इन उपायों से होगी शादी / विवाह ( सामान्य उपाय) —
.. कन्या के विवाह में हो रहे विलम्ब को दूर करने के लिए पिता को चाहिए कि विवाह वार्ता के समय कन्या को कोई नया वस्त्र अवश्य पहनाना चाहिए।
.. यदि विवाह प्रस्ताव नहीं प्राप्त हो रहे तो पिता को चाहिए कि कन्या को गुरूवार को पीला वस्त्र एवं शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनावें। ये वस्त्र नये हो शीघ्र फल मिलेगा। यदि 4 सप्ताह तक यह प्रयोग किया जावे तो अच्छे विवाह प्रस्ताव प्राप्त होने लग जावेगें। अतः किसी वस्त्र को दोबारा नहीं पहनाना चाहिए।
.. यदि कन्या के विवाह प्रस्ताव सगाई तय होने के अन्तिम चरण में पहुँचकर टूट जाते हैं तो माता-पिता को यह प्रयास करना चाहिए कि जिस कक्ष में बैठकर सगाई/शादी के सम्बन्ध में वार्ता की जावे उसमें वह अपने जूते चप्पल उतार कर प्रवेश करें। जूते चप्पल कक्ष से बाहर द्वार के बायीं ओर और उतारे।
4. जिस समय भी कन्या के परिजन वर पक्ष के घर प्रवेश करते समय कन्या के माता पिता अथवा अन्य व्यक्ति वह पैर सबसे पहले घर में रखना चाहिए जिस नासिका में (दायीं अथवा बायीं ओर का) स्वर प्रवाहित हो रहा हो।
5. जिस समय भी कन्या के परिजन वर पक्ष से विवाह वार्ता के लिए जावे उस समय कन्या अपने बालों को खोले रखे तथा उनके लौटकर आ जाने के समय तक खोले रखें, न तो जूड़ा और न ही चोटीं बनायें। कन्या को चाहिए कि अपने परिजनों को विवाह वार्ता के लिए प्रस्थान करते समय प्रसन्नता पूर्वक उन्हें मिष्ठान खिलाकर विदा करें।
6. विवाह योग्य युवक-युवतियों को जब भी किसी विवाह उत्सव में भाग लेने का अवसर मिले तो लड़के या कन्या को लगाई जाने वाली मेंहदी में कुछ मेंहदीं लेकर अपने हाथों पर लगाना चाहिए।
7. शाीघ्र विवाह के लिए कन्या को 16 सोमवार का व्रत करना चाहिए तथा प्रत्येक सोमवार को शिव मन्दिर में जाकर जलाभिषेक करें, माँ पार्वती का श्रृंगार करें, शिव पार्वती के मध्य गठजोड़ बाँधे तथा शीघ्र विवाह के लिए प्रार्थना करें। विवाह प्रस्ताव आने प्रारम्भ हो जावेगें।
8. वर की कामना पूर्ति हेतु कन्या को निम्न मंत्र का शिव-गौरी पूजनकर एक माला का जप करना चाहिए।
’’ ऊँ नमः मनोभिलाषितं वरं देहि वरं ही ऊँ गोरा पार्वती देव्यै नमः ’’
9. रामचरित मानस के बालकाण्ड में शिव पार्वती विवाह प्रकरण का नित्य पाठ करने से कन्या का विवाह शीघ्र होता देखा गया हैं।
1.. विवाह अभिलाषी लड़का या लड़की शुक्रवार के दिन भगवान शंकर पर जलाभिषेक करें तथा शिव लिंग पर ’’ ऊँ नमः शिवाय ’’ बोलते हुए 108 पुष्प चढ़ावें शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें साथ ही शंकर जी पर 21 बीलपत्र चढ़ावें ऐसा कम से कम 7 शुक्रवार करें, शीघ्र विवाह/शादी के प्रस्ताव आने प्रारम्भ हो जायेगें।
11. गुरूवार के दिन विष्णु लक्ष्मी मन्दिर में कंलगी जो सेहरे के ऊपर लगी रहती हैं चढ़ावें, साथ ही बेसन के 5 लड्डू चढावें, भगवान से शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें विवाह का वातावरण बनना प्रारम्भ हो जावेगा ।
यह उपरोक्त बड़े सरल टोटके हैं इन्हें कोई भी विवाहकांक्षी श्रद्धा एवं विश्वास के साथ करता हैं तो सफलता मिलती हैं । लड़की की शादी शीघ्र होती हैं ।
यदि उपरोक्त टोटके करने के पश्चात भी यदि विवाह सम्पन्न नहीं हो पाता हैं । कुण्डली में विवाह बाधा योग हो तो निम्न तांत्रिक प्रयोग करना चाहिए ।
कामदेव रति यंत्र:-
विवाहकांक्षी लड़का या लड़की कामदेव रति यंत्र प्राप्त करें । नित्य प्रातःकाल उठकर स्नानकर सूर्य को 7 बार अर्ध्य देवे और फिर आसन बिछा कर बैठे । सामने किसी बाजोंट पर स्वच्छ नया वस्त्र बिछाकर कामदेव रति यत्र को स्थापित करें । यंत्र का पंचामोउपचार से पूजन करें । हकीक माल से निम्न मंत्र का सवालाख जप करें । यदि श्रद्धा और विश्वास के साथ जप किया जावे तो जप समाप्ति पर अच्छे प्रस्ताव आने प्रारम्भ हो जाते हैं ।
‘‘ ऊँ कामदेवाय विदमहे रति प्रियायै धीमहि तन्नो अॅनंग प्रयोदयात ‘‘।
विवाह बाधानिवारण यंत्र:-
जिनके पुत्र-पुत्रियों की उम्र विवाह योग्य हो, विवाह में अनावश्यक विलम्ब हो रहा हो । सगाई टूट जाती हो अथवा कुण्डली में विवाह बाधा योग हो तो उन्हे निम्न तांन्त्रिक प्रयोग सम्पन्न करना चाहिए, शीघ्र विवाह होता हैं । यह प्रयोग किसी मंगलवार को आरम्भ किया जा सकता हैं । इस प्रयोग को लड़का या लड़की स्वयं करें या माता-पिता या किसी पण्डित से संकल्प लेकर करवाया जा सकता हैं ।
इस प्रयोग के निम्न उपकरण जो प्राण प्रतिष्ठित हो वांछनीय हैं ।
1. सौभाग्य माला 2. विवाह बाधा निवारण यंत्र
प्रातः स्नान करने के पश्चात यंत्र को बाजोट पर वस्त्र बिछाकर स्थापित करें । यंत्र को प्रथम दुध से फिर जल से स्नान करावे तथा स्वच्छ वस्त्र से यंत्र को पोछकर, केसर से यंत्र को तिलक करें, अक्षत, पुष्प यंत्र को साथ में अर्पित करें ।
गुरू पूजन करें तथा गुरू से अनुष्ठान सफल के सम्बन्ध में प्रार्थना अवश्य करें । दाहिने हाथ में जल, अक्षत, पुष्प लेकर संकल्प बोले (यह साधना विवाह बाधा निवारणार्थ शीघ्र विवाह हेतु सम्पन्न कर रहा हूॅ ) निम्न मंत्र की सौभाग्य माला से 11 मालाएं 21 दिन तक जन करें, क्रम टूटना नहीं चाहिए । 21 दिन के पश्चात यंत्र और माला को बहते जल में या नदी में प्रवाहित कर दें । विवाह बाधाएं समाप्त होगी ।
‘‘ ऊँ हो कामदेवाय रत्यै सर्व दोष निवारणाय फटं् ‘‘
दर्गासप्तशती का पाठ:- पुत्र की शादी नहीं हो रही हो, शादी में रूकावटें आ रही हो तो दुर्गासप्तशती का पाठ निम्न मंत्र का सम्पुट लगाकर करें ।
‘‘ पत्नि मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीय ।
तारिणिं दुर्गासंसार सागरस्य कुलोद्भणामं ।।
यह पाठ स्वयं विवाहकांशी ही करें तो श्रेष्ठ रहेगा, विवाह प्रस्ताव आने प्रारम्भ हो जावेगें । विवाह योग्य कन्या को भवन के वायव्य कोण वाले कक्ष में सोना चाहिए इससे कन्या के विवाह में आने वाली रूकावटें स्वतः दूर होती हैं तथा कन्या का विवाह जल्दी होने की सम्भावना बनती हैं ।
.. यदि विवाह प्रस्ताव नहीं प्राप्त हो रहे तो पिता को चाहिए कि कन्या को गुरूवार को पीला वस्त्र एवं शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनावें। ये वस्त्र नये हो शीघ्र फल मिलेगा। यदि 4 सप्ताह तक यह प्रयोग किया जावे तो अच्छे विवाह प्रस्ताव प्राप्त होने लग जावेगें। अतः किसी वस्त्र को दोबारा नहीं पहनाना चाहिए।
.. यदि कन्या के विवाह प्रस्ताव सगाई तय होने के अन्तिम चरण में पहुँचकर टूट जाते हैं तो माता-पिता को यह प्रयास करना चाहिए कि जिस कक्ष में बैठकर सगाई/शादी के सम्बन्ध में वार्ता की जावे उसमें वह अपने जूते चप्पल उतार कर प्रवेश करें। जूते चप्पल कक्ष से बाहर द्वार के बायीं ओर और उतारे।
4. जिस समय भी कन्या के परिजन वर पक्ष के घर प्रवेश करते समय कन्या के माता पिता अथवा अन्य व्यक्ति वह पैर सबसे पहले घर में रखना चाहिए जिस नासिका में (दायीं अथवा बायीं ओर का) स्वर प्रवाहित हो रहा हो।
5. जिस समय भी कन्या के परिजन वर पक्ष से विवाह वार्ता के लिए जावे उस समय कन्या अपने बालों को खोले रखे तथा उनके लौटकर आ जाने के समय तक खोले रखें, न तो जूड़ा और न ही चोटीं बनायें। कन्या को चाहिए कि अपने परिजनों को विवाह वार्ता के लिए प्रस्थान करते समय प्रसन्नता पूर्वक उन्हें मिष्ठान खिलाकर विदा करें।
6. विवाह योग्य युवक-युवतियों को जब भी किसी विवाह उत्सव में भाग लेने का अवसर मिले तो लड़के या कन्या को लगाई जाने वाली मेंहदी में कुछ मेंहदीं लेकर अपने हाथों पर लगाना चाहिए।
7. शाीघ्र विवाह के लिए कन्या को 16 सोमवार का व्रत करना चाहिए तथा प्रत्येक सोमवार को शिव मन्दिर में जाकर जलाभिषेक करें, माँ पार्वती का श्रृंगार करें, शिव पार्वती के मध्य गठजोड़ बाँधे तथा शीघ्र विवाह के लिए प्रार्थना करें। विवाह प्रस्ताव आने प्रारम्भ हो जावेगें।
8. वर की कामना पूर्ति हेतु कन्या को निम्न मंत्र का शिव-गौरी पूजनकर एक माला का जप करना चाहिए।
’’ ऊँ नमः मनोभिलाषितं वरं देहि वरं ही ऊँ गोरा पार्वती देव्यै नमः ’’
9. रामचरित मानस के बालकाण्ड में शिव पार्वती विवाह प्रकरण का नित्य पाठ करने से कन्या का विवाह शीघ्र होता देखा गया हैं।
1.. विवाह अभिलाषी लड़का या लड़की शुक्रवार के दिन भगवान शंकर पर जलाभिषेक करें तथा शिव लिंग पर ’’ ऊँ नमः शिवाय ’’ बोलते हुए 108 पुष्प चढ़ावें शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें साथ ही शंकर जी पर 21 बीलपत्र चढ़ावें ऐसा कम से कम 7 शुक्रवार करें, शीघ्र विवाह/शादी के प्रस्ताव आने प्रारम्भ हो जायेगें।
11. गुरूवार के दिन विष्णु लक्ष्मी मन्दिर में कंलगी जो सेहरे के ऊपर लगी रहती हैं चढ़ावें, साथ ही बेसन के 5 लड्डू चढावें, भगवान से शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें विवाह का वातावरण बनना प्रारम्भ हो जावेगा ।
यह उपरोक्त बड़े सरल टोटके हैं इन्हें कोई भी विवाहकांक्षी श्रद्धा एवं विश्वास के साथ करता हैं तो सफलता मिलती हैं । लड़की की शादी शीघ्र होती हैं ।
यदि उपरोक्त टोटके करने के पश्चात भी यदि विवाह सम्पन्न नहीं हो पाता हैं । कुण्डली में विवाह बाधा योग हो तो निम्न तांत्रिक प्रयोग करना चाहिए ।
कामदेव रति यंत्र:-
विवाहकांक्षी लड़का या लड़की कामदेव रति यंत्र प्राप्त करें । नित्य प्रातःकाल उठकर स्नानकर सूर्य को 7 बार अर्ध्य देवे और फिर आसन बिछा कर बैठे । सामने किसी बाजोंट पर स्वच्छ नया वस्त्र बिछाकर कामदेव रति यत्र को स्थापित करें । यंत्र का पंचामोउपचार से पूजन करें । हकीक माल से निम्न मंत्र का सवालाख जप करें । यदि श्रद्धा और विश्वास के साथ जप किया जावे तो जप समाप्ति पर अच्छे प्रस्ताव आने प्रारम्भ हो जाते हैं ।
‘‘ ऊँ कामदेवाय विदमहे रति प्रियायै धीमहि तन्नो अॅनंग प्रयोदयात ‘‘।
विवाह बाधानिवारण यंत्र:-
जिनके पुत्र-पुत्रियों की उम्र विवाह योग्य हो, विवाह में अनावश्यक विलम्ब हो रहा हो । सगाई टूट जाती हो अथवा कुण्डली में विवाह बाधा योग हो तो उन्हे निम्न तांन्त्रिक प्रयोग सम्पन्न करना चाहिए, शीघ्र विवाह होता हैं । यह प्रयोग किसी मंगलवार को आरम्भ किया जा सकता हैं । इस प्रयोग को लड़का या लड़की स्वयं करें या माता-पिता या किसी पण्डित से संकल्प लेकर करवाया जा सकता हैं ।
इस प्रयोग के निम्न उपकरण जो प्राण प्रतिष्ठित हो वांछनीय हैं ।
1. सौभाग्य माला 2. विवाह बाधा निवारण यंत्र
प्रातः स्नान करने के पश्चात यंत्र को बाजोट पर वस्त्र बिछाकर स्थापित करें । यंत्र को प्रथम दुध से फिर जल से स्नान करावे तथा स्वच्छ वस्त्र से यंत्र को पोछकर, केसर से यंत्र को तिलक करें, अक्षत, पुष्प यंत्र को साथ में अर्पित करें ।
गुरू पूजन करें तथा गुरू से अनुष्ठान सफल के सम्बन्ध में प्रार्थना अवश्य करें । दाहिने हाथ में जल, अक्षत, पुष्प लेकर संकल्प बोले (यह साधना विवाह बाधा निवारणार्थ शीघ्र विवाह हेतु सम्पन्न कर रहा हूॅ ) निम्न मंत्र की सौभाग्य माला से 11 मालाएं 21 दिन तक जन करें, क्रम टूटना नहीं चाहिए । 21 दिन के पश्चात यंत्र और माला को बहते जल में या नदी में प्रवाहित कर दें । विवाह बाधाएं समाप्त होगी ।
‘‘ ऊँ हो कामदेवाय रत्यै सर्व दोष निवारणाय फटं् ‘‘
दर्गासप्तशती का पाठ:- पुत्र की शादी नहीं हो रही हो, शादी में रूकावटें आ रही हो तो दुर्गासप्तशती का पाठ निम्न मंत्र का सम्पुट लगाकर करें ।
‘‘ पत्नि मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीय ।
तारिणिं दुर्गासंसार सागरस्य कुलोद्भणामं ।।
यह पाठ स्वयं विवाहकांशी ही करें तो श्रेष्ठ रहेगा, विवाह प्रस्ताव आने प्रारम्भ हो जावेगें । विवाह योग्य कन्या को भवन के वायव्य कोण वाले कक्ष में सोना चाहिए इससे कन्या के विवाह में आने वाली रूकावटें स्वतः दूर होती हैं तथा कन्या का विवाह जल्दी होने की सम्भावना बनती हैं ।
शादी विवाह के आयोजन में विघ्न न पडने देने के लिये अचूक टोटका—
शादी वाले दिन से एक दिन पहले एक ईंट के ऊपर कोयले से ष्बाधायेंष् लिखकर ईंट को उल्टा करके किसी सुरक्षित स्थान पर रख दीजिये,और शादी के बाद उस ईंट को उठाकर किसी पानी वाले स्थान पर डाल कर ऊपर से कुछ खाने का सामान डाल दीजिये,शादी विवाह के समय में बाधायें नहीं आयेंगी।
प्रेम विवाह में सफल होने के लिए उपाय —
यदि आपको प्रेम विवाह में अडचने आ रही हैं तो :
शुक्ल पक्ष के गुरूवार से शुरू करके विष्णु और लक्ष्मी मां की मूर्ती या फोटो के आगे “ऊं लक्ष्मी नारायणाय नमः” मंत्र का रोज तीन माला जाप स्फटिक माला पर करें ! इसे शुक्ल पक्ष के गुरूवार से ही शुरू करें ! तीन महीने तक हर गुरूवार को मंदिर में प्रशाद चढांए और विवाह की सफलता के लिए प्रार्थना करें !
विवाह बाधा दूर करने के लिए उपाय—
कन्या को चाहिए कि वह बृहस्पतिवार को व्रत रखे और बृहस्पति की मंत्र के साथ पूजा करे। इसके अतिरिक्त पुखराज या सुनैला धारण करे। छोटे बच्चे को बृहस्पतिवार को पीले वस्त्र दान करे। लड़के को चाहिए कि वह हीरा या अमेरिकन जर्कन धारण करे और छोटी बच्ची को शुक्रवार को श्वेत वस्त्र दान करे।
शादी करने का अनुभूत उपाय—-
पुरुषों को विभिन्न रंगों से स्त्रियों की तस्वीरें और महिलाओं को लाल रंग से पुरुषों की तस्वीर सफेद कागज पर रोजाना तीन महिने तक एक एक बनानी चाहिये।
अगर लड़की की उम्र निकली जा रही है और सुयोग्य लड़का नहीं मिल रहा या रिश्ता बनता है फिर टूट जाता है। या फिर शादी में अनावश्यक देरी हो रही हो तो कुछ छोटे-छोटे सिद्ध टोटकों से इस दोष को दूर किया जा सकता है। ये टोटके अगर पूरे मन से विश्वास करके अपनाए जाएं तो इनका फल बहुत ही कम समय में मिल जाता है। जानिए क्या हैं ये टोटके करें :-
1. रविवार को पीले रंग के कपड़े में सात सुपारी, हल्दी की सात गांठें, गुड़ की सात डलियां, सात पीले फूल, चने की दाल (करीब 70 ग्राम), एक पीला कपड़ा (70 सेमी), सात पीले सिक्के और एक पंद्रह का यंत्र माता पार्वती का पूजन करके चालीस दिन तक घर में रखें। विवाह के निमित्त मनोकामना करें। इन चालीस दिनों के भीतर ही विवाह के आसार बनने लगेंगे।
2. लड़की को गुरुवार का व्रत करना चाहिए। उस दिन कोई पीली वस्तु का दान करे। दिन में न सोए, पूरे नियम संयम से रहे।
3. सावन के महीने में शिवजी को रोजाना बिल्व पत्र चढ़ाए। बिल्व पत्र की संख्या 108 हो तो सबसे अच्छा परिणाम मिलता है।
4. शिवजी का पूजन कर निर्माल्य का तिलक लगाए तो भी जल्दी विवाह के योग बनते हैं।
विवाह के उपाय (Remedies and Upay to avoide late marriage)—
समय पर अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की इच्छा के कारण माता-पिता व भावी वर-वधू भी चाहते है कि अनुकुल समय पर ही विवाह हो जायें. कुण्डली में विवाह विलम्ब से होने के योग होने पर विवाह की बात बार-बार प्रयास करने पर भी कहीं बनती नहीं है. इस प्रकार की स्थिति होने पर शीघ्र विवाह के उपाय करने हितकारी रहते है. उपाय करने से शीघ्र विवाह के मार्ग बनते है. तथा विवाह के मार्ग की बाधाएं दूर होती है.
उपाय करते समय ध्यान में रखने योग्य बातें (Precautions while doing Jyotish remedies)—
’ 1. किसी भी उपाय को करते समय, व्यक्ति के मन में यही विचार होना चाहिए, कि वह जो भी उपाय कर रहा है, वह ईश्वरीय कृ्पा से अवश्य ही शुभ फल देगा.
’ 2. सभी उपाय पूर्णतरू सात्विक है तथा इनसे किसी के अहित करने का विचार नहीं है.
’ 3. उपाय करते समय उपाय पर होने वाले व्ययों को लेकर चिन्तित नहीं होना चाहिए.
’ 4. उपाय से संबन्धित गोपनीयता रखना हितकारी होता है.
’ 5. यह मान कर चलना चाहिए, कि श्रद्धा व विश्वास से सभी कामनाएं पूर्ण होती है.
आईये शीघ्र विवाह के उपायों को समझने का प्रयास करें (Remedies for a late marriage)
1. हल्दी के प्रयोग से उपाय:-
विवाह योग लोगों को शीघ्र विवाह के लिये प्रत्येक गुरुवार को नहाने वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करना चाहिए. भोजन में केसर का सेवन करने से विवाह शीघ्र होने की संभावनाएं बनती है.
2. पीला वस्त्र धारण करना:-
ऎसे व्यक्ति को सदैव शरीर पर कोई भी एक पीला वस्त्र धारण करके रखना चाहिए.
3. वृ्द्धो का सम्मान करना:-
उपाय करने वाले व्यक्ति को कभी भी अपने से बडों व वृ्द्धों का अपमान नहीं करना चाहिए.
4. गाय को रोटी देना:-
जिन व्यक्तियों को शीघ्र विवाह की कामना हों उन्हें गुरुवार को गाय को दो आटे के पेडे पर थोडी हल्दी लगाकर खिलाना चाहिए. तथा इसके साथ ही थोडा सा गुड व चने की पीली दाल का भोग गाय को लगाना शुभ होता है.
इसके अलावा शीघ्र विवाह के लिये एक प्रयोग भी किया जा सकता है. यह प्रयोग शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार को किया जाता है. इस प्रयोग में गुरुवार की शाम को पांच प्रकार की मिठाई, हरी ईलायची का जोडा तथा शुद्ध घी के दीपक के साथ जल अर्पित करना चाहिये. यह प्रयोग लगातार तीन गुरुवार को करना चाहिए.
6. केले के वृ्क्ष की पूजा:-
गुरुवार को केले के वृ्क्ष के सामने गुरु के 108 नामों का उच्चारण करने के साथ शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए. अथा जल भी अर्पित करना चाहिए.
7. सूखे नारियल से उपाय:-
एक अन्य उपाय के रुप में सोमवार की रात्रि के 12 बजे के बाद कुछ भी ग्रहण नहीं किया जाता, इस उपाय के लिये जल भी ग्रहण नहीं किया जाता. इस उपाय को करने के लिये अगले दिन मंगलवार को प्रातरू सूर्योदय काल में एक सूखा नारियल लें, सूखे नारियल में चाकू की सहायता से एक इंच लम्बा छेद किया जाता है. अब इस छेद में 300 ग्राम बूरा (चीनी पाऊडर) तथा 11 रुपये का पंचमेवा मिलाकर नारियल को भर दिया जाता है.
यह कार्य करने के बाद इस नारियल को पीपल के पेड के नीचे गड्डा करके दबा देना. इसके बाद गड्डे को मिट्टी से भर देना है. तथा कोई पत्थर भी उसके ऊपर रख देना चाहिए.
यह क्रिया लगातार 7 मंगलवार करने से व्यक्ति को लाभ प्राप्त होता है. यह ध्यान रखना है कि सोमवार की रात 12 बजे के बाद कुछ भी ग्रहण नहीं करना है.
यदि आपको प्रेम विवाह में अडचने आ रही हैं तो :
शुक्ल पक्ष के गुरूवार से शुरू करके विष्णु और लक्ष्मी मां की मूर्ती या फोटो के आगे “ऊं लक्ष्मी नारायणाय नमः” मंत्र का रोज तीन माला जाप स्फटिक माला पर करें ! इसे शुक्ल पक्ष के गुरूवार से ही शुरू करें ! तीन महीने तक हर गुरूवार को मंदिर में प्रशाद चढांए और विवाह की सफलता के लिए प्रार्थना करें !
विवाह बाधा दूर करने के लिए उपाय—
कन्या को चाहिए कि वह बृहस्पतिवार को व्रत रखे और बृहस्पति की मंत्र के साथ पूजा करे। इसके अतिरिक्त पुखराज या सुनैला धारण करे। छोटे बच्चे को बृहस्पतिवार को पीले वस्त्र दान करे। लड़के को चाहिए कि वह हीरा या अमेरिकन जर्कन धारण करे और छोटी बच्ची को शुक्रवार को श्वेत वस्त्र दान करे।
शादी करने का अनुभूत उपाय—-
पुरुषों को विभिन्न रंगों से स्त्रियों की तस्वीरें और महिलाओं को लाल रंग से पुरुषों की तस्वीर सफेद कागज पर रोजाना तीन महिने तक एक एक बनानी चाहिये।
अगर लड़की की उम्र निकली जा रही है और सुयोग्य लड़का नहीं मिल रहा या रिश्ता बनता है फिर टूट जाता है। या फिर शादी में अनावश्यक देरी हो रही हो तो कुछ छोटे-छोटे सिद्ध टोटकों से इस दोष को दूर किया जा सकता है। ये टोटके अगर पूरे मन से विश्वास करके अपनाए जाएं तो इनका फल बहुत ही कम समय में मिल जाता है। जानिए क्या हैं ये टोटके करें :-
1. रविवार को पीले रंग के कपड़े में सात सुपारी, हल्दी की सात गांठें, गुड़ की सात डलियां, सात पीले फूल, चने की दाल (करीब 70 ग्राम), एक पीला कपड़ा (70 सेमी), सात पीले सिक्के और एक पंद्रह का यंत्र माता पार्वती का पूजन करके चालीस दिन तक घर में रखें। विवाह के निमित्त मनोकामना करें। इन चालीस दिनों के भीतर ही विवाह के आसार बनने लगेंगे।
2. लड़की को गुरुवार का व्रत करना चाहिए। उस दिन कोई पीली वस्तु का दान करे। दिन में न सोए, पूरे नियम संयम से रहे।
3. सावन के महीने में शिवजी को रोजाना बिल्व पत्र चढ़ाए। बिल्व पत्र की संख्या 108 हो तो सबसे अच्छा परिणाम मिलता है।
4. शिवजी का पूजन कर निर्माल्य का तिलक लगाए तो भी जल्दी विवाह के योग बनते हैं।
विवाह के उपाय (Remedies and Upay to avoide late marriage)—
समय पर अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की इच्छा के कारण माता-पिता व भावी वर-वधू भी चाहते है कि अनुकुल समय पर ही विवाह हो जायें. कुण्डली में विवाह विलम्ब से होने के योग होने पर विवाह की बात बार-बार प्रयास करने पर भी कहीं बनती नहीं है. इस प्रकार की स्थिति होने पर शीघ्र विवाह के उपाय करने हितकारी रहते है. उपाय करने से शीघ्र विवाह के मार्ग बनते है. तथा विवाह के मार्ग की बाधाएं दूर होती है.
उपाय करते समय ध्यान में रखने योग्य बातें (Precautions while doing Jyotish remedies)—
’ 1. किसी भी उपाय को करते समय, व्यक्ति के मन में यही विचार होना चाहिए, कि वह जो भी उपाय कर रहा है, वह ईश्वरीय कृ्पा से अवश्य ही शुभ फल देगा.
’ 2. सभी उपाय पूर्णतरू सात्विक है तथा इनसे किसी के अहित करने का विचार नहीं है.
’ 3. उपाय करते समय उपाय पर होने वाले व्ययों को लेकर चिन्तित नहीं होना चाहिए.
’ 4. उपाय से संबन्धित गोपनीयता रखना हितकारी होता है.
’ 5. यह मान कर चलना चाहिए, कि श्रद्धा व विश्वास से सभी कामनाएं पूर्ण होती है.
आईये शीघ्र विवाह के उपायों को समझने का प्रयास करें (Remedies for a late marriage)
1. हल्दी के प्रयोग से उपाय:-
विवाह योग लोगों को शीघ्र विवाह के लिये प्रत्येक गुरुवार को नहाने वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करना चाहिए. भोजन में केसर का सेवन करने से विवाह शीघ्र होने की संभावनाएं बनती है.
2. पीला वस्त्र धारण करना:-
ऎसे व्यक्ति को सदैव शरीर पर कोई भी एक पीला वस्त्र धारण करके रखना चाहिए.
3. वृ्द्धो का सम्मान करना:-
उपाय करने वाले व्यक्ति को कभी भी अपने से बडों व वृ्द्धों का अपमान नहीं करना चाहिए.
4. गाय को रोटी देना:-
जिन व्यक्तियों को शीघ्र विवाह की कामना हों उन्हें गुरुवार को गाय को दो आटे के पेडे पर थोडी हल्दी लगाकर खिलाना चाहिए. तथा इसके साथ ही थोडा सा गुड व चने की पीली दाल का भोग गाय को लगाना शुभ होता है.
इसके अलावा शीघ्र विवाह के लिये एक प्रयोग भी किया जा सकता है. यह प्रयोग शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार को किया जाता है. इस प्रयोग में गुरुवार की शाम को पांच प्रकार की मिठाई, हरी ईलायची का जोडा तथा शुद्ध घी के दीपक के साथ जल अर्पित करना चाहिये. यह प्रयोग लगातार तीन गुरुवार को करना चाहिए.
6. केले के वृ्क्ष की पूजा:-
गुरुवार को केले के वृ्क्ष के सामने गुरु के 108 नामों का उच्चारण करने के साथ शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए. अथा जल भी अर्पित करना चाहिए.
7. सूखे नारियल से उपाय:-
एक अन्य उपाय के रुप में सोमवार की रात्रि के 12 बजे के बाद कुछ भी ग्रहण नहीं किया जाता, इस उपाय के लिये जल भी ग्रहण नहीं किया जाता. इस उपाय को करने के लिये अगले दिन मंगलवार को प्रातरू सूर्योदय काल में एक सूखा नारियल लें, सूखे नारियल में चाकू की सहायता से एक इंच लम्बा छेद किया जाता है. अब इस छेद में 300 ग्राम बूरा (चीनी पाऊडर) तथा 11 रुपये का पंचमेवा मिलाकर नारियल को भर दिया जाता है.
यह कार्य करने के बाद इस नारियल को पीपल के पेड के नीचे गड्डा करके दबा देना. इसके बाद गड्डे को मिट्टी से भर देना है. तथा कोई पत्थर भी उसके ऊपर रख देना चाहिए.
यह क्रिया लगातार 7 मंगलवार करने से व्यक्ति को लाभ प्राप्त होता है. यह ध्यान रखना है कि सोमवार की रात 12 बजे के बाद कुछ भी ग्रहण नहीं करना है.