कोर्ट-केस और ज्योतिष-----रामेन्द्र सिंह भदोरिया---
अक्सर मनुष्य को अपने कारणो से न्याय के लिये जाना पडता है,न्याय भी प्रकृति के अनुसार ही मिलता है,अगर किसी को न्यायालय न्याय नही दे पाता है तो प्रकृति अपने द्वारा उसे सजा देती है,लेकिन किसी प्रकार का छल या फ़रेब करने के बाद न्याय ले लिया जावे तो वह न्याय नही बेईमानी कही...
आज का पंचांग ओर राशिफल--(04 जून 2011, शनिवार) विक्रम संवत 2068----
June 4, 2011:Saturday, Sukla Tritiya till 2:28*,
Aardra till 15:48, Ganda yoga till 22:21,
Taitula karana till 14:45, Garija karana till 2:28*,
RahuK: 8:28* - 9:58*, GulikaK: 5:28* - 6:58*, YamaG: 12:58* - 14:28*,
Sunrise at 5:27*,...
वाह वाह..अक्षय भय्या जी..क्या ज्ञान और उपदेश दिया हे जी ??????
आपने..हमारी नयी पीढ़ी को...
आज खतरों के खिलाडी की पहली कड़ी/ एपिसोड में आपने खुद जूते पहनकर..
गायत्री मन्त्र जप का नया विधान बतलाकर हम सभी को धन्य कर दिया..
और उन सभी बेचारे प्रतियोगियों को भी ..गायत्री मन्त्र जप करवाया..
जूते पहने-पहने ही..!!!!!!!!!!!
क्या सभी जागरूक लोग/ विद्वान्..सो गए हे..कुछ तो करो प्रभु...
बेचारा मर्द.--- और ---पत्नी-चालीसा---
मित्रों ..कल मुझे दो एस.एम्.एस. प्राप्त हुए..
प्रेषक----(सुरेश कुमार सोनी--जोधपुर---09414411357 )---
दोनों..आपके सामने प्रस्तुत हे...आप ही निर्णय करें-----
०१..--- बेचारा मर्द....
अगर ओरत पर हाथ उठाये तो जालिम...
ओरत से पिट जाएँ तो बुझदिल...
ओरत को किसी के साथ देखकर लडाई करे तो इर्शालु ...
चुप रहे तो...
इन उपाय ठीक हो सकता है लकवा---विकास नागपाल---
वर्तमान की भागदौड़ भरी जिंदगी में कब कोई इंसान किस बीमारी की चपेट में आ जाए, कहना मुश्किल है। लकवा ऐसी ही एक बीमारी है जो अचानक ही किसी हंसते-खेलते व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेती है। यह रोग तब होता है जब दिमाग का कोई हिस्सा अचानक काम करना बंद...
इंटरव्यू से सक्सेस पाने का अचूक फंडा----विकास नागपाल---
इंटरव्यू का नाम सुनते ही अच्छे अच्छों के पसीने छूट जाते हैं। हर वक्त यही बात दिमाग में घुमती है कि इंटरव्यू में क्या प्रश्न पुछेंगे। उनका जबाव दे पाऊंगा या नहीं। इस तरह इंटरव्यू से पहले ही कई लोग नर्वस हो जाते हैं। यदि आप भी इंटरव्यू देने जा रहे हैं...
ज्योतिष
**कुन्जलक [तोते के] द्वारा भगवान के शतनाम-स्तोत्र का वर्णन**पवन तलहन—*
आचार्य पंडित दयानन्द - 0
**कुन्जलक द्वारा भगवान के शतनाम-स्तोत्र का वर्णन**पवन तलहन---***
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हम मनुष्य होकर भी नाम नहीं ले सकते! धन्य है कुन्जलक जी महाराज!
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कुन्जलक शतनाम-स्तोत्र
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नमाम्यहं हृषीकेशं केशवं मधुसूदनम !
सूदनं सर्वदैत्यानां नारायणमनामयम!!
जयन्तं विजयं कृष्णमनन्तं वामनं यथा!
विष्णुं विश्वेश्वरं पुण्यं विश्वात्मानं सुरार्चितम!!
अनघं त्वघहर्तानं नारसिंहं श्रिय:प्रियम!
श्रीपतिं श्रीधरं श्रीदं श्रीनिवासं महोदयम !!
श्रीरामं माधवं मोक्षं क्षमारूपं जनार्दनम!
सर्वज्ञं सर्ववेत्तार्न सर्वेशं सर्वदायकम!!
हरिं मुरारिं गोविन्दं पद्मनाभं प्रजापतिम !
आनन्दं ज्ञानसम्पन्नं ज्ञानदं ज्ञानदायकम!!
अच्युतं...
जियो मगर दिल से...
उम्र-ए-दराज़ माँग के लाए थे चार दिन
दो आरजू में कट गए, दो इंतज़ार में ...
अक्सर हमारी जिंदगी ऐसे ही किसी शेर का एक एग्जाम्पल बनकर रह जाती है। लेकिन जिंदगी का ये अंजाम देखा जाए तो जिंदगी की तौहीन है। जिंदगी को काटने की बजाए हमें उसे जी भरकर जीना सीखना चाहिए।
हर दिन नया दिन
समय की...
टाइम पर करें पर्सनेलिटी डेवलपमेंट-----
पर्सनेलिटी डेवलपमेंट के लिए युवा अपने स्तर पर कई कोशिशें करते हैं, परंतु ये कोशिशें वे तब करते हैं जब उन्हें जॉब का खयाल आता है या फिर जीडी पीआई के लिए उन्हें तैयारी करना हो। अगर वे अपने आपको थोड़ा पहले से तैयार करें तब परिणाम न केवल शानदार होंगे बल्कि उन्हें अपने पर्सनेलिटी...
कच्ची उम्र में प्रेम न बन जाए बोझ---मानसी
हेलो दोस्तो! पहले प्रेम पर न जाने कितने साहित्य रचे गए हैं। कितनी लोककथा, किंवदंतियों का मुख्य बिंदु ही प्रथम प्रेम रहा है। बॉबी, लव स्टोरी, मैंने प्यार किया आदि सुपर हिट फिल्मों का एक मात्र फॉर्मूला ही प्रथम प्रेम रहा है, वह भी किशोरावस्था में। वर्षों से नए जोड़े को लॉन्च...