हिन्दू धर्म मान्यताओं में सायंकाल यानी ढलती शाम का वक्त बहुत ही शुभ काल माना जाता है। देव उपासना परंपरा में यह प्रदोष काल, गोधूली बेला के रूप में भी धार्मिक, शुभ और देव पूजा कर्मों को करने के लिए श्रेष्ठ समय बताया गया है।
शास्त्रों के मुताबिक ऐसे ही पुण्यकाल में धन और ऐश्वर्य की देवी विष्णु पत्नी लक्ष्मी भ्रमण पर निकलती है। इसलिए घर-परिवार से कलह, दरिद्रता, रोग या आर्थिक तंगहाली को दूर करने के लिए ऐसे वक्त घर में दीप लगाना बहुत ही शुभ होता है। पवित्रता और प्रकाश खुशहाली का ही प्रतीक होता है। मान्यता है कि ऐसे स्थान और दीप ज्योति से माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर वहीं वास करने लगती है। परिवार धन की कमी से नहीं जूझता।
सायंकाल के वक्त यह मंत्र बोल घर के देवालय या पवित्र स्थान पर अक्षत यानी पूरे चावल पर रख माता लक्ष्मी या देव स्मरण कर दीपक प्रज्वलित करें –
दीपो ज्योति: परं ब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन:।
दीपो हरतु मे पापं सांध्यदीप नमोस्तुते।।
शुभं करोतु कल्याणमारोग्यं सुखसम्पदम्।
शत्रुबुद्धिविनाशाय च दीपज्योतिर्नमोस्तु ते।।