>आज पूर्णिमा हे आज सत्य नारायण व्रत हे, आज वे सभी जातक जिनकी कुंडली में केमद्रुम योग/ दोष हे , जिनका चंद्रमा दूषित हे या किसी पापी गृह के साथ हे या किसी पापी गृह की द्रष्टि चन्द्रमा पर हे या चंद्रमा की महादशा / अन्तेर्दशा / प्रत्यंतर चल रहा हो –वे सभी जातक किसी योग्य देवज्ञ/ ज्योतिषी से सलाह/ परामर्श/ मार्गदर्शन लेकर…मोती धारण करे चांदी में banvakar ( अंगूठी में या अर्धचन्द्राकार लाकेट बनवाकर गले मे धारण करें)..आज चंद्रमा का अभिषेक भी किया जा सकता हे रात्रि में.– किसी बड़े पात्र/ बर्तन. टब..adi / अन्य वस्तु में पानी/ जल भरकर उसे chhat पे/ खुले स्थान/ बालकनी- अर्थात इसे जगह पर रखे जहा पर उस पात्र/ बर्तन में चंद्रमा की छाया / प्रतिबिम्ब नजर आ सके..फिर दूध को “singi” (अभिषेक हेतु विशेष patr) में le कर अभिषेक करें–मंत्र हे–ॐ सोम somay नमः / ॐ चन्द्र चन्द्रमसे नमः / ॐ ऍम हीं सोमाय नमः / ॐ shraam श्रीं shroom सः chandaray नमः / कोई भी उपयुक्त मंत्र (मानसिक जप करते huye) का जप करते हुए chandrma का abhishek करें.. उस दूध में thoda सा दही, शहद, इत्र,घी भी मिला ले— ///अन्य उपाय इस प्रकार हे –चन्द्र यंद्र का निर्माण चांदी में करवाकर धारण करें..chandra गृह की शांति हेतु- दान करें–मोती,चीनी, चांवल, चांदी, घी, श्वेत वस्त्र, श्वेत गे, दूध से बनी मिठाई, खीर, ..आदि../ चद्र कवच का पाठ भी लाभदायक हे…कृपया उक्त सभी उपाय किसी योग्य ज्योतिषी / देवज्ञ /कर्मकांडी ब्राह्मन की देखरेख में ही संपन्न करवाएं..धन्यवाद