राजीव जी के जन्मदिवस/सद्भावना दिवस पर विशेष—
आज राजीव गांधी की पुण्य तिथि हें…हमें सद्भावना दिवस पर राष्ट्रीय एकता, सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए जाति नस्ल, धर्म क्षेत्रीयता व भाषा के संकीर्ण विचारों को खत्म करने का प्रण लेना चाहिए।
वैसे इस देश की परंपरा रही है कि मर जाने के बाद आदमी कैसा भी हो उसके अच्छे कार्यों का उल्लेख किया जाता है। हम भी राजीव गांधी को हार्दिक श्रद्धांजलि व्यक्त करते हैं। ये सारी बातें हम राजीव गांधी के द्वारा देश को दिए गए कंप्यूटर क्रांति की बदौलत ही कर रहे हैं। स्व. राजीव गांधी ने कभी राजनीति को भोग की वस्तु नहीं समझा और आम आदमी के बीच रहकर समाजसेवा की।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय, राजीव गांधी ने इस देश को कंप्यूटर क्रांति, पंचायती राज के क्षेत्र में पहुंचाया, इसमें कोई शक नहीं है ।स्व. राजीव गांधी ने समाज, देश व जनकल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। राजीव जी ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में देश में विज्ञान क्रांति लाने का प्रयास किया।
देश में कम्प्यूटर प्रणाली लाने वाले पहले नेता राजीव गांधी थे। उन्होंने कहा कि स्व. राजीव गांधी ने देश की युवा शक्ति को पहचाना और उसे देश की तरक्की में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।राजीव गांधी भारत के महान सपूत एवं महान देशभक्त थे।
राजीव गांधी देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे और वे युवा शक्ति के महत्व को भलीभांति समझते थे। उनका मानना था कि राष्ट्र का भविष्य देश के युवाओं के मजबूत कंधों पर निर्भर करता है। स्व. राजीव गांधी पंचायती राज संस्थाओं के सबसे बड़े परोपकारी थे जिसके कारण आज ग्रामीण भारत भी प्रगति पर अग्रसर है।
देश की उन्नति में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का महत्वपूर्ण योगदान है, जिसके चलते भारत विश्व में महान शक्ति के रूप में उभर कर सामने आया है। सरकार द्वारा उनके नाम पर अनेक कल्याणकारी योजनाएं आरंभ की गई हैं। पंचायती राज संस्थाओं को मिले अधिकार उनकी ही देन हैं।

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