मित्रों... में आजकल डरा हुआ/सहमा हुआ/खोफ जदा हूँ...इसीलिए यहाँ कम ही आता हूँ..
कुछ अच्छे लोग मुझे मारना चाहते हें..सुपारी देकर/मुठ डलवाकर/गलत तरीको से..मेरा गेम लगाना/बजाना चाहते हें..
यदि मुझे कुछ हो जाये तो मित्रों यही अच्छे लोग हे इसके जिम्मेदार होंगे...ध्यान रखियेगा...
बतोर रिपोर्टर/पत्रकार मेरे द्वारा की गयी कुछ सम्मेलनों की टिपण्णी को उन सम्मेलनों के आयोजकों ने व्यक्तिगत रूप से/दिल से...
नर को नारायण बनाए पुरुषोत्तम/अधिक मास(18 अगस्त 2012 से 16 सितम्बर 2012 तक)-------
इस वर्ष 18 अगस्त,2012 से ' अधिक मास ' आरंभ होगा , जो 16 सितम्बर,2012 तक रहेगा। इस अधिक मास को अधिमास , मलमास या पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं।
भारत में दिनों , महीनों और साल की गणना का कैलेंडर दो तरह से बनता है- चंद्रमा की...
आइये जाने शुभ मुहूर्त की प्रासंगिकता, आवश्यकता एवं उपयोगिता---
---ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ प. दयानंद शास्त्री( मोब.-09024390067) के अनुसार समय और ग्रहों का शुभाशुभ प्रभाव जड़ और चेतन सभी प्रकार के पदार्थों पर पड़ता है। वही समय छः ऋतुओं के रूप में सामने आता है। प्राकृतिक उत्पातों का भी उन्हीं ग्रहों, नक्षत्रों से बहुत गहरा संबंध है। आवश्यकता है उनके शुभाशुभ प्रभाव...
जानिए की क्या फल मिलता है आषाढ़ शुक्ल एकादशी(देवशयानी/हरिशयनी एकादशी) का ????
इस बार देवशयनी एकादशी व्रत 30 जून,2012 ( शनिवार) को है। इस व्रत की कथा धर्म शास्त्रों में बताई गई है। उसके अनुसार-
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष में एकादशी तिथि को शंखासुर दैत्य मारा गया। अत: उसी दिन से आरम्भ करके भगवान चार मास तक क्षीर समुद्र में...
श्रावण/सावन मास में इन उपायों/टोटकों से करें देवाधिदेव,,भगवन शिव को प्रसन्न----
सावन महीने की शुरुआत इस बार 4 जुलाई, बुधवार से हो चुकी है। धर्म शास्त्रों के अनुसार इन महीने में भगवान शंकर की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती है।
ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ पंडित दयानन्द शास्त्री(09024390067 ) के अनुसार चूंकि तंत्र के देवता भी शिव ही हैं इसलिए इस...
मित्रों....गुड अफ्तारनुन....
आपकी अपनी बात .....हमारी अपनी.... आप सभी से मेरी मुलाकात...एक लम्बे समय बाद हो रही हें...पिछले दिनों में काफी व्यस्त रहा हूँ..अपनी यात्राओं एवं सलाह/मार्गदर्शन के कार्यक्रम से...ढेर सारी बातें/गुफ्तगुं...करनी हें आप सभी से...मेने 07 -08 और 09 जुलाई,2012 को इंदौर में अपने काम संपन्न किये...उसके बाद...खंडवा,(मध्यप्रदेश)...उसके बाद भुसावल,धुलिया, जलगाँव एवं मुंबई के साथ कोल्हापुर (महाराष्ट्र )का व्यस्त दोरा किया..श्री लक्ष्मीचंद ...
दस्तूर.. प्यार में साथी का...!!!!
(पंडित दयानंद शास्त्री"अंजाना")
पहली ही नजर में वह वह दिल को छू गयी....
मुझे पता ही नहीं चला की कब दिल उसका हो गया......
झूठे ही सही हम खुद को ही समझाते रहे...
अंजान भी बने रहें हम,कभी नादान भी बने रहें....
आँखें खुली हमारी जब, हमारी ही गलियों में ..
किस्सा हमारे प्यार का चर्चा ऐ आम हो गया..."अंजाना "
जुबान...
छूना हें आभिमान से ...आसमान...
(स्वतंत्रता दिवस पर विशेष कविता)----
(पंडित दयानंद शास्त्री"अंजाना")
ज्ञानियों के ज्ञान से ना मूर्खों के मान से....
हम रहें आनंद में बस, बांसुरी की तान से....
पढ़ चुकें जो पुस्तकें पर पढ़ सकें, न आपना मन ह्रदय..
वो मगन होते रहें झूठें, निरे मान सम्मान से.....
देखते हें इश्वर अपने भक्त को यूँ हमेशा.....
जिनकी धरा पर नित्य पड़ती हें, दृष्टी आसमान...
मुबारक हो आपको यह ईद का दिन ---
(ID UL FITAR MUBARAK)
लेखक--(पंडित दयानंद शास्त्री"अंजाना")
हो मुबारक-मुबारक सबको मुबारक हो ईद्...
बहुत दिन बाद आया ये मुबारक दिन ईद का....
रमज़ां का महीना है, शान इसकी निराली है ...
मोहब्बत से जीने का गले मिलते रहने का ....
आया मुबारक दिन ये ईद का ....
दुआएं सबकी हों कबूल,
फले-फूले देश हमारा एक डाली के हम सब फूल,
मुबारक-मुबारक...
ज्योतिष
क्षमावाणी पर्व(दिगंबर जैन समाज का दस लक्षण पर्व ) अथवा पर्युषण पर्व( श्वेताम्बर जेन समाज का पर्व)— जहां स्नेह, वहीं क्षमा—
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क्षमावाणी पर्व(दिगंबर जैन समाज का दस लक्षण पर्व ) अथवा पर्युषण पर्व( श्वेताम्बर जेन समाज का पर्व)--- जहां स्नेह, वहीं क्षमा---
------पर्युषण पर्व साल में तीन बार आते है जो माघ , चैत्र , भाद्प्रद तीनो माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी से प्रारम्भ होकर चौदश तक चलते है| पर्युषण पर्व (दश लक्षण पर्व) भी एक ऐसा ही पर्व है,...