाग्य में बदलाव संभव है?---by पं.डी.के.शर्मा"वत्स"--- हमारी भारतीय हिन्दू संस्कृ्ति अपने आप में एक ऎसी विलक्षण संस्कृ्ति रही है,जिसका प्रत्येक सिद्धान्त ज्ञान-विज्ञान के किसी न किसी विषय से संबंधित हैं और जिसका एक मात्र उदेश्य मनुष्य जीवन का कल्याण करना ही रहा है.मनुष्य का सुगमता एवं शीघ्रता से कल्याण कैसे हो ? इसका जितना गम्भीर...
इन वैदिक उपायों से मन भी मान जाता है........by पं.डी.के.शर्मा"वत्स"--- प्राय: लोगों की यह शिकायत होती है कि हमारा मन पढाई में नहीं लगता या अमुक बुराई से हटता नहीं. इच्छा तो बहुत करते हैं, धर्मानुष्ठान भी करते हैं, उसके लिए दान- जाप और उपासना इत्यादि का भी सहारा लेते हैं, किन्तु मन है कि सही मार्ग की ओर अग्रसर...
सुखी दाम्पत्य जीवन का आधार---सप्तपदी---by पं.डी.के.शर्मा"वत्स"--- विवाह के समय लिए जाने वाले सात वचन सात जन्मों तक साथ रहने का प्रतीक माने जाते हैं, किन्तु आज इन वचनों से भला कितने लोग ठीक से परिचित हैं..... विवाह समय फेर इत्यादि समस्त आवश्यक कार्य हो जाने पर भी जब तक कन्या वर के वाम भाग में नहीं आती, तब तक विवाह कार्य...
ये ज्योतिष शास्त्र है या संभावनाओं का विज्ञान......by पं.डी.के.शर्मा"वत्स"--- यह बात मैं समय समय पर पूर्व के अपने कईं लेखों में कह चुका हूँ कि ज्योतिष पूरी तरह से कर्म आधारित शास्त्र है, हालाँकि ऎसे लोगों की कोई कमी नहीं, जो इस विधा को विज्ञान सिद्ध करने के बेफालतू के प्रयास में जुटे रहते हैं, उन लोगों से मेरा यही...

प्रख्यात लेख

मेरी पसंदीदा रचनायें

error: Content is protected !!