क्या गलत हें यह मानसिकता…???????
(की मोती रत्न /स्टोन ..पहनने से होता हें क्रोध /गुस्सा शांत /कम ..??)
आमतौर पर लोग मोती रत्न पहन लेते है , जब उनसे पूछा जाता है की यह रत्न आपने क्यों पहना तो 95 प्रतिशत लोगो का जबाब होता है की ” मुझे गुस्सा बहुत आता है , गुस्सा शांत रहे इसलिए पहना है” यह बिलकुल गलत है !
मोती रत्न चन्द्रमा ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है , और यह ग्रह आपकी जन्मकुंडली में शुभ भी हो सक्ता है और अशुभ भी !
यदि चंद्रमा शुभ ग्रहों के साथ शुभ ग्रहों की राशि में और शुभ भाव में बैठा होगा तो निश्चित ही मोती रत्न आपको फायदा पहुचाएगा ! इसके विपरीत अशुभ ग्रहों के साथ होने से शत्रु ग्रहों के साथ होने से मोती नुसकान भी पंहुचा सकता है!
इसी तरह गुरु ग्रह को विवाह का करक ग्रह मानकर व्यक्ति गुरु ग्रह का रत्न पुखराज पहनता है ताकि विवह में आने वाली बाधा दूर हो जाए !
लेकिन यदि गुरु ६ टे भाव का होगा जो की ७वे भाव से १२ पड़ता है तो गुरु रत्न पुखराज विवाह में देरी के लिए जिम्मेदार होगा और वैवाहिक जीवन को हानि पहुचाएगा ! दोस्तों सभी ग्रह अच्छे होते है और सभी ग्रह बुरे या अशुभ !
ये बिल्कुल गलत है की गुरु ग्रह हमेशा शुभ फल देगा और राहू शनि हमेशा अशुभ फल देंगे !
वास्तव में इन ग्रहों की शुभता अशुभता जन्मकुंडली में बैठने पर निर्भर होती है , इसलिए कोई भी रत्न धारण करने से पहले वह रत्न आपके लिए शुभ है या नहीं और उससे होने वाले फायदे नुकसान अवश्य जाने.
—उक्त लेख..मेरे व्यक्तिगत अनुभवों पर आधारित हें..आप अपने विचार/अनुभव/लेख से हने अवश्य अवगत करवाएं की क्या मेने ठीक/सही लिखा हें..???
Thank you very much .
स्वामी विशाल चैतन्य (पंडित दयानन्द शास्त्री )
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