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आप हर सप्ताह अखबार या न्यूज चैनलों में अपनी राशि का भविष्य-फल देखते-पढ़ते हैं। आइए जानते हैं कि सप्ताह का राशिफल कैसे निकाला जाता है? सप्ताह का फलादेश मुख्यत: चंद्रमा के भ्रमण पर निर्भर रहता है। चंद्रमा सप्ताह भर में लग्न या राशि से जिस भाव में भ्रमण करता है, उस तरह से दैनिक/साप्ताहिक राशिफल निर्धारित किया जाता है।
चंद्रमा का विविध भाव में गोचर का फल :—
.. प्रथम भाव : भाग्योदय, उपहार प्राप्ति, धन लाभ, उत्तम भोजन, कार्य की सफलता।
.. द्वितीय भाव : मन में अस्थिरता, असंतोष, नेत्र विकार, व्यर्थ भागदौड़, अपव्यय।
.. तृतीय भाव : पराक्रम वृद्धि, धन लाभ, प्रसन्नता, सम्मान, उन्नति के अवसर मिलना
4. चतुर्थ भाव : दिनचर्या अस्तव्यस्त होना, व्यर्थ की भागदौड़ परिवार में विवाद, अनिद्रा
5. पंचम भाव : शोक, संतान से कष्ट, वायु विकार, धन हानि
6. षष्ठ भाव : धन लाभ, शत्रुओं पर विजय, पारिवारिक सुख-शांति, स्वास्थ्य लाभ
7. सप्तम भाव : धन लाभ, यश, स्त्री व वाहन सुख, समस्या समाधान
8. अष्टम भाव : कष्ट, कार्य में बाधाएँ, धन हानि, अस्वस्थता
9. नवम भाव : अपयश, राज्य भय, व्यर्थ प्रवास, व्यापार में असफलता
1.. दशम भाव : कार्य सिद्धि, सुख व लाभ की प्राप्ति, निरोगी काया
11. एकादश भाव : प्रसन्नता, धन लाभ, उत्तम भोजन व द्रव्य की प्राप्ति, परिजनों का सुख
12. द्वादश भाव : धन हानि, रोग, अपव्यय, दुर्घटना, वाद-विवाद
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कैसे जानें राशिफल :—
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