यदि आपके घर/आवास/मकान में कोई भी समस्या/परेशानी तो अपनाएं ये वास्तु उपाय/ टिप्स …—
अपना मकान बनाते समय भूल या परिस्थितिवश कुछ वास्तुदोष रह जाते हैं। इन दोषों के निवारण के लिए यदि आप बताए जा रहे उपाय कर लें, तो बिना तोड़-फोड़ के ही वास्तुजनित दोषों से निजात पा सकते हैं। हमारे घरों में सभी सुख-सुविधा का सामान है,परन्तु शान्ति पाने के लिए तरस जातें हैं|वास्तु शतर द्वारा घर में कुछमामूली बदलाव कर समस्याओं को दूर कर आप घर एवं बाहर शान्ति का अनुभव कर सकते हैं|
—–यदि आपके मकान के सामने किसी प्रकार का वेध यानी खंभा, बड़ा पेड़ या बहुमंजिला इमारत हो तो इसकी वजह से आपका स्वास्थ्य या आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। यदि वेघ दोष हो तो निम्न उपाय करना कारगर होगा—
—-अपने मकान के सामने लैम्प पोस्ट लगा लें। यदि यह संभव नहीं हो, तो घर के आगे अशोक का वृक्ष और सुगंधित फूलों के पेड़ के गमले लगा दें। तुलसी का पौधा स्वास्थ्य के लिए शुभ होता है।
—–घर के मुख्यद्वार के दोनों और पत्थर या धातु का एक-एक हाथी रखने से सौभाग्य में वृद्धि होती है|
—–भवन में आपके नाम की प्लेट को बड़ी एवं चमकती हुई रखने से यश की वृद्धि होती है|
—–स्वर्गीय परिजनों के चित्र दक्षिणी दीवार पर लगाने से उनका आशीर्वाद मिलता रहता है|
——विवाह योग्य कन्या को उत्तर-पश्चिम के कमरे में सुलाने से विवाह शीघ्र होता है|
—–किसी भी दूकान या कार्यालय के सामने वाले द्वार पर एक काले कपड़े में फटकरी बांधकर लटकाने से बरकत होती है|धंधा अच्छा चलता है|
—–दुकान के मुक्ष्य द्वार के बीच निम्बू व हरी मिर्च लटकाने से नज़र नहीं लगती है|
—–घर में स्वास्तिक का निशाँ बनाने से नेगटिव उर्जा का क्षय होता है|
—–किसी भी भवन में प्रात:व सायंकाल को शंख बजाने से गनाय्नों में कमी होती है|
—–घर के उत्तर पूर्व में गंगा जल रखने से घर में सुख सम्पन्नता आती है|
—–पीपल की पूजा करने से श्री तथा यश की वृद्धि होती है|इसका स्पर्श मात्रा से शरीर में रोग प्रतिरोधक तत्वों की वृद्धि होती है|
—–मुख्य द्वार में आम,पीपल,अशोक के पत्तों का बन्दनवार लगाने से वंश वृद्धि होती है|
—-यदि कोई बहुमंजिली इमारत आपके सामने हो, तो फेंगशुई के अनुसार अष्ट कोणीय दर्पण, क्रिस्टल बाल तथा दिशा सूचक यंत्र लगा सकते हैं।
—-बड़ा गोल आईना मकान की छत पर ऎसे लगाएं कि मकान की संपूर्ण छाया उसमें दिखाई देती रहे।
—–यदि मकान के पास में फैक्टरी का धुआं निकलता हो, तो एग्जास्ट पंखा या वृक्ष लगा लें।
—-यदि मकान में बीम ऎसी जगह हो जिसके कारण आप मानसिक तनाव महसूस करते हो तो बीम से उत्पन्न होने वाले दोषों से बचाव के लिए यह उपाय अपना सकते है।
—–शयनकक्ष में बीम हो, तो इसके नीचे अपना बैड या डाइनिंग टेबल नहीं लगाएं। यदि ऑफिस हो तो मेज व कुर्सियां नहीं रखें।
—-बीम के दोनों ओर बांसुरी लगा दें। इससे वास्तुदोष निवारण हो जाता है।
—-पवन घंटी बीम के नीचे लटका दें या बीम को सीलिंग टायलस से ढक दें।
—-बीम के दोनों ओर हरे रंग की गणपति प्रतिमा लगा दें। यह वास्तु दोषनाशक मानी जाती है।
—यदि मकान का कोई कोना आपके मुख्य द्वार के सामने आए, तो स्पॉट लाइट लगाएं। जिससे प्रकाश आपके घर की ओर रहे तथा सीधा ऊंचा वृक्ष बीच में लगा दें।
—-शयनकक्ष में घी का दीपक व अगरबत्ती करें जिससे मन प्रसन्न रहे। इस बात का घ्यान रखें कि झाड़ू शयनकक्ष में नहीं रखें।
—-यदि मकान में दिशा संबंघी कोई दोष हो तो इससे बचने के लिए ये उपाय करने से लाभ मिलना संभव है।
—-मकान में मुख्य द्वार पर देहरी बना लें। इससे बुरे व अन्य दोष घर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं।
—-ईशान कोण के दोष के लिए इस दिशा में पानी से भरा मटका रखें। इस कोण को साफ-सुथरा रखे।
—-अग्नि कोण दोष निवारण के लिए कोने में एक लाल रंग का बल्ब लगा दें जो दिन-रात जलता रहे।
—–वायव्य कोण दोष निवारण के लिए इस ओर की खिड़कियां खुली रखें, ताकि वायु आ सके। एजॉस्ट पंखा भी लगा सकते हैं।
—–नैऋत्य कोण दोष निवारण के लिए इस कोने को भारी बनाएं। स्टोर बनाना यहां शुभ होता है।
—–शयनकक्ष में दर्पण का प्रतिबिंब पलंग पर न पड़े तथा डबल बेड पर एक ही गद्दा रखें, तो ठीक रहेगा।
—–पति-पत्नी में प्रेम के लिए प्रेमी परिंदे का चित्र या मेडरिन बतख का जोड़ा रखें अथवा सपरिवार प्रसन्नचित मुद्रा वाला चित्र लगाएं।
——डायनिंग टेबल को प्रतिबिंबित करने वाला आईना आपके सद्भाव व भाग्य में वृद्धि करता है, इसे लगाएं।