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बिल्डिंग या अपार्टमेंट (बहुमंजिला भवन अथवा फ्लेट) निर्माण में वास्तुशास्त्र के महत्वपूर्ण नियम :----- बहुमंजिला भवनों में भू-तल के ऊपर प्रथम तल, द्वितीय तल और तृतिय व चतुर्थ फ्लोर/तल/माला भी बनाए जाते हैं। ऐसे निजी बहुमंजिला भवनों में ऊपरी तलों का इस्तेमाल ज्यादातर बेडरूम,अध्ययन कक्ष या फैमिली रूम के तौर पर किया जाता है। ऊपरी तलों पर पहुंचने के लिए...
क्या यह गलत नहीं हें..??? क्या तांत्रिक क्रियाऐं जीवन को नर्क बना देती हैं...??? विद्वेषण जैसी खतरनाक तांत्रिक क्रियाओं द्वारा पति-पत्नि में झगडे करवा दिए जाते हैं फिर वे ही एक दूसरे के दुश्मन बन जाते हैं। ताडन जैसी भयानक तांत्रिक क्रियाओं द्वारा व्यक्ति को बीमार कर दिया जाता हैं। फिर बीमारी ही पकड में नहीं आती है अथवा इलाज करवा-करवा...
जानिए अपनी जन्म कुंडली से भवन सुख के योग----- अपना घर बनाना और उसमें सुख से रहना हर व्यक्ति का सपना होता है, मगर कई बार अथक प्रयत्नों के बावजूद या तो घर ही नहीं बन पाता, यदि बन जाए तो उसमें रहने पर सुख-शांति नहीं मिलती। आपके भाग्य में घर का सुख है या नहीं, इस बारे में कुंडली...
जानिए ज्योतिष और गुप्त रोग का सम्बन्ध ---- यह किसी आश्चर्य से कम नहीं कि कामसूत्र, खजुराहो और शिवलिंग-पूजा के लिए पहचाने जाने वाले देश भारत में ‘सेक्स‘ एक टैबू के रूप में स्थापित हो गया है। यही कारण है कि हमारे समाज में सेक्स सम्बंधी चुटकुले (Sexist Jokes) खूब सुनाए जाते हैं, सेक्स से जुड़ी गालियों का खुलेआम प्रयोग...
जानिए अपनी जन्म कुंडली से गर्भाधान काल के योग----- जन्म कुंडली में त्रिकोण भावों को सबसे शक्तिशाली माना जाता है। लग्न व्यक्तित्व व व्यक्ति के स्वास्थ्य का भाव है। पंचम भाव बुद्धि, संतान तथा निर्णय क्षमता से संबंध रखता है। नवम भाव भाग्य का है। यह धर्म व चिंतन का भाव भी है। इन्हीं तीनों भावों को 'त्रिकोण' कहा जाता...
क्या सम्बन्ध हें दहेज़ और मंगलदोष का ---- दहेज़ का साधारण अर्थ है जो दिल को दहला दे वही दहेज़ है । दहेज़ के प्रतिबन्ध के विषय में हम चाहे जितना भी कह ले या क़ानून बना ले लेकिन यथार्त जीवन में इसका नितांत अभाव ही दीखता है । जब तक पूर्णरुपेंन सामाजिक जागृति नहीं आती,दहेज़ का बहिस्कार असंभव...
जानिये सन्तान-प्राप्ति के लिए विभिन्न उपाय तथा अचूक मत्रों का प्रयोग------ (Mantra for Pregnancy)-----(एक प्रयास संकलन का ) जिस परिवार के दम्पति सुविचारी, सदाचारी एवं पवित्रात्मा हैं तथा शास्त्रोक्त नियमों के पालन में तत्पर हैं ऐसे दम्पति के घर में दिव्य आत्माएं जन्म लेती हैं | ऐसी सन्तानों में बचपन से ही सुसंस्कार, सदगुणों के प्रति आकर्षण एवं दिव्यता देखी जाती...
आइये जाने की केसे करें हनुमान ध्यान,सेवा तथा आराधना हनुमान बाहुक और अन्य मंत्रो द्वारा ----- इस हनुमान बाहु की रचना संत प्रवर गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपीन दाहिनी बाहु में हुई असह्य पीड़ा के निवारण के लिए की थी। इसमें श्रीमारुति की महिमा का चिन्तन तथा उनसे सर्वअंगों में होने वाली पीड़ा की निवृति की प्रार्थना है। यह हनुमान...
जानिए की केसे करें बिना तोड़-फोड़ के वास्तु सुधार/वास्तु दोष निवारण..??? एक सुंदर एवं दोषमुक्त घर हर व्यक्ति की कामना होती है। किंतु वास्तु विज्ञान के पर्याप्त ज्ञान के अभाव में भवन निर्माण में कुछ अशुभ तत्वों तथा वास्तु दोषों का समावेश हो जाता है। फलतः गृहस्वामी को विभिन्न आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक कष्टों का सामना करना पड़ता है। घर...
जानिए की केसे विघ्नहर्ता गणेश जी से सुधार सकते हैं वास्तुदोष..???? (वास्तुदोष निवारण में भगवान श्री गणेश की भूमिका/योगदान)---- भगवान गणेश विघ्न विनाशक माने गए हैं। वास्तुपूजन के अवसर पर गणेश को प्रथम न्योता और पूजा जाता है। जिस घर में गणेश की पूजा होती है, वहां समृद्धि की सिद्धि होती है और लाभ भी प्राप्त होता है।गणेश जी की स्थापना...

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