ज्योतिष

जहां यह रेखा टूटी वहां मौत का खतरा--- हस्त रेखा का ज्योतिष काफी सटिक रहता है। हाथों की रेखाओं के अध्ययन से किसी भी व्यक्ति के भूत-भविष्य और वर्तमान की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। हथेली में तीन महत्वपूर्ण रेखाएं बताई गई हैं इनमें जीवन रेखा आपके जीवन और मृत्यु के विषय में काफी कुछ बता देती है। जीवन रेखा...
गृह योग और सितारों का रोगों से संबंध---- ग्रह-नक्षत्रों का असर समाज, मनुष्‍य, प्रकृति पशु-पक्षी तक देखा जा सकता है। जहां आपके जन्‍मांक में ग्रह स्थिति बेहतर होने से आपको बेहतर फल प्राप्‍त होते हैं। वहीं ग्रह स्थिति आपको बलवान भी बना सकती है और आपको रोग ग्रस्‍त भी कर सकती है। मृत्‍यु तुल्‍य कष्‍ट के साथ मृत्‍यु भी दे...
गृह योग और सितारों का रोगों से संबंध---- ग्रह-नक्षत्रों का असर समाज, मनुष्‍य, प्रकृति पशु-पक्षी तक देखा जा सकता है। जहां आपके जन्‍मांक में ग्रह स्थिति बेहतर होने से आपको बेहतर फल प्राप्‍त होते हैं। वहीं ग्रह स्थिति आपको बलवान भी बना सकती है और आपको रोग ग्रस्‍त भी कर सकती है। मृत्‍यु तुल्‍य कष्‍ट के साथ मृत्‍यु भी दे...
किस्मत और भाग्य---- किसी ने सत्य ही कहा है कि किस्मत और कुछ नहीं बल्कि कामचोर लोगों का पसंदीदा बहाना है। कुछ लोग होते हैं जो पूरी तरह से भाग्य पर ही निर्भर रहते हैं। न तो वह कभी अपने काम में सुधार लाते हैं और न ही कुछ अलग करने की कोशिश करते हैं। उन्हें हमेशा यही लगता है...
शनि----लावण्‍यता,सौम्‍यता,हठधर्मिता एवं गंभीरता के प्रतीक शनि राजा को रंक व रंक को राजा बना सकते हैं। मान्‍यता है कि सूर्य पुत्र जिस घर को मित्रवत देखते हैं, उसे सुंदर तथा अधिकाधिक लाभ होता है। हालांकि जिस किसी पर इनकी शत्रु दृष्टि पड़ती है, उसे तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। आखिर शनि जी क्‍या हैं? पृथ्‍वी लोक पर उनका...
शनि----लावण्‍यता,सौम्‍यता,हठधर्मिता एवं गंभीरता के प्रतीक शनि राजा को रंक व रंक को राजा बना सकते हैं। मान्‍यता है कि सूर्य पुत्र जिस घर को मित्रवत देखते हैं, उसे सुंदर तथा अधिकाधिक लाभ होता है। हालांकि जिस किसी पर इनकी शत्रु दृष्टि पड़ती है, उसे तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। आखिर शनि जी क्‍या हैं? पृथ्‍वी लोक पर उनका...
शनि अमावस्या शुभ हो---- शनि अमावस्या है तो क्यों न शनिदेव से अपने बुरे कर्मों के लिए माफ़ी मांग लें --- शनिमंत्र व स्तोत्र सर्वबाधा निवारक वैदिक गायत्री मंत्र---- 'ॐ भगभवाय विद्महे मृत्युरुपायधीमहि, तन्नो शनि: प्रचोदयात्।' प्रतिदिन श्रध्दानुसार शनि गायत्री का जाप करने से घरमें सदैव मंगलमय वातावरण बना रहता है। वैदिक शनि मंत्र ----ॐ शन्नोदेवीरमिष्टय आपोभवन्तु पीतये शंय्योरभिस्रवन्तुन:। शनिदेव को प्रसन्न करने का...
शनि अमावस्या शुभ हो---- शनि अमावस्या है तो क्यों न शनिदेव से अपने बुरे कर्मों के लिए माफ़ी मांग लें --- शनिमंत्र व स्तोत्र सर्वबाधा निवारक वैदिक गायत्री मंत्र---- 'ॐ भगभवाय विद्महे मृत्युरुपायधीमहि, तन्नो शनि: प्रचोदयात्।' प्रतिदिन श्रध्दानुसार शनि गायत्री का जाप करने से घरमें सदैव मंगलमय वातावरण बना रहता है। वैदिक शनि मंत्र ----ॐ शन्नोदेवीरमिष्टय आपोभवन्तु पीतये शंय्योरभिस्रवन्तुन:। शनिदेव को प्रसन्न करने का...
शनि वज्र पञ्जर कवच--- विनियोगः- ॐ अस्य श्रीशनैश्चर-कवच-स्तोत्र-मन्त्र​स्य कश्यप ऋषिः, अनुष्टुप् छन्द, शनैश्चरो देवता, शीं शक्तिः, शूं कीलकम्, शनैश्चर-प्रीत्यर्थं जपे विनियोगः।। नीलाम्बरो नीलवपुः किरीटी गृध्रस्थितस्त्रासकरो धनुष्मान्। चतुर्भुजः सूर्यसुतः प्रसन्नः सदा मम स्याद्वरदः प्रशान्तः।।१ ब्रह्मोवाच- श्रृणुषवमृषयः सर्वे शनिपीड़ाहरं महप्। कवचं शनिराजस्य सौरेरिदमनुत्तमम्।।२ कवचं देवतावासं वज्रपंजरसंज्ञकम्। शनैश्चरप्रीतिकरं सर्वसौभाग्यदायकम्।।३ ॐ श्रीशनैश्चरः पातु भालं मे सूर्यनंदनः। नेत्रे छायात्मजः पातु, पातु कर्णौ यमानुजः।।४ नासां वैवस्वतः पातु मुखं मे भास्करः सदा। स्निग्ध-कंठस्च मे कंठं भुजौ पातु महाभुजः।।५ स्कंधौ...
शनि वज्र पञ्जर कवच--- विनियोगः- ॐ अस्य श्रीशनैश्चर-कवच-स्तोत्र-मन्त्र​स्य कश्यप ऋषिः, अनुष्टुप् छन्द, शनैश्चरो देवता, शीं शक्तिः, शूं कीलकम्, शनैश्चर-प्रीत्यर्थं जपे विनियोगः।। नीलाम्बरो नीलवपुः किरीटी गृध्रस्थितस्त्रासकरो धनुष्मान्। चतुर्भुजः सूर्यसुतः प्रसन्नः सदा मम स्याद्वरदः प्रशान्तः।।१ ब्रह्मोवाच- श्रृणुषवमृषयः सर्वे शनिपीड़ाहरं महप्। कवचं शनिराजस्य सौरेरिदमनुत्तमम्।।२ कवचं देवतावासं वज्रपंजरसंज्ञकम्। शनैश्चरप्रीतिकरं सर्वसौभाग्यदायकम्।।३ ॐ श्रीशनैश्चरः पातु भालं मे सूर्यनंदनः। नेत्रे छायात्मजः पातु, पातु कर्णौ यमानुजः।।४ नासां वैवस्वतः पातु मुखं मे भास्करः सदा। स्निग्ध-कंठस्च मे कंठं भुजौ पातु महाभुजः।।५ स्कंधौ...

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