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हे ईश्वर भाग्य विधाता कौन है ???? प्रभु ईश्वर कहते है -हर एक इंसान अपने भाग्य के बारे में जानना चाहता है। भाग्य विधाता माता-पिता होते है। जैसे माता-पिता होते है, वैसा संतान का भाग्य। ऋषियों ने जाना, समझा और इंसानो को समझाने का प्रयास किया है। प्रथम पिता गगनदेव, प्रथम माता...
New Exam pattern in India(Revised): 1. General students - Answer ALL questions. 2. OBC - WRITE ANY one question. 3. SC - ONLY READ questions. 4. ST - THANKS FOR COMING.. AND. 5. Gujjars- THANKS FOR ALLOWING OTHERS TO ATTEND THE EXAMINATION .. !! CHEERS TO RESERVATION......????
आज का राशिफल---(13 अप्रेल,2011)-- राशि फलादेश मेष--- अपने व्यवसाय को बढ़ाने के अवसर मिल सकेंगे। प्रतिष्ठित व्यक्तियों से संपर्क बनेगा। वृद्ध व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। रचनात्मक कार्य होंगे। राशि फलादेश वृष--- आर्थिक लाभ के योग हैं। सहयोगियों का लाभ प्राप्त होगा। इच्छा की पूर्ति के योग। अच्छी महत्वाकांक्षा रखें। व्यापार में उन्नति होगी। राशि फलादेश मिथुन--- आवास संबंधी समस्या रह सकती है। अति...
*****श्रीविष्णोरष्टा विंशतिनामस्तोत्रम*---पवन तलहन  **** ****************************** किं नु नाम सह्त्राणि जपते च पुन: पुन:! यानी नामानि दिव्यानि चाचक्ष्व केशव!!१!! हे--केशव---मनुष्य बारंबार एक हजार नामों का जप क्यों करता है? आपके नाम हों, उनका वर्णन कीजिये!!१!! मत्स्यं कूर्मं वराहं च वामनं च जनार्दनम! गोविन्दं पुण्डरीकाक्षं माधवं मधुसूदनम !!२!! पद्मनाभं सहत्राक्षं वनमालिं हलायुधम! गोवर्धनं हृषीकेशं वैकुन्ठ पुरुशोत्तामम!!३!! विश्वरूपं वासुदेवं रामं नारायण हरिम ! दामोदरं श्रीधरं च वेदान्ग गरुड़ध्वजम !!४!! अनन्तं कृष्णगोपालं जपतो नास्ति...
**सदाचार के स्वरुप का वर्णन******* ******** प्रभात-मंगल का स्मरण ******* ****************************** यहाँ इस सदाचार के स्वरुप का कुछ वर्णन किया जाता है----सर्वप्रथम ब्राह्ममुहूर्त में उठकर भगवान शंकर स्वर उपदिष्ट प्रभात-मंगल का स्मरण करना चाहिये! इसके द्वारा दे ग्रहादि-स्मरण से दिन मंगलमय बीतता है और दुःखस्वप्नं का फल शांत हो जाता है! वह सुप्रभात स्तोत्र इस प्रकार है!---- ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानु: शशी भूमिसुतो बुधश्च! गुरुश्च शुक्र:...
आज का पंचांग --(13 अप्रेल,2011)---- April 13, 2011: Wednesday, Sukla Dasami till 1:28*, Aasresha till 2:15*, Soola yoga till 2:55*, Taitula karana till 14:38, Garija karana till 1:28*, RahuK: 12:03* - 13:33*, GulikaK: 10:33* - 12:03*, YamaG: 7:33* - 9:03*, Sunrise at 6:01*, Sunset at...
Knowledge of Kul Devta & Kul Devi for Every-Body---कोशल बंसल, देवास (म.प.) कुल देवता/कुल देवी का चैतन्य ग्यान---कोशल बंसल, देवास (म.प.) मनुष्य एक समाज-प्रिय प्राणी है । वह जब अपने-अपने परिवार के मंगल कल्याण के लिए साधना, ध्यान, प्रार्थना, पूजा, उपासना के क्षेत्र में प्रवेश करता है तो उस वक्त उसकी प्रार्थना उसके परिवार के कुल देवता/देवी की ओर से स्वीकार...
विवाह भाव में मंगल एवं अन्य ग्रहों की युति---- Marriage and Combinations of Mars With Other Planets in Seventh House--- सप्तम भाव को विवाह का भाव कहा जाता है. इस भाव से संबन्ध रखने वाले ग्रह वैवाहिक जीवन को प्रभावित करते है. सप्तम भाव की राशि, इस भाव में स्थित ग्रह व्यक्ति के जीवनसाथी के स्वभाव व आचरण को दर्शाते...
छठे भाव से आजीविका का विचार --- (Sixth House and Your career and Profession)--- छठा भाव ( Sixth House) त्रिक भावों में से एक भाव है. 6,8 व 12 वें भाव को त्रिक भावों के नाम से जाना जाता है. तथा त्रिक भावों को शुभ भाव नहीं कहा जाता है. इन भावों का संबन्ध जिन भी ग्रहों व भावेशों से बनता...
कैसे करें उपवास / उपवास करते समय ध्यान देने योग्य बातें--???? How to do Fasting / Important things to be kept in mind while Fasting---???? भारतीय हिन्दू शास्त्रों में उपवास की विशेष महिमा मानी गई है. शास्त्रों में मानसिक शान्ति-सुख- समृ्द्धि और मनोकामनाओं कि पूर्ति के लिये उपवास करने की मान्यता है. चिकित्सा शास्त्र के अनुसार भी उपवास करना स्वास्थय सुख...

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