दिल की बीमारी खत्म कर सकता है यह तांत्रिक उपाय——
वर्तमान समय में सबसे अधिक लोग दिल की बीमारी(ह्रदय रोग) से परेशान हैं। इस रोग के कारण कई लोग असमय ही काल के ग्रास बन जाते हैं। वैसे तो चिकित्सा जगत ने इन रोगों पर काफी हद तक काबू पा लिया है लेकिन यदि उपचार के साथ-साथ कुछ साधारण तांत्रिक उपाय किए जाएं तो ह्रदय रोग शीघ्र ही ठीक हो जाते हैं। यह उपाय इस प्रकार हैं-
.- रोज सुबह श्रीआदित्य ह्रदयस्त्रोत का पाठ करें। सूर्य यंत्र का निर्माण करके तीन माला रोज नीचे लिखे सूर्य मंत्र का जप करें। ऐसा करने से ह्रदय रोग में काफी लाभ होगा।
——मंत्र- ऊँ घृणि: सूर्याय नम:
.- ह्रदय रोगी यदि पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करें तो भी काफी फायदेमंद होता है। रुद्राक्ष इस प्रकार धारण करें कि वह ह्रदय के पास रहे।
.- एक पानी से भरा तांबे के बर्तन लें। उसमें रात को पंचमुखी रुद्राक्ष डाल दें तथा सुबह खाली पेट बर्तन में भरा पानी पीएं। यह उपाय भी काफी कारगर है।
4- 43 दिनों तक नियमित रूप से तांबे का एक चौकोर टुकड़ा बहते जल में प्रवाहित करें। ह्रदय रोग ठीक हो जाएगा।
5- ह्रदय रोगी रविवार के दिन गाय को गुड़ तथा गेहूं खिलाएं। ऐसा करने से रोगी को काफी लाभ होगा।
वर्तमान समय में सबसे अधिक लोग दिल की बीमारी(ह्रदय रोग) से परेशान हैं। इस रोग के कारण कई लोग असमय ही काल के ग्रास बन जाते हैं। वैसे तो चिकित्सा जगत ने इन रोगों पर काफी हद तक काबू पा लिया है लेकिन यदि उपचार के साथ-साथ कुछ साधारण तांत्रिक उपाय किए जाएं तो ह्रदय रोग शीघ्र ही ठीक हो जाते हैं। यह उपाय इस प्रकार हैं-
.- रोज सुबह श्रीआदित्य ह्रदयस्त्रोत का पाठ करें। सूर्य यंत्र का निर्माण करके तीन माला रोज नीचे लिखे सूर्य मंत्र का जप करें। ऐसा करने से ह्रदय रोग में काफी लाभ होगा।
——मंत्र- ऊँ घृणि: सूर्याय नम:
.- ह्रदय रोगी यदि पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करें तो भी काफी फायदेमंद होता है। रुद्राक्ष इस प्रकार धारण करें कि वह ह्रदय के पास रहे।
.- एक पानी से भरा तांबे के बर्तन लें। उसमें रात को पंचमुखी रुद्राक्ष डाल दें तथा सुबह खाली पेट बर्तन में भरा पानी पीएं। यह उपाय भी काफी कारगर है।
4- 43 दिनों तक नियमित रूप से तांबे का एक चौकोर टुकड़ा बहते जल में प्रवाहित करें। ह्रदय रोग ठीक हो जाएगा।
5- ह्रदय रोगी रविवार के दिन गाय को गुड़ तथा गेहूं खिलाएं। ऐसा करने से रोगी को काफी लाभ होगा।