भारत में प्राचीन काल से ही शकुन-अपशकुन की कई मान्यताएं चली आ रही हैं। आज भी काफी लोग इन बातों में गहरा विश्वास रखते हैं। वहीं कुछ लोग आधुनिकता के दौर में इन्हें अंधविश्वास का नाम देते हैं लेकिन पुराने समय में ऋषि-मुनियों और विद्वानों ने इंसानों की सुविधा के लिए इस तरह के शकुन-अपशकुन खोजे थे। यह कई प्रकार की छोटी-छोटी बातें होती हैं जिनसे भविष्य में होने वाली शुभ या अशुभ घटनाओं की जानकारी मिल जाती हैं।
ज्योतिष के अनुसार जानवरों से जुड़े कई प्रकार के शकुन और अपशकुन बताए हैं। सामान्यत: सभी के घर के आसपास या बाजार में या रोड पर कुत्ता सहज ही दिख जाता है। अत: जानिए कुत्तों से जुड़े हुए कई प्रकार के शकुन और अपशकुन-
यदि किसी यात्रा पर जाते समय कुत्ता किसी अन्न के खेत में या फूलवारी या बगीचे में मूत्र त्याग करता दिख जाए तो समझना चाहिए कि आप जिस कार्य के लिए जा रहे हैं वह पूर्ण हो जाएगा।
कहीं जाते समय कोई कुत्ता गीले गोबर पर मूत्र त्याग करता दिखे तो समझों कि यात्री को अच्छा भोजन मिलने की संभावना है।
यदि कोई कुत्ता शमशान में या, कांटेदार पौधें में या पत्थर पर या लकड़ी पर मूत्र त्याग करता दिखाई दे तो इसका यही संकेत है कि व्यक्ति को आगे चलकर समस्याएं घेर लेंगी। कोई अशुभ घटना हो सकती है। अत: सावधान रहें।
कहीं जाते समय कोई कुत्ता खुजलाता हुआ दिखाई दे तो समझना चाहिए कि इस यात्रा या कार्य में शुभ परिणाम प्राप्त नहीं होंगे। अत: उस समय पुन: लौट जाना चाहिए। यदि कार्य अति आवश्यक हो तो सावधानी रखें।
यदि कोई कुत्ता ऊपर पैर करके लेटा हुआ दिखाई दे तो उस यात्रा या कार्य को कुछ समय के लिए रोक देना चाहिए।
यदि रास्ते में कुत्ते लड़ते हुए दिखाई दे तो उस दिन कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।