चन्द्र मंगल योग / युति का प्रभाव (चन्द्र मंगल युति का फल) ---
भविष्य प्रारब्ध कर्मो के अच्छे-बुरे परिणामों की फल श्रुति होता है। जीवन में अच्छे-बुरे का हेतु कर्म सिद्धान्त ही है। हम अपनी संकल्प शक्ति के बल पर कर्मफलों को अपने अनुसार भोगने का प्रयास करते हैं अथवा अपने आपको भाग्य पर रहने के लिए छो़ड देते हैं।
प्रिय...
जानिए की कौन और कैसा होगा आपका जीवन साथी ???
प्रेम व्यक्ति में स्वाभाविक रूप से जागृत होता है | प्रेम ही एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा अजनबी एक दुसरे के प्रति समर्पण को जान पाते हैं | दो व्यक्तियों के बीच पनपने वाले इस भाव का लक्ष्य शादी पर संपन्न हो जाए तो प्रेम को पूर्णता मिल जाती है |
प्रेम करने...
जानिए की कौन और कैसा होगा आपका जीवन साथी ???
प्रेम व्यक्ति में स्वाभाविक रूप से जागृत होता है | प्रेम ही एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा अजनबी एक दुसरे के प्रति समर्पण को जान पाते हैं | दो व्यक्तियों के बीच पनपने वाले इस भाव का लक्ष्य शादी पर संपन्न हो जाए तो प्रेम को पूर्णता मिल जाती है |
प्रेम करने...
जानिए केसा रहेगा नव संवत्सर (विक्रम संवत्)--2073
नव विक्रमी संवत 2073 का आरंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी नवरात्र के पहले दिन (आठ अप्रैल) से होगा। इस वर्ष का राजा शुक्र और मंत्री बुध है। 60 संवत्सर में ये 43 वॉं सौम्य संवत्सर है जिसका स्वामी चन्द्र है।
हालाँकि 23 मई 2016 को 11 बजकर 01 मिनट से साधारण नामक संवत्सर का...
जानिए केसा रहेगा नव संवत्सर (विक्रम संवत्)--2073
नव विक्रमी संवत 2073 का आरंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी नवरात्र के पहले दिन (आठ अप्रैल) से होगा। इस वर्ष का राजा शुक्र और मंत्री बुध है। 60 संवत्सर में ये 43 वॉं सौम्य संवत्सर है जिसका स्वामी चन्द्र है।
हालाँकि 23 मई 2016 को 11 बजकर 01 मिनट से साधारण नामक संवत्सर का...
श्री आद्य शंकराचार्य जयंती ( 11 मई, 2016, बुधवार) पर विशेष---
सनातन संस्कृति को पुनर्प्रतिष्ठित करने वाले अद्वैत वेदांत के प्रणेता आदि शंकराचार्य को संसार के प्रमुख दार्शनिकों में मान्यता मिली हुई है। उनका अद्वैत दर्शन उनके भाष्यों में दृष्टिगत होता है।
भारतीय संस्कृति के पुनरुत्थान में आदि शंकराचार्य का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। हालांकि सनातन धर्म के अनुयायी उन्हें भगवान...
श्री आद्य शंकराचार्य जयंती ( 11 मई, 2016, बुधवार) पर विशेष---
सनातन संस्कृति को पुनर्प्रतिष्ठित करने वाले अद्वैत वेदांत के प्रणेता आदि शंकराचार्य को संसार के प्रमुख दार्शनिकों में मान्यता मिली हुई है। उनका अद्वैत दर्शन उनके भाष्यों में दृष्टिगत होता है।
भारतीय संस्कृति के पुनरुत्थान में आदि शंकराचार्य का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। हालांकि सनातन धर्म के अनुयायी उन्हें भगवान...
आइये जाने चैत्र नवरात्री 2016 के बारे में और उनके महत्त्व को --
चैत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्रों का आरंभ वर्ष 8 अप्रैल मार्च 2016 के दिन से होगा जिसे "गुड़ी पड़वा" या " नव वर्ष प्रतिपदा" भी कहा जाता हैं।।
इसी दिन से हिंदु नवसंवत्सर का आरंभ भी होता है. चैत्र मास के नवरात्र को ‘वार्षिक नवरात्र’ कहा जाता है।।...
आइये जाने चैत्र नवरात्री 2016 के बारे में और उनके महत्त्व को --
चैत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्रों का आरंभ वर्ष 8 अप्रैल मार्च 2016 के दिन से होगा जिसे "गुड़ी पड़वा" या " नव वर्ष प्रतिपदा" भी कहा जाता हैं।।
इसी दिन से हिंदु नवसंवत्सर का आरंभ भी होता है. चैत्र मास के नवरात्र को ‘वार्षिक नवरात्र’ कहा जाता है।।...
कब और कैसे मनाएं हनुमान जयंती वर्ष 2016 में ??
क्या करें उपाय या टोटकें इस हनुमान जयंती पर ??
पवनपुत्र हनुमान जी को शिवजी का ग्यारहवां अवतार माना जाता है। हिन्दू मान्यतानुसार रुद्रावतार भगवान हनुमान माता अंजनी और वानर राज केसरी के पुत्र हैं। ...