जीवन-यात्रा

जीवन शेली,आध्यात्म,ज्योतिष,वास्तु,हस्तरेखा,लालकिताब,राशिफल,मुहूर्त,त्यौहार,कविता,

वर्ल्ड कप २०११ फ़ाइनल मैच का परिणाम :- विजेता भारत...== भारत :-भारत की कुंडली वृषभ लग्न की है कल यानी २ अप्रैल को ग्रह गोचर के अनुसार, दुसरे भाव में केतु, पंचम भाव में शनि, अष्टम भाव में राहू, दशम भाव में शुक्र , लाभ भाव में सूर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, व गुरु विराजमान रहेंगे | लग्न का स्वामी शुक्र...
विराट ज्योतिष एवं वास्तु संगोष्ठी-2011 , दिनांक - 02 -04 -2011 से 03 -04 -2011 तक Tomorrow at 9:00am - Sunday at 6:00pm कार्यक्रम स्थल------श्री जी मेरिज हल, जवाहर नगर, कोटा (RAJASTHAN) विषय---- (A)-SHIKSHA एवं रोजगार, (B)- विवाहिक समस्याएं, (C)- KUNDALI OR वास्तु, (D)- संतान प्रकरण,... (E)--वास्तु और SVASTHYA ... (F)--मंगल दोष / योग और परिहार/ उपाय (G)-- हस्तरेखा द्वारा उक्त VISHAYON पर लेख;; आयोजक / संयोजक--- आचार्य धीरेन्द्र , वेदांग ज्योतिष...
आज के मुहूर्त और राशिफल--01अप्रेल 2011--- आज के मुहूर्त --शुक्रवार, 1 अप्रैल 2011---- शुभ विक्रम संवत- 2067, शालिवाहन शक संवत- 1932, संवत्सर का नाम- शोभन, अयन- उत्तरायन, ऋतु- वसंत, मास- चैत्र, पक्ष- कृष्ण, तिथि- त्रयोदशी दिन 03.06 पश्चात चतुर्दशी, हिजरी सन्- 1432, मु. मास- रबिलाखर, तारीख- 26, नक्षत्र- शततारा प्रात: 8.25 पश्चात पूर्वाभाद्रपद, योग- शुभ प्रात: 7.45 पश्चात शुक्ल, सूर्योदयकालीन करण- विष्टि, चन्द्रमा- कुंभ राशि से...
क्या वास्तु निर्माण के जरिए भाग्य में बदलाव संभव है?---by पं.डी.के.शर्मा"वत्स"--- हमारी भारतीय हिन्दू संस्कृ्ति अपने आप में एक ऎसी विलक्षण संस्कृ्ति रही है,जिसका प्रत्येक सिद्धान्त ज्ञान-विज्ञान के किसी न किसी विषय से संबंधित हैं और जिसका एक मात्र उदेश्य मनुष्य जीवन का कल्याण करना ही रहा है.मनुष्य का सुगमता एवं शीघ्रता से कल्याण कैसे हो ? इसका जितना गम्भीर...
इन वैदिक उपायों से मन भी मान जाता है........by पं.डी.के.शर्मा"वत्स"--- प्राय: लोगों की यह शिकायत होती है कि हमारा मन पढाई में नहीं लगता या अमुक बुराई से हटता नहीं. इच्छा तो बहुत करते हैं, धर्मानुष्ठान भी करते हैं, उसके लिए दान- जाप और उपासना इत्यादि का भी सहारा लेते हैं, किन्तु मन है कि सही मार्ग की ओर अग्रसर...
सुखी दाम्पत्य जीवन का आधार---सप्तपदी---by पं.डी.के.शर्मा"वत्स"--- विवाह के समय लिए जाने वाले सात वचन सात जन्मों तक साथ रहने का प्रतीक माने जाते हैं, किन्तु आज इन वचनों से भला कितने लोग ठीक से परिचित हैं..... विवाह समय फेर इत्यादि समस्त आवश्यक कार्य हो जाने पर भी जब तक कन्या वर के वाम भाग में नहीं आती, तब तक विवाह कार्य...
ये ज्योतिष शास्त्र है या संभावनाओं का विज्ञान......by पं.डी.के.शर्मा"वत्स"--- यह बात मैं समय समय पर पूर्व के अपने कईं लेखों में कह चुका हूँ कि ज्योतिष पूरी तरह से कर्म आधारित शास्त्र है, हालाँकि ऎसे लोगों की कोई कमी नहीं, जो इस विधा को विज्ञान सिद्ध करने के बेफालतू के प्रयास में जुटे रहते हैं, उन लोगों से मेरा यही...
श्राद्ध कर्म का औचित्य और पितृ्दोष--???? जन्म एवं मृ्त्यु का रहस्य अत्यन्त गूढ है। वेदों में,दर्शन शास्त्रों में,उपनिषदों एवं पुराण आदि में हमारे पुर्वाचार्यों नें इस विषय पर विस्तृ्त विचार किया है। श्रीमदभागवत में भी स्पष्ठ रूप से बताया गया है कि जन्म लेने वाले की मृ्त्यु और मृ्त्यु को प्राप्त होने वाले का जन्म निश्चित है। भगवान श्री कृ्ष्ण...
Gemstones ~Power, effects and uses of Gemstones by Dr. Anjna Agarwal Gemstones ~Power, effects and uses of Gemstones Gemology postulates that gems not only enhance fortune but also have therapeutic properties which can be used in the medical field. The inherent powers of Gemstones are recognized by modern science in the technological uses of crystals in watches, lasers, and computers but the...
Navratra ~ The Auspicious Nine days by Dr. Anjna Agarwal ‘NAVSHAKTIBHI SANYUKT NAVRATRATDUCHAYATE’ Navratra is a period when nine shakti (power) combine together into one and become Mahashakti (superpower). The Navratra commences on the first day of the bright fortnight of the lunar month of Ashwini. Navratra means Nine Nights which are dedicated to Maa Durga. On this occasion, devotees worship all nine...

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