जियो मगर दिल से…
उम्र-ए-दराज़ माँग के लाए थे चार दिन
दो आरजू में कट गए, दो इंतज़ार में …
अक्सर हमारी जिंदगी ऐसे ही किसी शेर का एक एग्जाम्पल बनकर रह जाती है। लेकिन जिंदगी का ये अंजाम देखा जाए तो जिंदगी की तौहीन है। जिंदगी को काटने की बजाए हमें उसे जी भरकर जीना सीखना चाहिए।
हर दिन नया दिन
समय की कीमत पहचानिए और जिंदगी के हर पल को भरपूर जीने की कोशिश कीजिए। याद रखिए बीता हुआ कल जल चुके पटाखे की तरह होता है व आने वाला कल बिना छूटे पटाखे की तरह, जबकि हमारा आज आसमान में रंग बिखेर रही आतिशबाजी जैसा होता है। इसलिए उसका मजा उसी पल लीजिए।
जो हुआ अच्छा हुआ
जिंदगी के हर पल को इसी अंदाज़ के साथ जिएँ। आप जैसे हैं उसमें ही संतुष्ट रहें। हाँ, नई चीजें सीखने से पीछे न हटें, लेकिन खुद को बदले बगैर। याद रखिए हर एक व्यक्ति किसी न किसी गुण से सजा होता है।
नेकी कर…
दूसरों से हमेशा आशा या अपेक्षा करना हमारे लिए नुकसानदायक है। आप सिर्फ अपनी तरफ से दूसरों के साथ अच्छाई कीजिए और भूल जाइए, बदले में किसी भी तरह के व्यवहार को। यह चीज आपके मन को शांति देगी।
हेल्थ का बैंक बैलेंस
नियमित व्यायाम, दिनचर्या और संतुलित खान-पान आपकी उम्र के बढ़ने की गति को कम करता है। इस बारे में गंभीरता से सोचें। साल में एक बार नियमित जाँच करवाएँ। चिकित्सक द्वारा बताई गई औषधियाँ समय पर लें और उसके द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। स्वास्थ्य बीमा जैसी सुविधाओं को जरूर अपनाएँ।
फिकर नॉट
अच्छी नींद, ईश्वर का ध्यान, खुलकर हँसना और संगीत से जुड़ना, ये सभी चीजें आपको तनाव से दूर रहने में मदद करेंगी। ईश्वर के ध्यान से मतलब केवल आस्था रखने से है, न कि किसी कर्मकांड में उलझने से। जब तनाव से दूर रहेंगे तो 6. की उम्र में भी जवाँ ही दिखेंगे।