भक्त हनुमान से काम में लगन और समर्पण, दास हनुमान विनम्रता और वीर हनुमान से पुरुषार्थ, बल, निडरता के गुण सुनिश्चित कामयाबी के महत्वपूर्ण सूत्र हैं। ऐसे ही श्री हनुमान के अन्य रूप भी प्रेरणादायी है।
हिन्दू धर्मग्रंथ रामायण में भी श्री हनुमान द्वारा बेजोड़ शक्तियों और गुणों से पाई अनेक सफलताओं का वर्णन है। विशेष कर माता सीता की खोज के दौरान किए गए अद्भुत कार्य अतुलनीय हैं। श्री हनुमान चरित्र और प्रसंगों को ध्यान कराते ऐसे ही हनुमान मंत्र शास्त्रों में बताए गए हैं, जिनका हर रोज स्मरण किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिये असरदार माने गए हैं।
जानते हैं ऐसे ही हनुमान मंत्र और पूजा के सरल विधि –
– धार्मिक महत्व की दृष्टि से मंगलवार, शनिवार या हर रोज तन, मन और व्यवहार में पवित्रता के साथ इन हनुमान मंत्रों का स्मरण करने पर इच्छाशक्ति मजबूत होती है और आत्मविश्वास बढ़ता है।
– प्रात: स्नान कर श्री हनुमान की पूजा सिंदूर, अक्षत, फूल अर्पित कर करें। श्री हनुमान को गुड़-चने का भोग लगाएं, नारियल चढ़ाएं। गुग्गल या सुंगधित धूप बत्ती और दीप जलाकर नीचे लिखें हनुमान मंत्रों का जप करें –
ॐ कुमार ब्रह्मचारिणे नम:
ॐ सीताशोक विनाशकाय नम:
ॐ लंकिनीभञ्जनाय नम:
ॐ सिंहिका प्राण भन्जनाय नम:
ॐ रामचूडामणि प्रदायकाय नम:
ॐ महिरावण मर्दनाये नम:
इन मंत्रों के जप के बाद हनुमान आरती कर प्रसाद ग्रहण करें। अच्छी सोच, व्यवहार के संकल्प और हनुमान नाम स्मरण कर काम पर निकलें।