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Tag: पंडित दयानन्द शास्त्री

श्री कालिकाष्टकम–पवन तलहन —

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श्री कालिकाष्टकम--पवन तलहन --- ************************* श्री कालिकाष्टकम----- इस पाठ को जपने से महानता प्राप्त होती है और साधक के घर में आठों सिद्धियाँ वर्तमान रहती हैं! यह पाठ मच्छशंकराचार्य विरचित है! !!अथ कालिकाष्टकम!!  ध्यान---- गलद रक्त मुंडावली...

(NAGDEVATA & NAGPANCHAMI)नागदेवता–खींवराज शर्मा——–

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(NAGDEVATA & NAGPANCHAMI)नागदेवता--खींवराज शर्मा--------     हिन्दू धर्म मान्यता है कि पृथ्वी शेषनाग के सिर पर रखी है। इसलिए ऐसा माना जाता है कि पाप कर्म बढ़ते हैं तो शेषनाग क्रोधित होकर फन हिलाते...

मेरे विचार/सोच से क्या हे “फोकटिया” और क्यों..????

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मेरे  विचार/सोच से क्या हे "फोकटिया" और क्यों..????मित्रों...मेरे अपने पिछले पोस्ट/ब्लॉग में अनेक दफा "फोकटिया" शब्द प्रयोग किया हे..इसका अनेक पाठको ने विरोध भी किया ..मुझे भला-बुरा भी लिखा..अपशब्द भी लिखे...गली-गलीच...

आप सभी को’गुरु पूर्णिमा’ के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाये एवं बधाईयाँ

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गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्‍वरः । गुरु साक्षात्‌ परब्रह्म तस्मै श्रीगुरुवे नमः ॥"" गुरुपूर्णिमा के पावन पर्व पर सभी गुरुजनों को सादर चरण वंदन.. नमन.. अभिनन्दन .."  आप सभी को'गुरु पूर्णिमा' के पावन पर्व...

शुक्रिया..मेहरबानी,करम,नवाजिश…

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शुक्रिया..मेहरबानी,करम,नवाजिश...    आप सभी ने आज मेरे जन्म दिवस पर मेरे होने का एहसास करवाकर मुझे फिर से नया जन्म,नयी सोच और ताकत./ स्फूर्ति  दी हे उसके लिए...आभार/धन्यवाद/..मेरा  मन भर आया हे..आप सभी का...

****श्री रुद्राष्टकम******

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****श्री रुद्राष्टकम******  ******************* नमामीशमीशाननिर्वाणरूपं विभु व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपं! निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं  चिदाकाशामाकाशावासं भजेsहं!!१!! निराकारमोंकारमूलं तुरीयं गिरा ग्यान गोतीतमीशं गिरीशं! करालं महाकाल कालं कृपालं गुनागार संसार नतोsहं!!२!! तुषाराद्री संकाश गौरं गभीरं मनोभूत कोटिप्रभा श्री शरीरं! स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारु गंगा लसद्भालबालेन्दु कंठे भुजंगा!!३!! चलत्कुंडलं भ्रू सुनेत्रं विशालं प्रसन्नाननं...

“महामृत्युञ्जय शिव”…..(प्राणों के रक्षक)—

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"महामृत्युञ्जय शिव".....(प्राणों के रक्षक)शिव आदि देव है।शिव को समझना या जानना सब कुछ जान लेना जैसा हैं।अपने भक्तों पर परम करूणा जो रखते है,जिनके कारण यह सृष्टि संभव हो पायी है,वह...

गणेश का अर्थ और -गणेश पूजन —-

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गणेश का अर्थ  और -गणेश पूजन ---- श्री गणेश विध्नविनाशक हैं । सारे शुभ कार्यों में सबसे पहले पूजे जाते हैं इसलिए कि पूजक को कार्य में सफलता मिले और कार्य निर्विघ्न...

ज्योतिष प्रयोग भाग –1

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ज्योतिष प्रयोग भाग --1 ज्योतिष के संबंध में आपके लिए कुछ और जानकारी - किसी भी जन्म पत्री का फलित या उसके संबंध में जानकारी प्राप्त करने विश्लेषण करने में बहुत सी बातों ज्योतिष...

॥संकटनाशन गणेशस्तोत्रम्॥

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                              ॥संकटनाशन गणेशस्तोत्रम्॥संकटनाशन गणेश स्तोत्रम् का प्रति दिन पाठ करने से समस्त प्रकार के संकटोका नाश होता है,...

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