मेरा सप्रेम /सादर निवेदन/अपील/निवेदन/प्रार्थना…..
## जेसा की आप सभी जानते हें की में समय-समय पर आप सभी की जानकारी के लिए/सूचनार्थ अपने फेसबुक वाल/स्टेटस के साथ साथ अपने ब्लोग्स एवं ऑरकुट तथा अन्य स्थानों पर भी निकट/आगामी भविष्य/समय में होने वाले ज्योतिष इवेंट्स/सम्मेलनों की प्रसारित/प्रकाशित करता रहता हूँ….उसका अनेक विद्वान् लाभ भी उठाते हें…
अब परेशानी/समस्या यह हें.की अनेक भाग लेने के इच्छुक विद्वान् गण मुझे फोन करके यह जानना चाहते हें/पूछते हें की क्या में भी किसी /फला सम्मलेन/इवेंट में भाग लेने वाला हूँ क्या..???
बतोर लेखक/पत्रकार/संपादक …इस प्रकार कार्य करना मेरा फर्ज हें…ताकि आप सभी को सूचना सही और समय पर मिलाती रहे..
क्या यह जरुरी हें की में भी इन सभी सम्मेलनों/इवेंट्स में भाग लूँ…????
मेरी व्यक्तिगत मज़बूरी/व्यस्तता या कोई अन्य कारण भी हो सकता हें ना ..!!!!
मुझे बहुत बुरा लगता हें जब किसी सम्मलेन/आयोजन/इवेंट्स में मेरे नहीं जाने के कारण मेरा परिचित अन्य विद्वान् भी उसमे भाग लेने नहीं जाते हें..और फिर बदनामी का ठींकरा मेरे सर फूटता हें की पंडित दयानंद ने यह सब किया हें..
## आप सभी महानुभावो से मेरी करबद्ध विनती/अपील /प्रार्थना हें की कृपया/प्लीज ऐसा नहीं किया करें..
===जो भी लोग ऐसे आयोजन करते हें वे लोग मेरे से बिना वजह नाराज/रुष्ट हो जाते हें..जबकि मेने कुछ किया नहीं होता हें…उनकी नाराजगी/दुश्मनी/गुस्सा..मुझे अनेक स्तर/जगहों पर झेलनी/उठानी पड़ती हें…
तो आप सभी ध्यान रखें की भविष्य में मुझे बाध्य नहीं करें और इन सभी सम्मेलनों में अपनी बुद्धि/विवेक से निर्णय लेकर भाग लीजिये ….भाग लेने से पूर्व आयोजक/संयोजक से बातचीत करके/संतुष्ट होकर ही जाया करें..
किन्तु मुझे माफ़ कीजियेगा….
### विशेष अपील–कृपया इस सम्बन्ध मुझसे किसी भी प्रकार का संपर्क /मशवरा/राय लेकर मुझे खतरे/धर्मसंकट में नहीं डाले..
आप सभी का आभार/धन्यवाद/साधुवाद…..
Thank you very much .
सदेव आपका अपना—
पंडित दयानन्द शास्त्री
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Thanks
धन्यवाद..प्रतीक्षारत…
आपका अपना —
पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री ..
. —.9669.90067 (M.P.)
—. (राजस्थान )