गृहारम्भ/नीव मुहूर्त मुहुर्त—
गृहारम्भ/नीव मुहूर्त मुहुर्त का निर्धारण रोगबाण, भद्रा एवं कुयोग का ध्यान रखते हुए किया गया है। सूर्य उत्तरायण होने पर गृहारम्भ शुभ माना गया है। अतः यहां पर जो भी मुहुर्त दिये गये है उनमें इन सभी बातें का ध्यान रखा गया है।
दिनांक तिथि वार नक्षत्र समय से समय तक टिप्पणि—
..-02-20.2 दशमी वृहस्पतीवार रोहिणी 08:45 10:1. मध्यम
03-02-2012 एकादशी शुक्रवार रोहिणी, मृगिशिरा 08:40 10:08 मध्यम
01-03-2012 अष्टमी वृहस्पतीवार रोहिणी 11:55 14:09
05-03-2012 द्वादशी सोमवार पुष्य गोधुली वेला
10-03-2012 द्धितिय शनीवार हस्ता 10:55 13:09
12-03-2012 चतुर्थी/पंचमी सोमवार स्वात्याम् 11:14 13:28
यहाँ पर दिये गये मुहर्त पंचांग पर आधारित है। अतः आप सभी मुहुर्त में अक्षांस एवं देशान्तर के हिसाब से स्थानीय समय जोड़ लें।
जब निमार्ण ज्यादा जरूरी हो तभी मध्यम तिथि में गृहारम्भ की शुरूआत करें।
अगर इस ब्लॉग/चार्ट पर उपलब्ध किसी मुहुर्त के प्रमाणिकता पर संदेह है तो हमें अवश्य लिखें ।
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