आइये जाने की यह सप्ताह केसा रहेगा श्री अन्ना हजारे के लिए..???
जब ग्रह बदलते है तो व्यक्ति विशेष, राष्ट्रीय नेताओं एवं राष्ट्रों की तकदीरें बदल जाती है। 6 जून, …1 को राहू-केतु के अपनी नीच राशियों क्रमश: वृश्विचक एवं वृष राशि में प्रवेश के कारण श्री अन्ना हजारें भारत के जनमानस पर छा गए।
जब ग्रह बदलते है तो व्यक्ति विशेष, राष्ट्रीय नेताओं एवं राष्ट्रों की तकदीरें बदल जाती है। 6 जून, …1 को राहू-केतु के अपनी नीच राशियों क्रमश: वृश्विचक एवं वृष राशि में प्रवेश के कारण श्री अन्ना हजारें भारत के जनमानस पर छा गए।
राहू-केतु की यह स्थिति 6 दिसंबर, 2012 तक यथायथ् रहने के कारण समाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे सुर्खियों में रहेंगे और यू पी ए सरकार का सिरदर्द यथावत् बरकरार रहेगा।
अन्ना की कुंडली में तीन योग विशेष योगकारक है एवं 6 दिसंबर 2012 तक पूर्णयता फलित होंगे।
-राहू, केतु एवं बृहस्पति अपनी-अपनी नीच राशियों में होने के कारण राजयोग बनता है वर्तमान ग्रहगोचरानुसार राहू-केतु के कारण अन्ना हजारे सर्वमान्य होंगे।
-सूर्य की राशि में चंद्रमा, चंद्रमा की उच्च राशि में बुध जो केतु के साथ भिरी योग बना रहा। भिरी योग के कारण अन्ना बाल की खाल निकालनें में माहिर है और इनका कोई भी सहयोगी इनके साथ ज्यादा दूर तक नहीं चलेगा।
अन्ना की कुंडली में तीन योग विशेष योगकारक है एवं 6 दिसंबर 2012 तक पूर्णयता फलित होंगे।
-राहू, केतु एवं बृहस्पति अपनी-अपनी नीच राशियों में होने के कारण राजयोग बनता है वर्तमान ग्रहगोचरानुसार राहू-केतु के कारण अन्ना हजारे सर्वमान्य होंगे।
-सूर्य की राशि में चंद्रमा, चंद्रमा की उच्च राशि में बुध जो केतु के साथ भिरी योग बना रहा। भिरी योग के कारण अन्ना बाल की खाल निकालनें में माहिर है और इनका कोई भी सहयोगी इनके साथ ज्यादा दूर तक नहीं चलेगा।
लेकिन प्रबल योग के कारक ग्रहों के कारण प्रतिद्वंदी पस्त रहेंगे। अक्तूबर 2012 में पांच राज्यों के चुनाव है, लेकिन अन्ना हजारे की कर्मकुंडली यूपीए सरकार से कोई मेल नहीं खाती, भीरी योग के कारण जनलोकपाल बिल पारित कराने के लिए यूपीए का विरोध एक सूत्री कार्यक्रम होगा।
-बृहस्पति, शनि की राशि मकर में है जो मंगल की उच्च राशि में मंगल, शुक्र की राशि में जो पराक्रम भावास्थ है और मंगल की राशि में है, विशेषकर योगकारक है। इस योग के कारण एवं गृह गोधरानुसार अन्ना को रोक पाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।
अन्ना के गृह गोचरानुसार चड़दीकला में है, जिसके कारण उनका परचम आगामी पांच राज्यों के चुनावी में साफ नजर आएगा। A/N/V/R/P&S(Initial) के राजनेता अन्ना के सहयोग से राज्य सरकारों के गठन में विशेष सफल होंगे। 14 नवंबर 2011 से शनि कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश करेंगे। R/A Initial के राष्ट्रीय नेताओं को प्रधानमंत्री पद के लिए मार्ग स्वत: प्रशासत होता नजर आएगा। जनलोकपाल बिल हेतु अन्ना का अनिश्चितकाल आमरण अनशन 16 अगस्त 2011, को पंचकों में शुरू हुआ था।
-बृहस्पति, शनि की राशि मकर में है जो मंगल की उच्च राशि में मंगल, शुक्र की राशि में जो पराक्रम भावास्थ है और मंगल की राशि में है, विशेषकर योगकारक है। इस योग के कारण एवं गृह गोधरानुसार अन्ना को रोक पाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।
अन्ना के गृह गोचरानुसार चड़दीकला में है, जिसके कारण उनका परचम आगामी पांच राज्यों के चुनावी में साफ नजर आएगा। A/N/V/R/P&S(Initial) के राजनेता अन्ना के सहयोग से राज्य सरकारों के गठन में विशेष सफल होंगे। 14 नवंबर 2011 से शनि कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश करेंगे। R/A Initial के राष्ट्रीय नेताओं को प्रधानमंत्री पद के लिए मार्ग स्वत: प्रशासत होता नजर आएगा। जनलोकपाल बिल हेतु अन्ना का अनिश्चितकाल आमरण अनशन 16 अगस्त 2011, को पंचकों में शुरू हुआ था।
इस दिन द्वितीय पंचक थी, पंचकों में शुरू किए गए कार्य की पुनरावृति अवश्य होती है। अत: 6 दिसंबर 2012 से पूर्व तीन अन्य अनशनों के योग है। भारी योग के कारण अन्ना टीम में परिवर्तन संभव है। विदेशों से काले धन की वापसी एवं भ्रष्ट नेताओं को सजा दिलाना मुख्य मुद्दा होगा।
सत्तापक्ष जनलोकपाल बिल को पुन: तोड़-मरोड़ कर पेश करेगा, जनलोकपाल बिल पर पुन: अनशन होगा।
16 नंवबर से 24 दिसंबर 2011 मध्य U/G/K/P(Initial) के सहयोगी उल्का एवं भ्रामरी योग्रि के कारण विश्वासघात करेंगे, सचते रहे। खाने में विष का प्रयोग हो सकता है। शनि-बुध एवं राहू ग्रहों के कुप्रभाव के कारण सत्ता एवं विपक्ष अपनी अपनी रोटियां सेंकने का प्रयत्न करेंगे, एहतियात आवश्यक है।
16 नंवबर से 24 दिसंबर 2011 मध्य U/G/K/P(Initial) के सहयोगी उल्का एवं भ्रामरी योग्रि के कारण विश्वासघात करेंगे, सचते रहे। खाने में विष का प्रयोग हो सकता है। शनि-बुध एवं राहू ग्रहों के कुप्रभाव के कारण सत्ता एवं विपक्ष अपनी अपनी रोटियां सेंकने का प्रयत्न करेंगे, एहतियात आवश्यक है।
श्री अन्ना हजारे जी को को चिर स्वास्थय लाभ हेतु 9.25 उत्तम क्वालिटी का पुखराज तर्जनी अंगुली में शुक्ल पक्ष के बृहस्पतिवार को बृहस्पति के नक्षत्र में 6:25 ग्राम सोना एवं . ग्राम चांदी में धारण करना विशेष सहायक सिद्ध होगा।
-संतबेतरा अशोका(प्रैसवार्ता)
सुर्दशन चक्र ज्योतिष(विश्व में अद्वितीय),
गाजियाबाद, मो. 099110-62111, 9990014155
-संतबेतरा अशोका(प्रैसवार्ता)
सुर्दशन चक्र ज्योतिष(विश्व में अद्वितीय),
गाजियाबाद, मो. 099110-62111, 9990014155