बेचारा मर्द.—   और  —पत्नी-चालीसा—

मित्रों   ..कल मुझे दो एस.एम्.एस. प्राप्त हुए..
प्रेषक—-(सुरेश कुमार सोनी–जोधपुर—.94.4411.57 )—
दोनों..आपके सामने प्रस्तुत हे…आप ही निर्णय करें—–
०१..— बेचारा मर्द….
  अगर ओरत पर हाथ उठाये तो जालिम…
  ओरत से पिट जाएँ तो बुझदिल…
  ओरत को किसी के साथ देखकर लडाई करे तो इर्शालु  …
  चुप रहे तो बेगेरत…
घर से बहार रहे तो नाकारा…
बच्चो को दांते तो जालिम…
न दांते तो लापरवाह…
ओरत को नोकरी से रोके तो दकियानूसी..
न रोके तो ओरत की कमाई खाने वाला…
माँ की माने तो माँ का चमचा…
बीबी की सेने तो जोरू का गुलाम..
न जाने कब  आएगा..?????
हेप्पी..मेन्स  डे..!!!!!!!
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०२.—पत्नी-चालीसा—-
नमो-नमो पत्नी महारानी—
तुम्हारी महिमा कोई न जनि—-
हमने समझा तुम अबला हो—-
पर तुम सबसे बड़ी बाला हो—
जिस दिन बेलन हाथ में आवे—
उस दिन पति बहुत चिल्लावे—
सारे बेड पर पत्नी सोवे —- …
पति बेठ फर्श पर रोवे—-
तुमसे ही घर मथुरा कशी—
और तुमसे ही घर सत्यानाशी—-
पत्नी चालीसा जो नर गावे—
सब सुख छोड़ परम दुःख पावे— 
भुत पिचास नजर न आवे–
पत्नी जब असली रूप में आवे…—
बोलो पत्नी महारानी की जय..—
प्रेषक—-(सुरेश कुमार सोनी–जोधपुर—09414411357 )— 

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