जानिए आपकी राशि का वार्षिक भविष्यफल 2015…
नया साल दस्तक दे रहा है. समय के इस मोड़ पर जहां बीत रहे वर्ष में क्या खोया, क्या पाया का हिसाब है, वहीं आनेवाले साल को लेकर आशाएं और आकांक्षाएं क्षितिज पर आकार ले रही हैं.मन में नए साल को लेकर उत्साह के साथ दुविधाएं भी होंगी। पता नहीं साल कैसा गुजरेगा..क्यों?
सोचिए मत, मशहूर ज्योतिषाचार्य पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री ( मोब.–09669290067 ) से जानिए आपकी राशि के लिए ग्रहों की चाल क्या कहती है…
भाग्य और भविष्य को निश्चित रूप से जान पाना मनुष्य की क्षमता से परे है, लेकिन ज्ञान के विशाल सागर में ज्योतिष और भविष्यवाणियों की उपस्थिति उन्हें टटोलने में हमारी मदद करती हैं. वे हमारे अस्तित्व में भरोसा जगाती हैं और हमें आनेवाले कल के लिए तैयार करने में सहायक होती हैं.
आपके लिए 2015 राशिफल के साथ प्रस्तुत है। प्रत्येक राशि के लिए कैसा होगा भविष्यफल 2015, यह बताने का हमारा प्रयास है। ग्रहों से होने वाले प्रभावों की जानकारी यदि पहले से हो तो हम सम या विषम दोनों ही परिस्थितियों की तैयारी कर सकते हैं। जैसे कोई भी इंसान बारिश नहीं रोक सकता, परन्तु यदि बारिश का पूर्वानुमान हो तो आप घर से छाता लेकर निकल सकते हैं। जिससे बारिश के कारण आपके ऊपर पड़ने वाला प्रभाव कम हो सके।
ज्योतिषानुसार भविष्य जानने का सबसे सटीक तरीका राशिफल होता है। माना जाता है कि राशिफल द्वारा जीवन की कई घटनाओं के विषय में आप पूर्वानुमान लगा सकते हैं। तो चलिए राशिफल 2015 के द्वारा आप भी जान लीजिए साल 2015 आपके लिए कैसा रहेगा ? राशिफल 2015 के द्वारा आप अपने प्यार, व्यापार, कारोबार और स्वास्थ्य आदि के बारे में जान सकते हैं।
आपके राशिफल 2015 में हमरा यह बताने का प्रयास है कि किन-किन बातों से आपको सावधान रहना है, कौन-सा रंग, कौन-सा आहार, कौन-सा व्यक्ति आपको नुक़सान पहुँचा सकता है, जिससे कि आप उससे पहले से ही सतर्क रहें। वैसे तो हम लोगो का प्रयास होता है की अत्यधिक सटीक और महत्वपूर्ण बातों को राशिफल 2015 में बताया जाये, परन्तु फिर भी पाठकों से अनुरोध है कि वह इसे अंतिम न मानें, बल्कि यदि कोई विषेश परिस्थिति या कार्य करने जा रहे हों तो विद्वान ज्योतिषियों का परामर्श अवश्य लें। क्योंकि यह भविष्यफल 2015 सामान्य आधार पर किया जाता है , परन्तु आपके ऊपर पड़ने वाला प्रभाव जन्म के समय ग्रहों की स्थिति, वर्तमान में गोचर तथा वर्तमान दशा /अन्तर्दशा पर भी आधारित होता है।
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मेष राशि का राशिफल 2015(Aries) :
मंत्र :-
स्थिरधनो रहितः सुजनैर्नरः सुतयुतः प्रमदाविजितो भवेत् ।
अजगतो द्विजराज इतिरित विभुतयाद भुतया स्वसुकीर्तिभाक्
अर्थ :- जन्म के समय चंद्र अगर मेष राशि में हो तो यह राशि वाला स्थिर संपत्ति रहित स्वजनों से युक्त, पुत्रवान स्त्रियों को जीतने वाला अपने आप ऐश्वर्य (अधिकार) यश प्राप्त करने वाला होता है।
इस वर्ष 2015 में आप चल-अचल संपत्ति की खरीदारी कर सकते हैं। जो जातक मास्टर डिग्री कर रहे हैं, उनको भी सफलता मिलने की संभावना है, विशेषकर उनके लिए 1./07/2015 तक का समय बहुत अच्छा है। यदि आप विदेश से संबंधित कारोबार करते हैं, तो इस वर्ष आपको किसी भी प्रकार का फैसला लेने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए। इस वर्ष आपके मन में नौकरी परिवर्तन का विचार आएगा। मगर, आपको इस समय बहुत सोच-समझकर कदम उठाने की जरूरत रहेगी।
इस वर्ष आपको मौसमी बीमारियां हो सकती हैं, जो सामान्य उपचार से ठीक हो सकती हैं। आपके स्वास्थ्य व रोग संबंधी बात करना चाहते हैं कि मंगल व बुध दोनों इस मामले में काफी महत्वपूर्ण ग्रह हैं। आपके रोग स्थान में राहु की उपस्थिति के कारण आपको मौसमी बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा आपका अस्थास्थ्य महसूस करेंगे, लेकिन जब आप मेडिकल रिपोर्ट निकलवाने जाएंगे तो सामने कुछ नहीं आएगा। आपको शिवजी की पूजा करनी चाहिए, जो आपको राहत प्रदान करेगी।
वर्ष मध्य में गुरु अपनी राशि बदलेंगे। 14/07/2015 से गुरु महाराज सिंह राशि में गोचर में होंगे; इससे पहले वह कर्क राशि में थे। इसके अलावा अन्य बड़े ग्रहों में किसी भी प्रकार की हलचल देखने को नहीं मिल रही है।
प्रेम संबंधों के बारे में 25 जुलाई से 13 अगस्त तक की समयावधि काफी अनुकूल है। जो जातक बोर्ड की परीक्षा दे रहे हैं, उनके लिए वर्ष मध्य से लेकर अगस्त 2015 तक की समयावधि बहुत शानदार रहने की संभावना है, क्योंकि इस समय आप पर गुरु की सकारात्मक दृष्टि रहेगी। वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए आपको कुबेर यंत्र की स्थापना कर, उसकी पूजा करनी चाहिए। इससे आपकी आर्थिक स्थिति को बल मिलेगा।
वर्ष 2015 आपके लिए अनुकूल रहेगा। परिवार में सुख और शान्ति का वातावरण बनेगा। आप पारिवारिक सुख प्राप्त करेंगे। हालांकि दूसरे और पांचवें भाव पर शनि की दृष्टि के कारण कुछ पारिवारिक असंतोष भी सम्भव है। संतान को लेकर भी कुछ चिंताएं सम्भव हैं। अत: कोशिश करें कि आपके भीतर अहंकार युक्त भावनाएं न पनपने पाएं। गुरूजनों और माता पिता से संबंधों को और बेहतर बनाने की कोशिश करें।
राशीफल 2015 के अनुसार भाग्य इस वर्ष 70 प्रतिशत आपके साथ है, चार सबसे प्रभावी ग्रहों गुरु, शनि, राहु और केतु में से 3 ग्रह आपके पक्ष में हैं, शनि भी आपके पक्ष में हो जाये तो बात पूरी हो जाये, कैसे करें शनि को पक्ष में?
भविष्यफल 2015 कहता है कि आपके लिए वर्ष के प्रारम्भ में भाग्येश गुरु के उच्च राशि में होने और पूरे वर्ष उच्च के राहु और केतु के कारण यह वर्ष विशेष परिणाम देने वाला साबित होगा। हालांकि अष्टम भावगत शनि स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं पैदा करेंगे परन्तु दशम भाव पर उनकी भी दृष्टि अत्यंत लाभकारी होगी। शत्रु पक्ष परास्त होंगे और पुराने कर्ज से भी मुक्ति मिलेगी। वर्ष का प्रथम अर्ध अत्यंत उत्साह वर्धक रहेगा, दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। 2015 राशिफल के मुताबिक़ आर्थिक, सामाजिक उन्नति, शत्रुओं पर विजय, धार्मिक यात्रा, संतान पक्ष से सुख प्राप्त होगा। दूसरे अर्ध में स्वास्थ्य सम्बन्धी चिंता हो सकती है, परन्तु धन और दांपत्य जीवन के लिए बेहतर समय है।
धन, व्यापार और कारोबार (Financial Prediction 2015):—- भविष्यफल 2015 के अनुसार यह साल आपके लिए आर्थिक स्तर पर बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। आय के नए स्त्रोत मिलने की उम्मीद है। कहीं से अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। नई संपति या वाहन खरीदने के योग हैं। यह वर्ष निवेश के लिए बेहतर है।
शिक्षा और करियर (Education and Career Forecast for 2015):—-मेष राशि के लिए साल 2015 अध्ययन के लिए भी अनुकूल रहेगा। शिक्षा के क्षेत्र में की गई मेहनत का फल अवश्य मिलेगा। हालांकि अनियमितता बरतने वालो को कुछ कष्ट उठाना पड़ सकता है। अपने अध्यापकों और गुरुजनों के साथ अच्छा व्यवहार बना कर रखें। विदेश में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को सफलता मिल सकती है।
इस वर्ष गुरू महाराज अपनी उच्च की राशि कर्क के बीच से पारगमन कर रहे हैं, जो आपकी राशि कुंडली से चौथा घर है। जो छात्र जातक बोर्ड की परीक्षा दे रहे हैं, उनके लिए वर्ष मध्य से लेकर अगस्त 2015 तक की समय अवधि बहुत शानदार रहने की संभावना है क्योंकि इस समय आप पर गुरू की सकारात्मक दृष्टि रहेगी।
परिवार :—- मेष राशि के जातकों के लिए साल 2015 पारिवारिक दृष्टिकोण से अनुकूल रहेगा। इस साल परिवार में आपसी सहयोग की भावना रहेगी। कुछेक कारणों से अगर कभी परेशानी आई भी तो परिवार एकजुट होकर इस समस्या से निकल सकता है। माता-पिता और बड़े-बुजुर्गों के साथ रिश्ते मजबूत होने के संकेत हैं। संतान पक्ष से निराशा हो सकती है। बच्चे की पढ़ाई पर खास ध्यान दे।
प्यार और रिश्ते :—- प्रेम के क्षेत्र में साल 2015 के शुरुआती कुछ महीने मेष राशि के जातकों के लिए परेशानी भरे हो सकते हैं। अहंकार के कारण प्रेमी जोडों के बीच मनमुटाव हो सकता है। प्रेम प्रसंगों में बेवजह की जिद और साथी पर अपने विचार थोपने से बचें। अपने साथी की भावनाओं को समझें और उसका सम्मान करें।
साल का दूसरा भाग विवाह आदि के लिए शुभ है। इस दौरान जीवनसाथी की तलाश करने वाले जातकों को साथी मिल सकते हैं।
स्वास्थ्य राशिफल :—- इस साल मेष राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से अधिक परेशान नहीं होना होगा। कुछ छोटी-बड़ी बीमारियां हो सकती हैं लेकिन वह समय के साथ खत्म हो जाएंगी। समय पर उपचार लें और स्वस्थ दिनचर्या का पालन करें।शारीरिक शक्ति बढ़ेगी। लेकिन इस साल वाहन चलाते और सड़क पार करते समय अवश्य सावधान रहें। याद रखें सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया रहेगी :— ढैया रहेगी।
आपका नकारात्मक पक्ष: स्वाथ्य।
आपका सकारात्मक पक्ष:— भाग्य और मनोबल।
आपका भाग्यांक (लकी नंबर):— 5 और 9
क्या रखें सावधानी:—- जब – जब चन्द्रमा वृश्चिक राशि पर आये स्वास्थ्य और दुर्घटना के प्रति सचेत रहें।
इनसे करें परहेज़:— रंग – नीले, काले और हरा. यात्रा – दक्षिण।
केसा हो आपका आहार में परहेज/सावधानी- उड़द, बैंगन और फूल गोभी।
कैसी हो संगत में परहेज/सावधानी – व्यसन करने वालों से।
राशिफल 2015 के उपाय:—-मेष राशिफल 2015 के अनुसार इस वर्ष शनि आपके अष्टम भाव में रहेंगे, साथ ही शनि की ढैया भी रहेगी. अत: आप शनिदेव का शनिवार के दिन तैलाभिषेक करें व कुमकुम से तिलक करें. काले उड़द, काले तिल, नीले फूल व पैसे चढ़ाएं. गुड़ का भोग लगाएं.
—शनि और शिव की उपासना करें।
—मंगलवार को गाय को गुड़ और रोटी खिलाएं।
—-हनुमानजी के मंदिर में दीप दान करें।
—-मंगल कवच और सुन्दर कांड का पाठ करें।
—कुबेर यन्त्र की स्थापना करे के उसकी हर दिन पूजा करें।
—–वृद्धाश्रम के लिए कुछ दान दे दो, और जरूरतमंद लोगों की मदद करें।
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वृषभ राशि (Taurus) :—
मंत्र :-
स्थिरगतिं सुमतिं कमनीयतां कुशलतां हि नृणामुपभोगताम् ।
वृषगतो हिमगु र्भृशमादिरोत सुकृतितः कृतितश्व सुखानि च ।।
अर्थ :-वृषभ राशि में चंद्र हो तब जन्म लेने वाले स्थिर गति वाले, बुद्धिमान, सुंदर कार्यों में कुशल, परोपकारी, हमेशा पुण्य और सेवाकार्य करनेवाले और हमेशा सुखी होते हैं।
इस वर्ष 2015 हो सकता है कि आपको ग्रहों का अधिक सहयोग न मिले। इसके कारण आपको खूब मेहनत करनी पड़ सकती है। यदि आप इसके लिए स्वयं को तैयार रखते हैं तो आपकी सफलता निश्चित है। वृषभ राशि की कुंडली में पापी ग्रह बलवान होने के कारण छात्र, संतान की इच्छा रखते दंपती तथा हिस्सेदारी में कारोबार करने वाले जातकों को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। र पहुंचने में जल्दबाजी बिल्कुल न करें एवं निर्णय के अच्छे एवं बुरे पहलू देखने का प्रयास करें।
के मामले में यह वर्ष आपके लिए नकारात्मक नहीं है। लेकिन, गणेशजी के अनुसार 18, 19, 20/05/2015, 15/06/2015 तथा 04/04/2015 को आप अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें। प्रेम एवं वैवाहिक जीवन में आपको जन्म के ग्रहों के अनुसार फल मिलने की संभावना है। प्रेमी-प्रेमिका के बीच किसी बात को लेकर तनाव रह सकता है। इस वर्ष वृषभ छात्र जातकों को कठिन पथ से होकर गुजरना पड़ेगा। हालांकि, 25 जुलाई के बाद गुरु के मार्गी होने से आप राहत महसूस करेंगे।
राशिफल 2015 कहता है कि भाग्य इस वर्ष केवल 40 प्रतिशत साथ है, अतः कर्म बहुत अधिक करना होगा। चार सबसे प्रभावी ग्रहों गुरु, शनि, राहु और केतु में से केवल गुरु का थोड़ा सहयोग रहेगा और वो भी सिर्फ आय के मामले में।
पारिवारिक मामलों के लिए साल 2015 मिश्रित फल देने वाला रहेगा। साल के पहले भाग में भाग दौड़ अधिक रह सकती है। फलस्वरूप आप अपने परिजनों को उनकी जरूरत के अनुसार समय नहीं दे पाएंगे। साथ ही सप्तम भाव में स्थित शनि निजी जीवन में कुछ हद तक कटुता घोलने का प्रयास कर सकता है। अत:, वृषभ 2015 राशिफल यह दर्शाता है कि इन मामलों को पहले जान कर आपका प्रयास यही होना चाहिए कि घर परिवार के लिए पूरा समय निकाला जाए। संयम और समझदारी से काम लेकर आप परेशानियों को टालें। यदि आपके द्वारा किए गए काम का श्रेय कोई और परिजन ले रहा है तो भी शांत रहें। समय के साथ सबको पता चल जाएगा कि वह कार्य आपने किया था। इस समय आत्म निर्भरता बहुत जरूरी होगी क्योंकि मित्र और सहयोगी आपकी उम्मीद के अनुरूप आपको सहयोग नहीं दे पाएंगे।
2015 राशिफल के मुताबिक़ शनि सप्तम, राहु पंचम और केतु एकादश भाव में, अर्थात बुद्धि, दांपत्य जीवन, कार्य व्यापार, साझेदार, आय सबकुछ प्रभावित रहेगा। तर्कशक्ति नकारात्मक स्तर तक जा सकती है। गर्भवती महिलाओं को विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता है। भविष्यफल 2015 की दृष्टि से बच्चों और जीवन साथी के सेहत का विशेष ख्याल रखना होगा। कई बार अकेलेपन का एहसास होगा। अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से सतर्क रहें। कोई बड़ा निवेश करने के लिए यह वर्ष अनुकूल नहीं है।
इस वर्ष राशिफल 2015 के उपाय:– कुछ ऐसे उपाय जिनको करने से आप निश्चित ही लाभान्वित होंगे. कोई भी उपाय शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार से आरंभ करें. सदैव स्वच्छ वस्त्र पहनें तथा इत्र का प्रयोग करें. स्त्री वर्ग का सदैव सम्मान करें. राहु शांति और विष्णु की उपासना करें।
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया रहेगी :—- नहीं है।
आपका नकारात्मक पक्ष:—- धन कमाने की जरुरत से ज्यादे चाह और अत्यधिक तर्क।
आपका सकारात्मक पक्ष:— समस्याओं को भाँपने की क्षमता और पिता का सहयोग।
आपका भाग्यशाली अंक :— 6 और 10
इनसे रखे सावधानी:— गहरे पानी, आग और बिजली के उपकरणों से सावधान रहें।
इनसे करें परहेज़: रंग – लाल और पीला। यात्रा – उत्तर।
यह करें आहार में परहेज/सावधानी– चावल, दही और ठंडी वस्तुएँ।
इनसे करें संगत में परहेज/सावधानी– – अधीनस्थ कर्मचारियों और सेवकों से।
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मिथुन राशि का राशिफल 2015(Gemini) :—
मंत्र :-
प्रियकरः करमत्स्यपुतो नरः सुरतसौखभरो युवतीप्रियः।
मिथुनराशिगते हिमगौ भवेत्सुजनातजनकृत गौरवः।।
अर्थ :-मिथुन राशि स्थित चंद्र में जन्म हुआ हो वह लोगों में प्रिय, हाथ में मत्स्य रेखावाला, सुहावना, स्त्री प्रिय और स्वजनों से सम्मान पाने वाला होता है।
वर्ष की शुरुआत में शुक्र तथा बुध अच्छा फल प्रदान करेंगे। हालांकि, बहुत कुछ आपकी जन्मकुंडली के ग्रहों पर निर्भर करेगा। आपको नौकरी या अन्य कारणों के चलते मानसिक तनाव रह सकता है। इस समय आपके आर्थिक स्थान में से उच्च का गुरु पारगमन कर रहा है, जो आपके लिए शुभ संकेत है एवं यह पारगमन अगस्त 2015 तक जारी रहेगा। आपको इस समय का पूरा लाभ लेना चाहिए। हालांकि, जातकों को व्यक्तिगत जन्मकुंडली के ग्रहों की स्थिति के अनुसार लाभ मिलेंगे। नौकरीपेशा जातकों को नवंबर महीने के बाद धीरे-धीरे आगे बढ़ने की संभावना हैं ।
इस वर्ष की समयावधि के दौरान अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दें। आपकी चंद्र राशि कुंडली के अनुसार बुध स्वास्थ्य एवं मंगल रोग स्थान का स्वामी है, इसलिए यह दोनों ग्रह काफी महत्वपूर्ण होंगे। यह दोनों ग्रह आपके अनुकूल है, इसलिए स्वास्थ्य अच्छा रहने की संभावना है।हालांकि, 17/11/2015 से 16/12/2015 तक की समय अवधि दौरान आपको अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देना होगा, क्योंकि रोग स्थान में सूर्य शनि युति में होंगे। इसके अलावा उच्च अधिकारी या पिता के साथ वैचारिक मतभेद होने की संभावना है। इस कारण आपको मानसिक तनाव रह सकता है।
जो जातक जीवनसाथी की तलाश में हैं, उनको गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए, क्योंकि उच्च का गुरु मनोकामना पूरी करेगा। इसके अलावा शुक्र अच्छी स्थिति में है, जो प्रेम के मामले में शुभ संकेत दे रहा है। करियर एवं शिक्षा के लिए यह समय काफी अनुकूल नजर आ रहा है क्योंकि गुरु आपके प्रयासों को समर्थन प्रदान करेगा। हालांकि उनके लिए कठिन समय है, जो जातक मास्टर डिग्री या उच्चस्तरीय शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
वर्ष की शुरुआत में भाग्य 80 प्रतिशत आपके साथ है। जन्म के समय यदि चतुर्थ में केतु और दशम भाव में राहु नहीं हैं, तो शानदार समय है। राशिफल 2015 के मुताबिक़ चार सबसे प्रभावी ग्रहों गुरु, शनि, राहु और केतु में से सभी लगभग सभी पक्ष में हैं, लगभग इसलिए की गुरु सप्तम से अष्टम में स्थित हैं।
इस वर्ष के आरम्भ में परिवार के सदस्यों की संख्या में बढ़ोत्तरी सम्भव है। यह बढ़ोत्तरी किसी के विवाह होने या फिर संतान की पैदाइस के कारण हो सकती है। इस साल आपका पूरा प्रयास परिजनों को बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध करने में रहेगा।
मिथुन राशि का राशिफल 2015 कहता है कि आपका यह प्रयास काफी हद तक सफल भी रहेगा लेकिन बीच-बीच में परिवार के कुछ सदस्यों का बर्ताव विशेष कर छोटे भाई का बर्ताव आपको अच्छा नहीं लगेगा। इसके पीछे शनि की तीसरे भाव में दृष्टि का प्रभाव रहेगा।
अत: मिथुन 2015 राशिफल बतलाता है कि ऐसी स्थिति में शनि ग्रह का उपचार जरूर करवाएं। यानी कि कुछ परेशानियां रहने के बावजूद यह वर्ष पारिवारिक मामलों के लिए अच्छा कहा जाएगा।
पूरे वर्ष में यदि जनवरी, मई -जून और दिसंबर को छोड़ दें तो शेष महीने जबरदस्त सहयोगी हैं।
भविष्यफल 2015 के दृष्टिकोण से यदि दशा और अन्तर्दशा सही हो तो धन की वर्षा हो सकती है। पद – प्रतिष्ठा, मान – सम्मान, पदोन्नति, नए कारोबार, शत्रुओं पर सफलता अर्थात लगभग हर जगह कामयाबी कदम चूमेगी। हाँ, माँ और पिता के स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सतर्कता अपेक्षित है। जुलाई के बाद भाग्य पक्ष थोड़ा कमजोर हो सकता है, परन्तु बहुत अधिक नहीं। अपने किसी करीबी से विवाद की सम्भावना बनेगी जिससे आपको बचना है।
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया हैं :—नहीं है।
आपका नकारात्मक पक्ष:— अहंकार और अति उत्साह।
आपका सकारात्मक पक्ष:— निर्णय लेने की क्षमता।
आपका भाग्य अंक :– 7 और 11
इनसे रखे सावधानी:— चन्द्रमा जब भी चतुर्थ भाव में आएँ।
इनका रखें परहेज़:— रंग – लाल। यात्रा – पूर्व-दक्षिण।
क्या करे आहार में परहेज/सावधानी – खट्टी वस्तुओं से।
इनकी संगत में करें परहेज/सावधानी- मित्रता दिखाने वाले से।
मिथुन राशि का राशिफल 2015 के उपाय :- अगर किसी जातक पर शनि की साढ़ेसाती बहुत भारी है, तो उसे सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का नित्य पाठ करना चाहिए. शनिवार को प्रात: काल पीपल के पेड़ पर जलदान करने से भी शनि पीड़ा से शांति मिलती है.
—गणेशजी की पूजा करें और गणेश मंत्र का जाप करें।
—27 बुधवार का व्रत करें।
—-घर में हरे परदे और चादर का उपयोग करें।
—-गाय को चारा खिलाएं।
—-शनि सम्बन्धी दान और माँ दुर्गा की उपासना।
—-बुध आपकी राशि का स्वामी है, इसलिए इस मंत्र का जाप करें —-
प्रियंगु कलिकाश्यामम् रूपेणप्रतिमम् बुधम्
सौम्यं सौम्य गुणोपेतम् तं बुधम् प्रणम्यामहम्।।
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कर्क राशि का राशिफल 2015 (Cancer) :—–
मंत्र :—-
वृषतुरंगम् विक्रम विक्रमन्द्वि ज सुरार्चनदानमनाः पुमान्।
शशिनि तौलिगते बहुदारभाग्विभव संभव संचित विक्रमः ।।
अर्थ :- जन्म के समय तुला राशि में चंद्र हो तो बैल, घोड़ा, वगैरह वाहन रखनेवाला, पराक्रमी, देव, ब्राह्मण वगैरह का भक्त, दानवीर, अनेक पत्नी वाला और वैभववान और संचित पुण्य से सुखी होता है।
इस वर्ष कर्क राशि के जातक अपने जीवन के बहुत सारे बड़े कार्य करने में सफल होंगे क्योंकि उन पर गुरु महाराज की कृपादृष्टि बनी रहने की संभावना है। इसके अलावा धन स्थान में गुरु का पारगमन जातकों लिए सकारात्मक साबित होने वाला है।
अगर आप छात्र हैं तो आपको मेहनत करने के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि शनि आपके अभ्यास स्थान में हैं। इस वर्ष आप तांबे के कलश में शुद्घ जल लेकर उसमें साबुत चावल के दाने एवं थोड़ा-सा कुमकुम मिलाकर सूर्य को जल अर्पित करें एवं ध्यान रखें …जल किसी दूषित जगह पर नहीं गिरना चाहिए।
भविष्यफल 2015 के अनुसार 60 प्रतिशत भाग्य के साथ ग्रहों की स्थिति वर्ष के प्रथम अर्ध में अत्यंत सहायक परन्तु बाद में कुछ परेशानियाँ पैदा करने वाली होगी। चार सबसे प्रभावी ग्रहों गुरु, शनि, राहु और केतु में से जहाँ गुरु और राहु बहुत कुछ देने को आतुर होंगे वहीं केतु और शनि कई मामलों में परेशानियाँ भी पैदा करेंगे। वर्ष का प्रारम्भ बहुत कुछ देने वाला होगा, सोच बहुत ही सकारात्मक रहेगी, लिए गए निर्णय सही साबित होंगे। भाई-बहनों का सहयोग तो मिलेगा परन्तु विवाद भी संभव है, विशेषकर बड़े भाई से।
आपका 2015 राशिफल कहता है कि राजनैतिक, सामाजिक क्षेत्र से जुड़े लोगो को आगे बढ़ने के लिए कई अवसर आएंगे। शत्रु टिक नहीं पाएंगे। विदेशों से लाभ या विदेश यात्रा का प्रबल योग है। संतान और गर्भवती महिलाओं के लिए समय थोड़ा प्रतिकूल रहेगा। धार्मिक यात्रा या आपके माध्यम से कोई धार्मिक कार्य पूर्ण होगा। उतावलेपन और अहंकार से दूर रहें..
कर्क राशि का राशिफल 2015 संकेत कर रहा है कि देवगुरु बृहस्पति के प्रभाव के कारण न केवल पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा, बल्कि घर परिवार में किसी शुभ कृत्य का आयोजन हो सकता है। लेकिन राहु की तीसरे भाव में स्थिति को देखते हुए आपको अपने भाइयों और मित्रों से अच्छे सम्बंध बनाने होंगे। यदि आपके थोड़ा सा विनम्र होने से संबंध बेहतर होते हैं तो विनम्र बनें। इस वर्ष संतान के साथ भी कुछ मनमुटाव हो सकता है। यानि आपने थोड़ी विनम्रता और थोड़ी समझदारी से काम लिया तो कर्क भविष्यफल 2015 के अनुसार इस वर्ष पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा।
आपको स्वास्थ्य के मोर्चे पर किसी भी बड़ी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि, मानसिक तनाव रहने की संभावना है। इसके अलावा, मौसमी बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं। मंगल एवं शनि के साथ शुक्र की उपस्थिति प्रेम एवं वैवाहिक जीवन के लिए सकारात्मक परिणाम देगी।
विवाह के लिए उत्सुक अविवाहित जातकों के लिए समय काफी अनुकूल है। जो जातक प्रेम-संबंध शुरू करना चाहते हैं, उनको 20/11/2015 से 15/12/2015 तक की समय अवधि के दौरान सावधान रहने की जरूरत है। करियर एवं शिक्षा के मामले में जातकों को कड़ी मेहनत करने की जरूरत रहेगी। हालांकि, नवंबर के बाद थोड़ी-सी राहत एवं सफलता मिलेगी।
आपको श्री हनुमान चालीसा का जाप करना चाहिए, क्योंकि श्री हनुमान चालीसा में ‘बल बुद्घि विद्या देहु’ का उल्लेख भी है। इसके अलावा गणेशजी का संकटनाशक स्रोत्र का पाठ भी अद्भुत परिणाम उपलब्ध करवाता है।
क्या आपको शनि की साढ़े साती /ढैया:– नहीं है।
आपका नकारात्मक पक्ष:— अत्यधिक भावुकता और उतावलापन।
आपका सकारात्मक पक्ष:— सकारात्मक सोच।
आपका भाग्यांक (लकी नंबर):— 8 और 12
क्या रखें सावधानी:— अमावस्या या शनिवार को गहरे पानी और वीरान जगह पर अकेले ना जायें।
किनका करें परहेज़:—– रंग – काला और नीला। यात्रा -पश्चिम – दक्षिण।
क्या रखें आहार में परहेज/सावधानी – ठंडी वस्तुओं से सावधान ।
क्या रखें संगत में परहेज/सावधानी— मित्र और किसी करीबी रिश्तेदार से सावधान रहें।
कर्क राशि के राशिफल 2015 के उपाय:—- सफेद वस्त्र, चांदी, चावल, भात एवं दूध का दान चंद्रमा पीड़ित वाले व्यक्ति के लिए लाभदायक होता है. प्यासे व्यक्ति को पानी पिलाने से भी चंद्रमा की विपरीत दशा में सुधार होता है. चंद्रमा से संबंधित वस्तुओं का दान करते समय ध्यान रखें कि दिन सोमवार हो और संध्या काल हो.
—-केतु सम्बन्धी दान, भगवान गणेश की उपासना।
—–सात शुक्रवार तक सात कन्याओं को खीर खिलाएं।
—शुक्रवार को खट्टा न खाएं।
—-16 शुक्रवार का व्रत करें और श्री सूक्त व कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।
—घर के आसपास गमले में फूल लगाएं।
—सोमवार का व्रत करें
—–शिव चालीसा का पाठ करें।
—-11 सोमवार तक एक मुट्ठी चावल या चीनी दान करें।
—भाग्यसूक्त का जाप करें।
====चन्द्र मंत्र का जाप करें –
II दधि शंख तुषाराभम्क्षी रोदार्णव संभवम्
नमामि शशीनम् सोमं शंभोर्मुकुट भूषणम् ई
===इस शिव मंत्र के जप से भी होगा लाभ–
–‘तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रूद्रः प्रचोदयात्’ का जाप करें।
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सिंह राशि का राशिफल 2015 (Leo) :—-
मंत्र :-
अयलकाननयानमनोरथ गृहकलिं य गलोदरपीडनम्।
द्विजपतिर्मृगराजगतो तृणां वितनुते तनुतेजषाम्
अर्थ:- सिंह राशिगत चंद्र में जन्म हो तो वो मनुष्य वन और पर्वत पर रहने वाला, घर में कलेश करने वाला कंठ और पेट के दर्द वाला होता है।
जो जातक विवाह करने की इच्छा रखते हैं, उनके लिए समय अनुकूल रहने की संभावना है। हम आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देने के लिए आग्रह कर रहे हैं, जैसे कि धन, परिवार एवं चल-अचल संपत्ति। हम आपको आर्थिक मामलों में सतर्क रहने की सलाह देते हैं। आपको धन मिलने में देरी हो सकती है या धन की आमद धीमी रह सकती है। इस वर्ष स्वास्थ्य के मामले में आपको किसी भी प्रकार की बड़ी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
सिंह राशि वालों के लिए यदि स्वयं सूर्य या मंगल की दशा नहीं हुई तो समय बहुत प्रतिकूल रहने की सम्भावना है। राशिफल 2015 के अनुसार 30 प्रतिशत भाग्य के साथ चार प्रमुख ग्रहों गुरु, शनि, राहु और केतु में से कोई भी ग्रह सही जगह पर नहीं है। वैसे अष्टम में केतु और दूसरे भाव में उच्च का राहु अचानक और अकल्पनीय धन दे सकता है परन्तु उसका अंत अच्छा नहीं होगा। ऐसे में क्या करें की विपरीत समय से भी फायदा मिल सके? इस साल शनि चौथे भाव में , राहु दूसरे भाव में तथा केतु आठवें भाव में रहेगा। जबकि देवगुरु बृहस्पति साल के पहले भाग में आपके द्वादश भाव में रहेंगे वहीं साल के दूसरे भाग में आपकी राशि यानी प्रथम भाव में रहेंगे।
यह वर्ष थोड़ा धैर्य रखने वाला होगा। आर्थिक स्थिति और स्वाथ्य के प्रति बहुत सचेत रहें। 2015 राशिफल के मुताबिक़ अनावश्यक वाद-विवाद से दुरी बनायें रखें। वाणी बहुत ही दूषित हो सकती है अतः क्रोध में कुछ भी बोलने से पहले अत्यंत सोच-विचार लें। वाहन चलाते समय और यात्रा के दौरान अत्यंत सावधानी बरतें। व्यापार क्षेत्र में बहुत करीबी लोगो से बहुत ही सतर्क रहें अन्यथा बड़ा धोखा मिल सकता है। लम्बी दूरी की यात्रायें और बड़ा निवेश – दोनों से ही बचें।
हालांकि, आपको 20/03/2015 से 13/09/2015 तक एवं 17/11/2015 से 16/12/2015 तक की अवधि में सावधान रहने की विशेष जरूरत है, क्योंकि इस समय सूर्य कमजोर पड़ेगा। प्रेम तथा वैवाहिक जीवन के लिए वर्ष प्रारंभ की तुलना में वर्ष मध्य से लेकर वर्ष अंत तक का समय काफी अच्छा है, क्योंकि इस दौरान गुरु आपके वैवाहिक जीवन में सद्भाव व सुगमता लेकर आएगा।
शिक्षा एवं करियर के मोर्चे पर सिंह राशि के जातकों को मिले-जुले परिणाम मिल सकते हैं। जुलाई के पश्चात गुरु महाराज आपका पूरा समर्थन करेंगे। लेकिन, नवंबर के बाद मास्टर डिग्री या उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक जातकों के लिए चिंता का कारण बनेगा। इस समय आपको गुरू की उपासना करनी चाहिए, ताकि विपत्ति को टाला जा सके।
पारिवारिक मामलों के लिए यह वर्ष कम अनुकूल है। चतुर्थ भाव में स्थित शनि आपको घरेलू जीवन में कुछ चिंताएं दे सकता है, वहीं दूसरे स्थान का राहु परिजनों से सामंजस्य बिठाने में कठिनाई पैदा करेगा। परिवार के कुछ लोगों का बर्ताव ठीक नहीं रहेगा। ऐसे में विपरीत परिस्थितियों से निबटने के लिए आपको अपने अन्दर प्रतिरोधात्मक शक्ति विकसित करनी होगी। हालांकि सिंह 2015 राशिफल के अनुरूप, वर्ष के दूसरे भाग में बृहस्पति की स्थिति बेहतर होने के कारण स्थितियां बेहतर होंगी।
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया हैं :— ढैया रहेगी।
आपका नकारात्मक पक्ष:—- वाणी, तर्क और अहंकार।
आपका सकारात्मक पक्ष:—- निडरता और दृढ़ इच्छा शक्ति।
आपका भाग्यांक (लकी नंबर):—1 और 9
आप क्या सावधानी रखें :—- जिस माह सूर्य मीन राशि में हों।
किसका परहेज़ करें : रंग – काला, हरा और नीला। यात्रा – दक्षिण – पश्चिम।
क्या रखें आहार में परहेज/सावधानी – गरिष्ठ और खट्टी वस्तुओं के सेवन से।
क्या रखें संगत में परहेज/सावधानी – अपने से उम्र में बड़ी महिला या पुरुष से।
सिंह राशि के राशिफल 2015 के उपाय:—-सूर्य का व्रत एक वर्ष या 30 रविवारों तक या फिर 12 रविवारों तक करें. व्रत के दिन लाल रंग का वस्त्र धारण करके ‘ओम ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:’ मंत्र का 12, 5 या 3 बार माला जप करें. जप के बाद सूर्य को अघ्र्य दें.
—रविवार का व्रत करें और सूर्य को अर्घ्य दें।
—-गायत्री मंत्र का जाप करें।
—रविवार को दूध-भात या खीर जरूर खाएं।
—-रविवार को गरीबों को लाल या गुलाबी वस्त्र दान करें।
—भगवान शिव की पूजा करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
—-होमात्मक लघु रूद्र का पाठ करें।
—केतु सम्बन्धी दान, भगवान गणेश की उपासना एवं आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ लाभकरी ।
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कन्या राशि का राशिफल 2015 (Virgo) :—–
मंत्र :-
युवतिगे शशिनि प्रमदाजनप्रबलकेलिविलाकुतूहलैः।
विमलशील सुताजननोत्सवै। सुविधाना सहित पुमान्।।
अर्थ :- कन्या राशि में चंद्र हो तो उस समय जन्म लेने वाले स्त्रियों को प्रसन्न करने में चतुर, विलास प्रिय, सुशील, शुद्ध मन के ज्यादा कन्या संतान वाले, सत्कार्य करने वाले और भाग्यशाली होते हैं।
इस वर्ष की शुरुआत में आपको बहुत संतुलन बनाते हुए आगे बढ़ना होगा। आपको शारीरिक व मानसिक तौर पर तनाव महसूस हो सकता है। आप शिवजी को शुद्घ जल अर्पित करें। यदि आप शुक्र एवं शनि को बलवान बनाने में सक्षम हुए तो आर्थिक मामलों में आप एक अच्छी स्थिति का आनंद ले सकते हैं। आप प्रतिदिन अपने घर या कार्यालय में स्थापित मंदिर में रखे श्री यंत्र के सामने बैठकर माता लक्ष्मी के मंत्रों का उच्चारण करें।
आपको इस वर्ष ज्यादा स्वास्थ्य-संबंधी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन आपको सचेत रहने की जरूरत है, क्योंकि ग्रहीय स्थिति आपके विपरीत संकेत दे रही है। इस वर्ष प्रेम तथा वैवाहिक जीवन के लिए रास्ता थोड़ा-सा कठिन कह सकते हैं।
इस वर्ष आप मानसिक तौर पर बेचैन महसूस करेंगे। इसका प्रभाव आपके करियर व शिक्षा संबंधी मामलों पर भी देखने को मिलेगा। हालांकि, मध्य जुलाई 2015 तक गुरू की कृपा दृष्टि आप पर बनी रहेगी, जिसके कारण आपके प्रयासों को सफलता मिलेगी। जुलाई के बाद की ग्रहीय स्थितियां आपके भीतर विदेश में जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने संबंधी उत्सुकता पैदा करेंगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए ठोस प्लानिंग बनाकर रखें।
जीवनसाथी के साथ किसी न किसी बात को लेकर मतभेद हो सकते हैं। इसके अलावा, कारोबारी सहयोगी के साथ भी संबंध तनावपूर्ण रह सकते हैं। 24/08/2015 से 29/10/2015 तक बुध-राहु, 18/09/2015 से 17/10/2015 तक सूर्य-राहु एवं 04/11/2015 से 23/12/2015 मंगल-राहु की युति न केवल वैवाहिक जीवन में समस्या पैदा करेगी, बल्कि जीवन के अन्य पहलुओं को भी प्रभावित करेगी।
इस साल शनि आपके तीसरे भाव में है, वहीं राहु आपकी राशि यानी कि पहले भाव में है जबकि केतु आपके सप्तम भाव में स्थित रहेगा। अगर बात की जाए देवगुरु बृहस्पति की तो वह साल के पहले भाग में आपके लाभ भाव में रहेंगे वहीं साल के दूसरे भाग में गुरु आपके द्वादश भाव में रहेंगे।
2015 राशिफल कहता है कि आपकी राशि वालों के लिए भाग्य 50 प्रतिशत है इस वर्ष, अर्थात कुछ खट्टा और कुछ मीठा अनुभव रहेगा पूरे वर्ष में। राशिफल 2015 के अनुसार आपके लिए आधे वर्ष तक गुरु सर्वोत्तम, शनि और राहु मध्यम तथा केतु विपरीत फल देंगे। ग्रह प्रतिकूल हों और उनका प्रभाव पहले से पता हो तो संभला जा सकता है?
भविष्यफल 2015 के मुताबिक़ कन्या राशि के लिए यह वर्ष कुछ देने वाला तो कुछ लेने वाला होगा। धन अप्रत्याशित रूप से आएगा तो कई बार खर्च नियंत्रण से बाहर हो जायेगा। खुद का स्वास्थ्य और माता – पिता का स्वास्थ्य आपके समय और धन की मांग करेगा। किसी महिला / पुरुष के प्रति आकर्षण से बचें अन्यथा वैवाहिक जीवन में परेशानियां पैदा हो सकती हैं।
यदि घर परिवार की बात की जाए तो कन्या राशि के राशिफल के अनुसार, साल के पहले भाव में स्थिति बेहतर रहने की उम्मीद है। यदि आप भाई बन्धुओं से अच्छे संबंध कायम रखने में कामयाब रहे तो उनकी मदद से विषमताएं बहुत हद तक नियंत्रित रहेंगी। साल के पहले भाग में घर में कुछ मांगलिक कार्यों के होने की भी सम्भावनाएं है। ध्यान रहे कि पिता या पिता तुल्य व्यक्ति से मतभेद होने के योग बन रहे हैं, जहां तक सम्भव हो इससे बचें। कुछ अन्य पारिवारिक सदस्यों के बीच भी मतभेद हो सकता है या संतान को लेकर कुछ चिंताए रह सकती हैं।
व्यापार में साझेदारों से सतर्क रहें, धोखा मिलने का योग बहुत प्रबल है। जल्दबाजी या आवेश में आकर कोई भी आर्थिक जोखिम ना उठायें अन्यथा हानि उठानी पड़ सकती है। पिता, उच्च अधिकारीयों और साझेदारों से सम्बन्ध मधुर रखने का प्रयास करें। शत्रुओं से सावधान रहने की बहुत आवश्यकता है, कोई अपना आने वाले समय में बहुत नुकसान पहुंचा सकता है अतः अपनी व्यक्तिगत बातें और कमजोरियां अपने तक ही सिमित रखें। जहाँ तक हो सके धन को बचाएँ।
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया:— नहीं है।
आपका नकारात्मक पक्ष:—- अनिर्णय की स्थिति।
आपका सकारात्मक पक्ष:— मनोबल।
आपका भाग्यांक (लकी नंबर):— 2 और 10
आप क्या सावधानी रखें :— जीवन साथी से रिश्ते को लेकर।
क्या परहेज़ करें :—- रंग – लाल। यात्रा – पूर्व।
केसा हो आहार में परहेज – तैलीय और खट्टी वस्तुओं के सेवन से।
किनकी करें संगत में परहेज – अति उत्साही और व्यसन करने वालों से।
कन्या राशि क्या उपाय करें 2015 में—–
सूर्य को अघ्र्य अर्पित करें और कम से कम एक बार आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ नियमित रूप से प्रात: करें. नये वर्ष के प्रारंभ में ही रुद्राभिषेक करें और यदि संभव हो, तो प्रत्येक मास की शिवरात्रि को प्रदोष बेला में करें. अपने से कमजोर लोगों की जितनी हो सके मदद करें.
—माथे पर केसर का तिलक लगाएं।
—–बहते पानी में हर चौथे महीने चार नारियल बहाएं
—-केतु और शनि सम्बन्धी दान, माँ कात्यायनी की उपासना।
—–कन्या राशि वालों को भगवान विष्णु की पूजा और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए।
—-कन्या जातक को मूंग दाल का अधिक सेवन करना चाहिए।
——बुधवार का व्रत भी लाभदायक होता है।
—-शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाये और इस मंत्र का जाप करें –
।। ॐ नवकुलाय विद्महे विषदन्ताय धीमही तन्नः सर्प प्रचोदयात ।।
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तुला राशि का राशिफल 2015 (Libra) : —–
मंत्र :-
वृषतुरंगम् विक्रम विक्रमन्द्वि ज सुरार्चनदानमनाः पुमान्।
शशिनि तौलिगते बहुदारभाग्विभव संभव संचित विक्रमः ।।
अर्थ :- जन्म के समय तुला राशि में चंद्र हो तो व्यक्ति बैल, घोड़ा, वगैरह वाहन रखने वाला, पराक्रमी, देव, ब्राह्मण वगैरह का भक्त, दानवीर, अनेक पत्नी वाला और वैभववान और संचित पुण्य से सुखी होता है।
व्यवसायी तुला जातकों पर गुरु महाराज की कृपा बरस रही है, जो व्यवसाय एवं उन्नति के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। जुलाई के बाद आपकी संतान, विद्या एवं लाभ के लिए समय काफी बेहतर है। हालांकि, आपकी आमदनी में थोड़ी-सी गिरावट देखने को मिल सकती है।
राहु के प्रभाव के कारण आर्थिक नुकसान होने की संभावना है। हो सकता है कि इस समय बिना किसी बड़ी बात के ही आपको अदालत या अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ें। इस समय आपको मौसमी बीमारियां होने की संभावना है क्योंकि आपके रोग स्थान में केतु पारगमन कर रहा है। इस वर्ष आप इसलिए भी परेशान होंगे कि आपकी मेडिकल रिपोर्ट आपको स्वास्थ्य बताएगी, लेकिन आप अस्वास्थ्य का अनुभव करेंगे। आपको एक अच्छे पंडित के पास से सर्पसूक्त का पाठ करवाना चाहिए, इससे आपकी मुश्किलें काफी हद तक ठीक हो जाएँगी।
इसके बावजूद भी यह वर्ष बीते वर्ष के मुकाबले काफी बेहतर रहने की संभावना है। इस वर्ष आपको मंगल एवं चंद्र ग्रह की पूजा करनी चाहिए ताकि उनको बल मिल सके। ऐसा भी हो सकता है कि सब ठीक होते हुए भी आप अपने व्यवसाय में प्रगति एवं आर्थिक लाभ को लेकर असंतोष महसूस करें।
शनि प्रभाव के कारण धन आमद में विलंब हो सकता है। आपको श्री यंत्र की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा, आपको मौसमी बीमारियां होने की संभावना है क्योंकि आपके रोग स्थान में केतु पारगमन कर रहा है। प्रेम एवं वैवाहिक जीवन में आपको मिश्रित परिणाम देखने को मिलेंगे।
जुलाई के बाद आपके मन में किसी के प्रति प्रेम उमड़ेगा। यह वर्ष आपके पारिवारिक मामलों के लिए मिले जुले परिणाम देने वाला रहेगा। साल के पहले भाग में बृहस्पति आपके चतुर्थ और दूसरे भाव पर दृष्टि डाल रहा है जबकि शनि दूसरे भाव में स्थित होकर दूसरे और चौथे भाव को प्रभावित कर रहा है। अत: साल के पहले भाग में कुछ विसंगति आएंगी तो सही लेकिन आप उन्हें मैनेज कर लेंगे।
यदि आर्थिक या जमीन जायदाद से सम्बंधित कोई पारिवारिक मामला है तो उसमें संयम और प्यार के साथ साल के पहले भाग में सुलझाने की कोशिश करें क्योंकि साल के दूसरे भाग में इन मामलों में देवगुरु बृहस्पति अधिक मदद नहीं पर पाएंगे। तुला भविष्यफल 2015 आपको सचेत करता है कि साल के दूसरे भाग में मां के स्वास्थ्य का ख़्याल रखें और पारिवारिक विवादों को बढ़ने से रोकें।
करियर तथा शिक्षा के मामले में यह वर्ष काफी सुखद रहने की संभावना है। इसके अलावा लाभ के स्थान से गुजर रहा गुरू आपके पांचवें गृह पर दृष्टि डाल रहा है, जो आपको आगे बढ़ने में मदद करेगा। जो जातक मीडिया, मनोरंजन, ओटोमोबाइल के क्षेत्र में हैं, उनको जोरदार सफलता मिलने की संभावना है।
तुला राशि वालों के लिए भी यह वर्ष मिला जुला फल देने वाला होगा, चारों प्रमुख ग्रह अर्थात राहु, केतु, शनि और गुरु सबका प्रभाव और दुष्प्रभाव दोनों ही रहेगा अतः भाग्य का साथ 50 प्रतिशत ही रहेगा। इस साल शनि आपके दूसरे भाव में है, वहीं राहु आपके बारहवें भाव में है जबकि केतु आपके छठे भाव में स्थित रहेगा। देवगुरु बृहस्पति की बात की जाए तो वह साल के पहले भाग में आपके कर्म स्थान में रहेंगे वहीं साल के दूसरे भाग में गुरु आपके लाभ भाव में रहेंगे।
भविष्यफल 2015 के मुताबिक़ इस वर्ष शनि की साढ़े साती का अंतिम दौर प्रारम्भ होगा, अतः धन के मामले में कुछ राहत अवश्य मिलेगी, परन्तु पूरी तरह से नहीं, जहाँ एक ओर कर्ज का बोझ कुछ कम होगा तो दूसरी ओर कुछ अनावश्यक खर्च भी आएंगे।
शत्रु तो परास्त होंगे परन्तु स्वयं के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। पिता और राज्य पक्ष से लाभ का प्रबल योग है, खोई हुई प्रतिष्ठा और पद पुनः प्राप्त होगा। लिए हुए निर्णय सही होंगे। जमीन-जायदाद के मामलों में सफलता मिलेगी। नए वाहन तथा घर की इच्छा भी पूरी होगी। बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं के लिए समय प्रतिकूल है, अतः सावधानी बरतें। 2015 राशिफल इंगित करता है कि परिवार में कोई दुःखद घटना हो सकती है…
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया रहेगी :— साढ़े साती का अंतिम दौर रहेगा।
आपका नकारात्मक पक्ष:—- स्वास्थ्य।
आपका सकारात्मक पक्ष:—-पराक्रम और निर्णय की क्षमता।
आपका भाग्यांक (लकी नंबर):—- 3 और 11
क्या रखें सावधानी:—- ऊँचे स्थान और कमर के निचले हिस्से को लेकर।
क्या रखें परहेज़:—- रंग – पीला और लाल।यात्रा – उत्तर – पूर्व।
क्या करें आहार में परहेज —- खट्टी और मीठी वस्तुओं के सेवन से।
किसी करें संगत में परहेज —- पराई स्त्री/पर पुरुष और अपने सेवकों से सावधान ।
तुला राशि वाले क्या करें राशिफल 2015 के उपाय:— माता-पिता तथा घर-बाहर जहां तक हो सके बुजुर्ग, गरीब, कमजोर व बेसहारा लोंगो की मदद करें. शनि के आराध्य भगवान शिव हैं, अत: शिव की नियमित आराधना करें. यदि स्वास्थ्य संबंधी समस्या बहुत अधिक हो, तो महामृत्युंजय का जप किसी विद्वान से कराएं.
—शनि सम्बन्धी दान,
—शिव उपासना।
–शुक्रवार को व्रत रखना चाहिए।
—-शुक्रवार को मछलियों को दाना डालें।
—-श्रीयंत्र की नियमित पूजा से तुला जातक का भाग्य चमकता है।
—-शनिवार के दिन सुन्दरकाण्ड का पाठ करें।
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वृश्चिक राशि का राशिफल (Scorpio) :—
मंत्र :-
शशधरे हि सरीसृपगे नरो नृपदरोदरजातधनक्षयः ।
कालिरुचिविबलः खलमानस कृशमनाः शमनापहतो भवेत् ।।
अर्थ :-वृश्चिक राशि स्थित चंद्र में जन्म लेने वाला व्यक्ति बहुत भावुक और गर्म दिमाग वाले होते हैं। कहा जाता था के यह धन नष्ट करने वाला, कपटी, कमजोर मन का, निर्णयशक्ति के अभाव वाला और अशांत मन वाला होते हैं।
आपके भाग्य स्थान से गुरु का परिभ्रमण हो रहा है एवं शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू है। इसके कारण आपको स्वास्थ्य संबंधी शिकायत रह सकती है एवं मानसिक संताप भी भोगना पड़ सकता है। हालांकि, चुनौती से पार पाने के लिए आपको दृढ़ता से आगे बढ़ना होगा। जो दंपती संतान की इच्छा रखते हैं, उनको मेडिकल उपचार के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
वृश्चिक राशि का राशिफल 2015 कहता है कि 40 प्रतिशत भाग्य पक्ष में रहेगा, और यदि गुरु की महादशा या अंतर हो तो भाग्य बहुत प्रबल होगा अन्यथा प्रतिकूल शनि, केतु और आधा राहु के कारण बहुत सी समस्याएं सर उठाएंगी और ऊपर से शनि की साढ़े साती का मध्य दौर भी। अतः भविष्यफल 2015 के नज़रिए से अत्यंत धैर्य और संयम से काम लेने की ज़रुरत होगी।
शत्रु राशि में शनि की स्वयं उपस्थिति, शनि साढ़े साती का मध्य दौर, केतु पंचम भाव में। सब मिलाकर 2015 राशिफल के मुताबिक़ थोड़ा प्रतिकूल समय। विशेषकर यदि किसी विपरीत ग्रह की दशा – अंतर दशा हो तो और। रोग, शत्रु और जीवन साथी की कारण बहुत तनाव रहेगा।
वैवाहिक और पारिवारिक जीवन की अत्यंत कठिनाइयों भरा होने का संकेत ग्रह दे रहें हैं। व्यापार में और वाहन चलाते समय अत्यंत सावधानी बरतें। आर्थिक जोखिम उठाने के लिए या कार्य क्षेत्र में नए प्रयोग ना करें। वाद – विवाद से अंतिम क्षण तक बचने का प्रयास करें।
आर्थिक तथा व्यवसाय के मोर्चे पर स्थितियां सामान्य रहने की संभावना है। इस समय व्यवासाय विस्तार के लिए आपको नए उत्पाद बाजार में उतारने चाहिए एवं नए कार्यालय खोलने चाहिए। यदि कारोबार विस्तार गति पकड़ने लगे तो आपको दुःसाहस एवं किसी को धन उधार लेने से बचना चाहिए, अन्यथा आप लाभ से वंचित रह सकते हैं।
इस वर्ष आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखना होगा, ख़राब स्वास्थ्य आपको परेशान कर सकता है। आपको हड्डी या पसली से संबंधी रोग होने की संभावना बहुत अधिक है। जो जातक वृद्घ हैं, उनको घुटनों संबंधी तकलीफ हो सकती है।
यह वर्ष प्रेम एवं वैवाहिक जीवन के लिए अधिक उत्साहजनक नहीं है। छात्र वर्ग के लिए भी समय अनुकूल नहीं है क्योंकि केतु जैसा अशुभ ग्रह अभ्यास के स्थान से परिभ्रमण कर रहा है।
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया रहेगी :—-साढ़े साती का मध्य दौर रहेगा।
आपका नकारात्मक पक्ष:—- क्रोध, वाणी, अनिर्णय और स्वास्थ्य।
आपका सकारात्मक पक्ष:—- विपरीत परिस्थितियों से निकलने की क्षमता।
आपका भाग्यांक (लकी नंबर):— 4
क्या रखें सावधानी:—- वाहन चलाते समय।
किनसे करें परहेज़: रंग – नीला और काला। यात्रा – पश्चिम -दक्षिण। किसका करें आहार में परहेज – खट्टी और तीखी वस्तुओं के सेवन से। किसकी संगत से करें परहेज – नीच कर्म और व्यसन करने वालों से।
==== वृश्चिक राशि के राशिफल 2015 के उपाय:—- शनिवार को वट/ पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों या तिल के तेल का दिया जलाएं यदि ये उपलब्ध न हों, तो घर में ही शनि यंत्र मंगा कर नियमित दीप जलाएं. शत्रु परेशान कर रहे हों, तो 40 दिनों तक हनुमान जी की आराधना करें.
—–मंगल आपका स्वामित्व ग्रह होने के कारण आपको हनुमानजी की उपासना, सुन्दरकाण्ड का पाठ, हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
—-कर्ज से मुक्ति के लिए ऋण मोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
—–मंगलवार का व्रत करें।
—-गाय को गुड़ और मसूर की दाल खिलाएं।
—-स्फटिक माला से हर रोज़ 108 बार ॐ श्रीं श्रीये नम: का जाप करें।
—–मंगल के इस मंत्र का जाप करें —-
II धरणीगर्भ संभूतं विद्युत्कांति समप्रभ
कुमारं शक्ति हस्तं तं मंगलम् प्रणम्यामहम् ई
—-शनि और केतु सम्बन्धी दान,
—शनि और शिव उपासना।
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धनु राशि (Sagittarius) :—
मंत्र :-
बहुकलाकुशलः प्रबलो महाविमलताकलितः सरलोक्तिभक्।
शशधरे तु धनुर्धरगे नरो धनकरो न करोति बहुव्ययम् ।।
अर्थ :- जन्म के समय पर धन राशि में चंद्र हो तो ऐसे लोग ज्यादा कलाओं में कुशल, बलवान, निर्मल चरित्र, स्पष्ट भाषी धनिक और अल्प (कम) खर्च करने वाले होते हैं।
धनु राशि का राशिफल 2015 (Sagittarius) :—-
इस वर्ष भी आप कुछ नए लक्ष्य निर्धारित करेंगे एवं उनको जल्द से जल्द प्राप्त करने का प्रयास करेंगे। हालांकि, हम आपको धैर्य के साथ आगे बढ़ने की सलाह देते हैं। आप शनि की साढ़ेसाती के पहले चरण में हैं। इस कारण बहुत सारे मामलों में देरी देखने को मिलेगी। आपकी राशि का स्वामी गुरु अपनी उच्च की राशि में है, लेकिन आठवें स्थान में गुरु की स्थिति अशुभ है।
आपको हमारी सलाह है कि जुलाई 2015 तक थोड़ा-सा सतर्क रहें। इसके अलावा, राहु एवं केतु आपको प्रभावित करेंगे। आपको वित्तीय नुकसान सहन करना पड़ सकता है। ग्रहों के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए आप श्री हनुमान जी की उपासना कर सकते हैं। राशिफल 2015 के अनुसार अष्टमस्थ गुरु, द्वादश भावगत शनि, चतुर्थ भाव में केतु के कारण क़रीब आधा वर्ष बहुत प्रतिकूल रहेगा। उसके बाद केवल गुरु का स्थान परिवर्तन होगा जो की लग्नेश होकर भाग्य स्थान पर आ जायेंगे। इस साल शनि आपके बारहवें भाव में है, यदि राहु की बात की जाय तो वह आपके कर्म स्थान में रहेगा जबकि केतु आपके चतुर्थ भाव में रहने वाला है। वहीं बृहस्पति साल के पहले भाग में आपके अष्टम स्थान में रहेगा जबकि साल के दूसरे भाग में आपके भाग्य स्थान पर रहेगा।
अतः भविष्यफल 2015 के मुताबिक़ समय में थोड़ा सुधार आएगा। आपकी राशि वालों के लिए शनि की साढ़े साती का प्रारम्भ हो चूका है जो आने वाले 7.5 वर्ष तक आपको अपने प्रभाव में रखने वाला है। तो क्यों ना पहले से ही तैयारी कर ली जाये, ताकि आने वाली विषम परिस्थितियां भी अनुकूल हो जायें।
खर्च की अधिकता रहेगी, व्यर्थ की यात्रायें होंगी, स्थान परिवर्तन का भी योग बन रहा है। 2015 राशिफल कहता है कि माता-पिता के स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखने की आवश्यकता है। कानूनी विवादों से दूर ही रहें तो अच्छा। बड़े भाई या पिता से मतभेद उत्पन्न होने की सम्भावना बन रही है अतः अपने व्यवहार को संयमित रखें। यदि आपको मधुमेह की बीमारी है तो सावधानी बरतें।
स्वास्थ्य के मामले में इस वर्ष आपको बहुत अधिक बदलाव देखने को नहीं मिलेंगे, लेकिन आपको ऋतु बदलाव के समय सचेत रहना होगा क्योंकि मौसमी बीमारियां आपको जकड़ सकती हैं। हालांकि, प्रेम एवं वैवाहिक जीवन के संबंध में यह वर्ष काफी सुखद रहने वाला है। पारिवारिक मामलों में यह वर्ष मिश्रित फलदायी रहेगा। कुण्डली के दूसरे भाव में शनि की दृष्टि रहेगी जबकि चौथे भाव में केतु स्थित है। धनु राशिफल 2015 आपको सचेत करता है कि ऐसे में आपको पारिवारिक मामलों में बड़ी ही समझदारी से काम लेना होगा।
हांलाकि साल के पहले भाग में बृहस्पति की दृष्टि दूसरे और चौथे भाव में रहेगी लेकिन बृहस्पति स्वयं आठवें भाव में अत: परिस्थितियों पर नियंत्रण पाने की जबरजस्त कोशिश करनी होगी। वर्ष के पहले भाग में परिवार के किसी सदस्य को लेकर मन में चिंता रह सकती है। आपको चाहिए कि छोटी छोटी बातों पर झगड़ें और विवाद करने से बचें। लेकिन धनु भविष्यफल 2015 कहता है कि वर्ष के दूसरे भाग में परिवार में कोई मांगलिक कार्य होने के भी योग बनेंगे। परिवार के विरोध दूर होंगे।
इस वर्ष आप दूसरों की बातों को ध्यानपूर्वक सुनेंगे एवं दूसरों से मधुर व्यवहार करेंगे। करियर तथा शिक्षा के मामले में यह वर्ष बीते वर्ष की तुलना काफी अच्छा रहने की संभावना है।
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया रहेगी :— साढ़े साती का प्रथम पक्ष प्रारम्भ।
आपका नकारात्मक पक्ष: —उतावलापन और दूसरों पर अत्यधिक भरोसा।
आपका सकारात्मक पक्ष:—- ईमानदारी और निरंतरता।
आपका भाग्यांक (लकी नंबर):— 1 और 5
क्या रखें सावधानी:— शत्रुओं और पानी से।
किनसे करें परहेज़:– रंग – सफ़ेद और काले रंग से। यात्रा – दक्षिण-पूर्व।
केसा हो आपका आहार में परहेज —– मीठी और पीली वस्तुओं के सेवन से।
किनसे करें संगत में परहेज —- अपने से बड़े परिवार के सदस्य से।
====आपकी राशि के अनुसार राशिफल 2015 के उपाय:— सूर्य को नियमित अघ्र्य दें और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें. विष्णु शतनाम या सहस्त्र नाम का पाठ करें. पढ़नेवाले गरीब बच्चों को भोजन और पठन सामग्री दान करें. पीली और मीठी चीजों का सेवन बहुत कम कर दें और गुरुवार को तो बिलकुल ही न करें. महामृत्युंजय मंत्र का जप करें.
—प्रतिदिन पक्षियों को दान डालें। गाय को घास खिलाएं।
—तुलसी के पत्ते का सेवन करें।
—प्रतिदिन शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग पर जल, पुष्प, अक्षत आदि चढ़ाएं।
—-घर से निकलने से पहले कुछ मीठा खाकर निकलें।
—-गुरु और शनि सम्बन्धी दान, गुरु, सूर्य और विष्णु की उपासना।
—हनुमान चालीसा का पाठ करें।
==== चूँकि गुरु आपकी राशि का स्वामी है, इसलिए इस मंत्र का जाप आपको लाभ देगा —-
II देवानाम् च ऋषिनाम् च गुरूम् कांचन सन्निभम्
बुध्धिभूतम् त्रिलोकेशम् तं नमामि बृहस्पतिम् ई
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मकर राशि (Capricorn) :—
मंत्र :-
कलितशरतभयः किल गीतवितनुरुषासहित मदनातुरः
निजकुलोत्तम्वृतिकरः परं हिमकर मकरे पुरुषो भवेत् ।।
अर्थ :- मकर राशि के चंद्र में जन्म लेने वाले स्वभाव से थोड़े कायर, कलाप्रिय और संगीतकार, कामातुर और खुद के कुल की उत्तम परंपरा को बनाए रखने वाला होते हैं।
मकर राशि का राशिफल 2015 – मकर राशि का भविष्यफल ——
भविष्यफल 2015 के अनुसार चार प्रमुख ग्रहों में से केतु, गुरु और कुछ हद तक शनि सहयोगी की भूमिका निभायेंगे। परन्तु पूरे वर्ष राहु भाग्य स्थान में रहेगा, परिणामस्वरूप जीवन में अचानक अच्छी और बुरी चीजें होने की सम्भावना बनेगी साथ ही करीब आधे वर्ष बीत जाने के पश्चात गुरु अष्टम में आ जायेंगे जो आपके राशि स्वामी के परम शत्रु हैं, अतः 2015 राशिफल कहता है कि स्वास्थ्य समबन्धी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
मकर राशिफल 2015 के अनुसार इस साल शनि आपके ग्यारहवें भाव में है, यदि राहु की बात की जाय तो वह आपके भाग्य स्थान में रहेगा जबकि केतु आपके तृतीय भाव में रहने वाला है। वहीं बृहस्पति साल के पहले भाग में आपके सप्तम स्थान में रहेगा जबकि साल के दूसरे भाग में आपके अष्टम स्थान पर रहेगा।
अविवाहित जातक जो विवाह करने के लिए उत्सुक हैं, उनके लिए यह समय काफी अनुकूल है। उनको अपने प्रयास जारी रखने चाहिए। हालांकि, मकर जातकों के लाभ स्थान में शनि हैं, जो जातकों को मानसिक तौर पर परेशान कर सकता है। शनि के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए जातक माताजी की पूजा कर सकते हैं।
केवल भाग्य भरोसे तो कुछ भी ना करें। पराक्रम में खूब वृद्धि होगी। धर्म के प्रति रूचि बहुत बढ़ी रहेगी अतः धर्म और समाज से सम्बंधित कार्य सम्पादित होंगे। घर में कोई शुभ कार्य होगा। प्यार करने वालों के लिए भी बहुत सुनहरा समय है, वैवाहिक बंधन में बंध सकते हैं। जमीन – जायदाद के मामलों में सफलता मिलेगी। राशिफल 2015 के मुताबिक़ नए घर तथा नए वाहन का योग बन रहा है।
आधा वर्ष बीत जाने पर समय थोड़ा प्रतिकूल होगा। कामुकता बहुत अधिक हो सकती है। अनैतिक कार्यों में रूचि बढ़ सकती है जिसके कारण अपमान की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अतः मन पर नियंत्रण रखें। आँख और पेट सम्बन्धी रोग उभर सकता है अतः इन मामलों अधिक सावधानी की जरुरत है।
मकर भविष्यफल 2015 के अनुसार पारिवारिक दृष्टिकोण से वर्ष का प्रथम भाग अनुकूल रहेगा। परिवार में सुख और शान्ति बनी रहेगी। इस साल राहु आपके धर्म स्थान पर है अत: धार्मिक यात्रा के योग बने हुए हैं। यदि आप चाहें तो मकर राशिफल 2015 का सुझाव है कि अपने परिजनों को भी साथ ले जा सकते हैं। घर परिवार में शुभ कृत्य का आयोजन होगा। लेकिन साल के दूसरे भाग में बृहस्पति आपके आठवें भाव में रहेगा अत: पारिवारिक जीवन को लेकर मन कुछ अप्रसन्न रह सकता है अथवा किसी परिजन को लेकर चिंताएं रह सकती हैं।
मकर जातक आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए अपने घर या कार्यालय में बने पूजा घर में श्री यंत्र की स्थापना कर उसकी पूजा कर सकते हैं एवं हर रोज उसके सामने बैठकर श्री सूकत का पाठ करें। इस उपाय की मदद से आपको हमेशा सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी। इससे अन्य क्षेत्रों में भी लाभ प्राप्त होगा। स्वास्थ्य के मामले में यह वर्ष काफी सकारात्मक नजर आ रहा है। हालांकि, मौसमी बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं। मधुमेह पीड़ित जातकों को वर्ष की पहली तिमाही में सावधान रहने की जरूरत है।
विवाहित एवं अविवाहित जातकों के लिए जुलाई 2015 तक का समय बहुत अच्छा है। प्रेमी जातकों के लिए शुक्र काफी फलदायी साबित होने वाला है। शिक्षा के मामले में 18/05/2015 से 16/06/2015 के दौरान काफी सावधान रहने की जरूरत है।
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया रहेगी :— नहीं है।
आपका नकारात्मक पक्ष:—-अहंकार और कामुकता।
आपका सकारात्मक पक्ष:— जुझारूपन।
आपका भाग्यांक :— 6
क्या रखें सावधानी: व्यसन से।
क्या करें परहेज़: रंग – पीले और लाल रंग से। यात्रा – उत्तर – पूर्व।
केसा हो आपका आहार में परहेज – मीठी गरिष्ठ वस्तुओं के सेवन से।
संगत में किसका करें परहेज – अपने सेवादारों से।
===मकर राशि के राशिफल 2015 के उपाय:-
—आसमानी रंग वाले श्री गणेशजी की आराधना करनी चाहिए।
—–हाथी को मोदक या गुड़ रोटी खिलाएं व 108 दूर्वा चढ़ावें।
—-भगवान शिव को दही, शहद, गन्ने का रस और घी का अर्पण करें, जिससे आपकी समृद्धि बढ़ेगी।
—–हर शनिवार बंदरों को खाना खिलाएं।
=== चूँकि शनि आपकी राशि का स्वामी है। इसलिए इस मंत्र का जाप करें –
।। नीलांजन समाभासम् रविपुत्रं यमाग्रजम्
छायामार्तंड संभूतम् तं नमामि शनैश्चरम्।।
—गुरु और राहु सम्बन्धी दान, राहु की शांति और शिव उपासना।
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कुंभ राशि (Aquarius) :—-
मंत्र :-
अलसत्तासहितोडन्यसुतप्रियः कुशलताकलितोडतिविचक्षणः ।
कलशगामिनि शीतकरे नमः प्रशमितः शमितोरुरिपुवजः ।।
अर्थ :- कुंभ स्थित चंद्र में जन्म लेने वाला आलसी, दूसरे के संतानों पर प्रेम रखने वाला, कार्य में कुशल- पंडित, शांत और शत्रु को जीतने वाला होता है।
कुम्भ राशि का राशिफल 2015 – कुम्भ राशि का भविष्यफल—
कुम्भ राशिफल 2015 के अनुसार इस साल शनि आपके दसवें भाव में है, और राहु आठवें भाव में गोचर करेगा। जबकि केतु आपके दूसरे भाव में रहने वाला है। वहीं बृहस्पति साल के पहले भाग में आपके छठे भाव स्थान में रहेगा जबकि साल के दूसरे भाग में आपके सप्तम भाव में गोचर करेगा। राशिफल 2015 के अनुसार आपकी राशि वालों के लिए पूरे वर्ष केतु द्वितीय, राहु अष्टम, शनि शत्रु राशि में दशम भाव तथा गुरु छठे भाव(आधे वर्ष) में रहेंगे अतः यह वर्ष काफी परेशानियों भरा रहने वाला है।
इस वर्ष कुंभ जातकों को अपनी नौकरी में बदलाव देखने को मिलेंगे। हालांकि, इससे आर्थिक तौर पर किसी प्रकार का फायदा हो, ऐसा कहना मुश्किल है। शनि के प्रभाव के कारण व्यवसाय में प्रगति की चाल धीमी होने की संभावना है। इस चुनौतीपूर्ण समय से बचने के लिए आपको श्री हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए।
आर्थिक मामलों के लिए यह समय काफी दुविधाजनक है क्योंकि आर्थिक मामलों से संबंधित घर के अंदर से केतु गुजर रहा है, जो आपके रास्ते में अड़चन पैदा करेगा। कुम्भ राशि के जातकों के लिए केतु, राहु तथा गुरु की स्थिति के कारण लगभग पूरे वर्ष अचानक घटना – दुर्घटना, धन हानि, स्वास्थ्य समबन्धी समस्या तथा शत्रुओं से परेशानी का योग बना रहेगा। अतः विषम परिस्थितियों में भी साहस बनाये रखना होगा। भविष्यफल 2015 कहता है कि अपने स्वास्थ्य का ध्यान पहले से ही रखें। किसी करीबी से धोखा मिल सकता है अतः आँख बंद करके किसी विश्वास ना करें। उत्तेजना और क्रोध में कोई भी निर्णय ना लें। सुदूर यात्रा (विदेश) का योग बन रहा है। विदेशी कारोबार से जुड़े लोंगो को अच्छा लाभ का योग है। पिता और उच्च अधिकारीयों का सहयोग मिलेगा। कुछ गुप्त शत्रु नुकसान पहुंचा सकते हैं अतः सतर्क रहें।
स्वास्थ्य के मामले में आपको किसी प्रकार की गंभीर बीमारी प्रभावित नहीं करेगी। हालांकि, ग्रहों के परिवर्तन के कारण आप मौसमी बीमारियों की चपेट में बहुत जल्द आ सकते हैं, लेकिन शीघ्र ही आप स्वस्थ भी हो जाएंगे। इसके अलावा, आपको 04/04/2015 तथा 8/09/2015 तारीख के आस-पास संभलकर रहने की सलाह है।
वैवाहिक जीवन के लिए आने वाला समय काफी शुभ है।वैवाहिक जीवन के लिए आने वाला समय काफी शुभ है। ग्रहीय स्थिति देखने के बाद कहते हैं कि जिन विवाहित जातकों की रिश्ते संबंधी बात आगे न बढ़ती हो, उनको चिंतित होने की जरूरत नहीं, क्योंकि 14/07/2015 के बाद का समय गुरू महाराज की कृपया के कारण बहुत अच्छा है। इस कारण आपको सुंदर जीवन साथी मिलने की संभावना है।
ग्रहीय स्थितियां देखने के बाद शिक्षा के मामले में आपको इस वर्ष विशेषकर 24/08/2015 से 29/10/2015 की अवधि के दौरान सचेत रहने की सलाह देते हैं।
कुम्भ भविष्यफल 2015 के मुताबिक़ पारिवारिक मामलों में यह वर्ष मिश्रित फलदायी रहेगा। वर्ष के पहले भाग में केतु और बृहस्पति दोनो का गोचर अनुकूल न होने के कारण घरेलू व पारिवारिक जीवन में कुछ विसंगतियां रहने के योग हैं। अथवा परिवार के किसी सदस्य को लेकर मन में चिंता रह सकती है। लेकिन वर्ष के दूसरे भाग में परिवार में कोई मांगलिक कार्य होने के भी योग बनेंगे। परिवार के विरोध दूर होंगे और परिवार के लोगों का व्यवहार आपके प्रति बहुत अच्छा हो जाएगा। मित्रों और हितैषियों से मदद मिलेगी।
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया हैं : नहीं है।
आपका नकारात्मक पक्ष: बिना सोचे समझे बोलना।
आपका सकारात्मक पक्ष: स्वपराक्रम।
आपका भाग्यांक (लकी नंबर):— 3
क्या रखें सावधानी: जब – जब चन्द्रमा आपके दूसरे और अष्टम भाव में आये, विशेष कर पूर्णिमा को।
इनका रखें परहेज़: रंग – लाल, सिंदूरी और गुलाबी रंग से।यात्रा – उत्तर।
केसा हो आपका आहार में परहेज – मीठी गरिष्ठ वस्तुओं और रात में दूध के सेवन से। संगत में परहेज – अपने क़रीबी।
==== कुम्भ राशि वाले यह करें राशिफल 2015 के उपाय:—-
—-भोजन में काला नमक और काली मिर्च का प्रयोग करें।
—-शनि कवच और शनि स्तोत्र का पाठ करें।
—-काले उड़द जल में प्रवाहित करें।
—-अर्गला स्तोत्र कवच का नियमित पाठ और शिव उपासना।
—–घर में नीले परदे और चादरों का प्रयोग करें।
—–रुद्राक्ष या स्फटिक से बानी माला धारण करें.
—–आप यह मंत्र उच्चारण भी कर सकते हैं –
।। अनंतं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कंबलं, शंखपालं धार्तराष्ट्रं तक्षकं कालियस्तथा, एतानी नवनामामिनागानां च महात्मनः सायंकाले पठेन् नित्यं प्रातः काले विशेषतः तस्य विषभयं नामि सर्वत्र विजयी भवेत्।
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मीन राशि (Pisces) :—–
मंत्र :-
शशिनि मीनगते विजितेन्द्रियो बहुगुणः कुशलो जलालाकसः
विमल धीः किल शस्त्रकलादरस्तबलताबलता कलितो नरः ।।
अर्थ—-मीन राशिगत चंद्र में जन्म लेने वाला इन्द्रियों को जीतने वाला, गुणवान, चतुर, जलक्रिया का शौकीन, निर्मल बुद्धिवाला, शस्त्रकला में निपुण लेकिन दुर्बल देहवाला होता है।
मीन राशि का राशिफल 2015 – मीन राशि का भविष्यफल —-
आपकी जन्म राशि के अनुसार विद्या, अभ्यास, संतान से संबंधित मामलों में आपको 2015 में अनुकूलता रहेगी। वैवाहिक जीवन से संबंधित मामलों में गणेशजी आपको थोड़ी विशेष सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। यदि आप मनचाही सफलता प्राप्त करने की सोच रहे हैं, तो इस वर्ष आपको अधिक मेहनत करने की जरूरत होगी।
मीन राशिफल 2015 के अनुसार इस साल शनि आपके नवमें भाव में है, और राहु सातवें भाव में गोचर करेगा। जबकि केतु आपके पहले भाव में यानी कि राशि में ही रहने वाला है। वहीं बृहस्पति साल के पहले भाग में आपके पंचम स्थान में रहेगा जबकि साल के दूसरे भाग में आपके छठे भाव में गोचर करेगा…
आपकी जन्म राशि के अनुसार विद्या, अभ्यास, संतान से संबंधित मामलों में आपको अनुकूलता रहेगी। वैवाहिक जीवन से संबंधित मामलों में गणेशजी आपको थोड़ी सी विशेष सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। इस वर्ष आपको अधिक मेहनत करने की जरूरत रहेगी, यदि आप मनचाही सफलता प्राप्त करने की सोच रहे हैं।
आर्थिक मामलों के संबंध में यह वर्ष अधिक नकारात्मक नहीं है। अगस्त 2015 के बाद नौकरी परिवर्तन की संभावना है। इस समय आप आर्थिक उन्नति की उम्मीद कर सकते हैं। जो जातक व्यवसाय से जुड़े हुए हैं, उनको मिश्रित परिणाम मिलने की उम्मीद है। हालांकि, बहुत बड़ा फेरबदल होने की संभावना नहीं है।
स्वास्थ्य के मामले में यह वर्ष अधिक बेहतर नहीं है। आपको एक के बाद एक तकलीफ होने की संभावना है। हालांकि, आपकी मेडिकल जांच रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की शिकायत सामने नहीं आएगी।
आपको शिवजी की पूजा तथा उनको काला तेल अर्पण करने की सलाह देते हैं। प्रेम-संबंध के लिए वर्ष की पहली छमाही काफी बेहतर है। इस समय यदि आप किसी प्रियजन के सामने अपने प्रेम का प्रस्ताव रखते हैं तो सकारात्मक जवाब मिलने की संभावना है। प्रेम संबंध के लिए समय काफी बेहतर नजर आ रहा है। गणेशजी सलाह देते हैं कि अगर आपको कोई व्यक्ति पसंद है, एवं आप उसको अपने दिल की बात अब तक बता नहीं पाए हैं तो आप जुलाई मध्य तक अपनी बात कह सकते हैं, क्योंकि समय अनुकूल है। हालांकि,विवाहित जातकों के लिए यह समय काफी चुनौतीपूर्ण साबित होने वाला है, क्योंकि राहु जैसा पापी ग्रह आपके भागीदारी से संबंधित स्थान से परिभ्रमण कर रहा है। इसके अलावा यदि आप हिस्सेदारी में कारोबार करते हैं, तो परेशानी का सामना करने के लिए तैयार रहें।
हालांकि, विवाहित जातकों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, छात्र वर्ग के लिए समय काफी अनुकूल है।मीन भविष्यफल 2015 के मुताबिक़ पारिवारिक दृष्टिकोण से वर्ष का प्रथम भाग अनुकूल रहेगा। परिवार में सुख और शान्ति बनी रहेगी। इन सबके पीछे आपका भी बड़ा श्रेय रहेगा। क्योंकि आप भी बहुत से ऐसे कामों को अंजाम देने वाले हैं जो पारिवारिक जीवन के लिए हितकर हों।
आप परिवारजनों के साथ आप किसी धार्मिक स्थल की यात्रा कर सकते हैं। घर परिवार में शुभ कृत्य का आयोजन होगा। लेकिन साल के दूसरे भाग में पारिवारिक जीवन को लेकर मन कुछ अप्रसन्न रह सकता है। इस समय बड़े बुजुर्गों के स्वास्थ्य का खयाल रखना भी जरूरी होगा।
क्या आपको शनि साढ़े साती /ढैया रहेगी :— नहीं है।
आपका नकारात्मक पक्ष: दूषित वाणी और आवेश।
आपका सकारात्मक पक्ष: आत्मबल।
आपका भाग्यांक (लकी नंबर):— 4
क्या रखें सावधानी:— जीवनसाथी से सम्बन्ध को लेकर।
किनसे रखें परहेज़: रंग – भूरे और काले रंग से।यात्रा – दक्षिण – पश्चिम।
केसा हो आपका आहार में परहेज – पीली और मीठी वस्तुओं से।
किनकी संगत में से परहेज – नए स्त्री या पुरुष के साथ संबंधों से।
====मीन राशि के राशिफल 2015 के उपाय—
—-गुरु गृह के अनिष्ट निवारण के लिए जल में हल्दी या पीला चन्दन तथा पीला फूल डालकर 9 या दिन 21 दिन स्नान करें।
—–गुरूवार को साईंबाबा या गुरु दत्तात्रेय की पूजा करें।
—–आर्थिक प्रगति कर लिए ‘विष्णुसहस्रनाम’ का पाठ करें।
—राहु की शांति और दान तथा विष्णु सहस्त्र नाम का जप से लाभ ।
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अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें—-
ज्योतिषाचार्य पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री
मोब.–09669290067–M.P. –.–RAJ.